कल्लू के हाथों बिक गई कानपुर पुलिस! खुद को बता रहा है Cm योगी का रिश्तेदार , भू माफिया और थाना नवाबगंज पुलिस की मिलीभगत

कानपुर. मुख्यमंत्री योगी ने सूबे की कमान संभालने के बाद भू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए पुलिस और प्रशासन को सख्त हिदायत देते हुए एन्टी भू माफिया सेल भी बनाई थी, लेकिन जब पुलिस ही भू माफिया की साथी बन जाए और जबरन किसानों की जमीन जिससे दर्जनों लोगो की आवाजाही है को खड़े होकर कब्ज़ा कराये और अपनी मौजूदगी में महिलाओ को दबंग भू माफिया और उनके गुर्गो से पिटवाऐ तो ऐसी उत्तर प्रदेश पुलिस का जनता में क्या इक़बाल रह जाएगा।  वहीं भू माफिया राजवीर सिंह भदौरिया उर्फ़ कल्लू भदौरिया अपने आपको मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बता कर पुलिस और पीड़ितों पर रौब गांठता है। फिलहाल जिला पुलिस और प्रशासन की हर चौखट पर माथा रगड़ चुके पीड़ितों को कौन न्याय दिलाएगा ये एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है।

 

50 लोगों का आना जाने का है रास्ता 

-मुख्यमंत्री पद पर आसीन होते ही योगी ने पुलिस को जनता में खोये हुए इक़बाल को वापस पाने की सख्त हिदायत दी थी।

-लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी हरकतों से इतनी जल्दी बाज आ जाए ये तो हो ही नहीं सकता।

-गरीबों और मजलूमों को अपना शिकार बनाने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस का एक बार फिर शर्मनाक चेहरा सामने आया।

-जब कानपुर के थाना नवाबगंज इलाके के ख्योरा क्षेत्र में आबादी (बस्ती ) की 6 फ़ीट जमीन पर भू माफिया को खड़े होकर कब्ज़ा करा दिया।

-विरोध कर रही महिलाओं को सड़क पर गिरा कर भू माफिया और उनके गुर्गो से पिटवाया।

-जिस जमीन पर कब्ज़ा हुआ वो करीब 50 लोगों के आने जाने का रास्ता था। जो अब बंद हो चुका है और लोग पडोसी के घर के पीछे सीढ़ी लगाकर सड़क पर आने को मजबूर है। |

 

100 सालों से रह रहा है पीड़ित परिवार 

-कानपुर के ख्योरा इलाके में रहने वाला राम औतार करीब 100 सालों से और पिछली दो पीढ़ियों से परिवार के साथ इसी जगह पर रह रहा है।

-राम औतार के घर के ठीक बगल में 6 फ़ीट चौड़ी गली है। जिसमें गेट और बाउण्ड्री बनी हुई थी। जिसका टैक्स भी नगर निगम को जमा किया जाता था।

-राम औतार के घर के पीछे करीब 10 परिवार रहते है, जो इसी गली से आते जाते थे।

-लेकिन भू माफिया और थाना नवाबगंज पुलिस की मिलीभगत से गली की बाउण्ड्री और गेट को तोड़कर कब्जा कर लिया गया।

-कब्जे के दौरान विरोध में आई महिलाओं को पुलिस की मौजूदगी में सड़क पर गिराकर पीटा गया, लेकिन पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रही।

-कब्जे के दौरान पुलिस ने राम औतार और उसके लड़कों को शांति भंग की धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया।

-जिससे घर में विरोध के लिए महिलाए बची जिन्हे भी सरेराह पीट दिया गया।

 

असलहों के दम पर खड़ा किए दीवार 

-कब्जे के बाद भू माफिया और उसके गुर्गो ने असलहों के दम पर रातोरात गली घेरकर दीवार उठा ली।

-जिससे राम औतार के घर के पीछे रहने वाले करीब 50 लोगों के आने जाने का रास्ता बंद कर दिया।

-रास्ता बंद हो जाने की वजह से राम औतार के घर के पिछे से सीढ़ी लगाकर सड़क पर आने को मजबूर है।

-पीड़ितों ने जिला पुलिस और प्रशासन को कई बार शिकायत की।

-लेकिन भू माफिया राजवीर सिंह अपने आपको मुख्यमंत्री योगी का रिश्तेदार बता रहा है।

-इस वजह से पीड़ितों की कही सुनवाई नहीं हो पा रही है।

 

DM से लेकर SP तक इस मामले में साधे चुप्पी 

-मुख्यमंत्री की हिदायतों के बाद भी पुलिस अपने रवैये में बिलकुल सुधार नहीं ला रही है।

-जहां एक तरफ भाजपा दलित को देश का राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित कर दलितों की हिमायती बन रही है।

-वहीं भाजपा शासन में दलितों पर भू माफिया और पुलिस का उत्पीड़न बदस्तूर जारी है।

-इस मामले में सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि इस पीड़ितों की सुनने वाला कौन है।

-जबकि इस मामले की जानकारी जिलाधिकारी से लेकर एसएसपी सभी को लेकिन सभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।

 

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