आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी: कश्मीर का हाल, गल्ले पर धोनी-विराट लेकिन दिल में जीते..जीते..पाकिस्तान

क्रिकेट की पूरी दुनिया कप्तान विराट कोहली की टीम इंडिया की चार जून को चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के साथ भिड़ंत का इंतजार कर रही है. लेकिन पिछले साल जुलाई में सुरक्षा बलों के साथ आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से जल रहे कश्मीर में स्थिति इस मैच को लेकर बिलकुल अलग है.

श्रीनगर से जम्मू जाने वाले नेशनल हाईवे 44 के दोनों और कश्मीर विलो और अन्य लकड़ियों से बने क्रिकेट बैट की सैकड़ों दुकानें हैं. हर दुकान के बाहर हाईवे से गुजरने वाले यात्रियों को आकर्षित करने के लिए विराट, धोनी और सचिन तेंदुलकर के बोर्ड लगे हैं.

कश्मीर विलो बैट का गढ़ बिजबिहारा में बड़ी एक दुकान के सेल्समैन अशफाक वानी बताते हैं, ‘कोहली और धोनी का फोटो लोगों को गाड़ी रोक कर दुकान तक लाने में काफी मदद करता है. इनके बोर्ड सेल के लिए काफी मददगार हैं.’

लेकिन  चार जून को होने वाले मैच में क्या वह विराट की टीम के लिए चीयर करेंगे, सवाल सीधा था जिसका जवाब भी बेहद साफ मिला.

तेज गेंदबाज की तरह अच्छे-खासे कद वाले 17 साल के अशफाक ने कहा, ‘आपने तो यहां की फिजा देखी ही है. हम तो पाकिस्तान की जीत देखना चाहेंगे. लेकिन इंडिया की टीम काफी मजबूत है. पाकिस्तान के लिए यह मैच आसान नहीं होगा.’

एक किलामीटर दूर एक दो शटर वाली लंबी दुकान के मालिक से बात हुई. बात करने को वह इस शर्त पर राजी हुए कि उनका या उनकी दुकान का नाम न लिखा जाए जिसके बाहर विराट का कवर ड्राइव मारते हुए एक्शन वाला बोर्ड लगा है.

जब कश्मीरी बुजुर्ग ने कहा, यहां कोई नहीं चाहता भारत जीते

करीब 65 साल के इस शख्स ने कहा, ‘यहां कोई भी इंडिया को जीतता हुआ देखना नहीं चाहेगा. लोग दुखी हैं और अगर भारत पाकिस्तान के हारता है तो सभी को सुकून मिलता है. मेरे बेटे और पोते भी पाकिस्तानी टीम के फैन हैं.’

दुकानों के अंदर भारत के अलावा अन्य टीमों के खिलाड़ियों के भी फोटो हैं. लेकिन यह संवाददाता जितनी भी दुकानों में गया, शाहिद आफरीदी का पोस्टर जरूर मिला. कई दुकानों में पाकिस्तान की पूरी टीम के बड़े-बड़े पोस्टर भी हैं.

पिछले साल जुलाई में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद के घाटी में करीब 70 सुरक्षाबल और नागरिक मारे गए हैं जबकि कई सौ लोग घायल हो चुके हैं.

लेकिन घाटी में क्रिकेट को लेकर जुनून अभी थमा नहीं है. श्रीनगर से बानिहाल जाने वाली ट्रेन की पटरी के दोनों और कई क्रिकेट के मैदान देखे जा सकते हैं.

भारत के अन्य शहरों के विपरीत घाटी में भारतीय क्रिकेटरों के लिए लोगों में ज्यादा पागलपन नहीं है. यह सही है कि बिजबिहारा में रहने वाले परवेज रसूल घाटी के पहले इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं. उनके लिए लोकल्स में चाहत है. लेकिन टीम इंडिया में उनका फेवरेट कौन है, इस सवाल पर अधिकतर लोग खामोश रहना ही पसंद करते हैं.

यह भी रोचक है कि पाकिस्तान क्रिकेट से हाल ही में रिटायर हुए शाहिद आफरीदी घाटी के सबसे बड़े हीरो हैं. बाहर विराट और धोनी हैं तो अंदर दुकान में आफरीदी का पोस्टर जरूर दिखेगा.

एक अन्य दुकानदार बताते हैं कि आफरीदी लोकल ग्राहकों के लिए है. इस सब के बीच खराब हालात कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ियों को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं.

रणजी टीम के एक सदस्य बताते हैं, ‘हालात काफी खराब हैं और हर सीजन से पहले दवाब रहता है कि खेलें या न खेलें. यही कारण है कि मैने गांव छोड़ कर श्रीनगर में कमरा लिया है.’

बहरहाल देखना रोचक है कि घाटी के लोगों को यह मैच देखने को मिलेगा या नहीं क्योंकि बिजली की दिक्कत के अलावा हर दूसरे दिन फोन और इंटरनेट पर बैन लग रहा है.

(लेखक जसविंदर सिद्धू ने यह रिपोर्ट कश्मीर दौरे से लौटकर लिखी है)

read more- FirstPost

Be the first to comment

Leave a Reply