भारत की तीन यूनिवर्सिटी क्वाकारेली सायमंड (क्यूएस) द्वारा जारी टॉप-200 यूनिवर्सिटी की लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब रही है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) मुंबई, आईआईटी दिल्ली और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) बेंगलुरु ने क्यूएस टॉप-200 यूनिवर्सिटी लिस्ट में जगह बनाई है.
यह पहली बार है जब भारत के तीन प्रमुख इंस्टीट्यूट क्यूएस की लिस्ट में शामिल हुए हैं. क्यूएस द्वारा जारी 2018 की लिस्ट में आईआईटी मुंबई ने 219वीं रैंक से चढ़कर 179वीं रैंक, आईआईटी दिल्ली ने 185 से 172 और आईआईएससी ने 190 से खिसककर 152 पर जगह बनाई है.
आईआईटी मुंबई और आईआईटी दिल्ली का टॉप रैंकिंग में आना बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पिछले वर्ष ये दोनों संस्थान अच्छी रैंकिंग नहीं हासिल कर पाए थे. आईआईएससी ने एसक्यू के प्रवाधान के अनुरूप प्रति संकाय मीट्रिक के मामले में दुनिया में छठा स्थान हासिल किया है. ये मीट्रिक यूनिवर्सिटी के अनुसंधान की तीव्रता और उनके प्रभाव को दर्शाता है. क्यूएस के मुताबिक आईआईएससी के शोध-पत्रों को पांच साल में 82 हजार बार प्रयोग किया गया. आपको बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय देश के इंस्टीट्यूटों की रैंकिंग बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है.
क्यूएस की लिस्ट में देश के 20 संस्थान शामिल हैं. इस वर्ष क्यूएस ने दुनिया की 959 सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है, जिसमें 20 भारतीय इंस्टीट्यूट शामिल हैं.
2018 की लिस्ट में भारत के छह नए संस्थानों ने जगह बनाई है, जिनमें जाधवपुर यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, अन्ना यूनिवर्सिटी, मनिपाल यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिस यूनिवर्सिटी और बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडं साइंस शामिल है. क्यूएस के रिसर्च डॉयरेक्टर बेन सोटर ने कहा कि ग्लोबल रैंकिंग में भारत तेजी से बढ़ रहा है.
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