न्यूज 24 Exclusive: 7 सबूत जो खोलते हैं योगी सरकार की पोल

गोरखपुर (12 अगस्त): सरकार ने दावा किया है कि एक भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है, लेकिन सरकार के इस दावे पर न्यूज़ 24 लगातार सवाल उठा रहा है। हमारे पास 7 सबूत हैं जो सरकार के दावे को खोखला साबित करते हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि अस्पताल में बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुई है, ये दावा खुद सूबे के स्वास्थय शिक्षा मंत्री ने किया है।

सबूत नं 1
सरकार बच्चों की मौत पर जो दावा ठोंक रही है वो कितना खोखला है और कैसे योगी सरकार की लापरवाही से बच्चों की मौत हुई है। इसका पहला सबूत है वो लेटर जो BRD अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड ने स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन को 9 अगस्त को लिखा था। कंपनी ने लेटर में बकाया राशि की मांग की थी और साफ तौर पर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की बात कही थी।

सबूत नं 2
ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी ने 30 जुलाई को बकाया राशी के लिए मेडिकल कॉलेज को लीगल नोटिस भी भेजा था, जिसका कॉलेज प्रशासन ने जवाब तक नहीं दिया।

सबूत नं 3
सरकार के दावे की पोल खोलने वाला तीसरा सबूत है गोरखपुर के डीएम का बयान, जो सरकार के दावे को कटघरे में खड़ा कर रहा है।

सबूत नं 4
सरकार के दावे पर सवाल सिर्फ DM ही नहीं मरीज़ों के परिजन भी उठा रहे हैं, जो सरकार के दावे के खिलाफ चौथा सबूत है।

सबूत नं 5
सरकार के दावे को खोखला साबित करता हुआ पांचवां सबूत पुष्पा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड की 1 अगस्त की चिठ्ठी है जो कंपनी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को लिखी थी। इस चिट्ठी में साफ-साफ ये जिक्र किया गया है कि फिलहाल 4 से 5 दिन के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई कर दी गई है, लेकिन बकाया नहीं चुकाया गया तो ऑक्सीजन की सप्लाई ठप हो सकती है।

सबूत नं 6
सरकार के दावे के खिलाफ छठवां सबूत खुद सरकार की ही एक रिपोर्ट है। रिपोर्ट में भी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने की बात सामने आई है। जिसमें 52 रिजर्व सिलेंडर से काम चलाने का जिक्र है। इसमें फैजाबाद से 50 सिलेंडर मंगाने की बात भी लिखी है।

सबूत नं 7
शनिवार की सुबह अस्पताल में नए सिलेंडरों मंगवाए गए हैं। सवाल ये उठता है कि अगर ऑक्सीजन की कमी नहीं थी और सप्लाई ठप नहीं पड़ी थी तो नए सिलेंडर क्यों मंगवाए जा रहे हैं।

 

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