उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में लू का प्रकोप बढ़ गया है। बीते कई दिनों से राज्य में मौसमी हलचल नदारद है। साफ और शुष्क मौसम के चलते राज्य के कई इलाकों में वातावरण में नमी घट गई है जिससे गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। दक्षिण पश्चिम में आगरा से लेकर पूर्वी क्षेत्र में वाराणसी तक तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। राजधानी लखनऊ में सामान्य से 5 डिग्री ऊपर चल रहे तापमान के चलते लोगों का गर्मी से बुरा हाल है।
इस भीषण गर्मी से जल्द राहत के संकेत नहीं हैं। हालांकि राज्य में 17 मई से प्री-मॉनसूनी बारिश की उम्मीद है लेकिन यह राहत भरी बौछारें राज्य के तराई क्षेत्रों में ही गिरेंगी जिससे दक्षिणी जिलों में चिलचिलाती धूप और लू के चलते गर्मी की तपन बनी रहेगी। बीते कुछ दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। बाँदा में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री अधिक 46.8 डिग्री, लखनऊ में सामान्य से 5 डिग्री अधिक 44.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी तापमान अपने शिखर पर पहुँच रहा है। कानपुर में 44.4 डिग्री, आगरा में 44.8 डिग्री और वाराणसी में 43.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। सबसे बुरा हाल लखनऊ, बांदा और इलाहाबाद में है। इलाहाबाद में कल अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अन्य अधिकांश जिलों में भी तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस ऊपर बना हुआ है।
इस बीच उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में अगले 24 से 36 घंटों के दौरान एक ट्रफ रेखा विकसित हो सकती है जिसके प्रभाव से हिमालय के तराई वाले जिलों, कस्बों और शहरों में 17 मई से 19 मई के बीच कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान गोरखपुर, बस्ती, लखीमपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद और आसपास के जिलों में संभावित प्री-मॉनसूनी बारिश होने की संभावना है। बारिश के चलते गर्मी से अच्छी राहत मिल सकती है जबकि इलाहाबाद, कानपुर, आगरा और वाराणसी में सूरज का क्रूर प्रदर्शन जारी रहेगा।
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.