
शुक्रवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को बेहतरीन अंदाज में मात देते हुए मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2017 के फाइनल में जगह बना ली। इस तरह आईपीएल के फाइनल में महाराष्ट्र की दोनों टीमें मुंबई और पुणे एक-दूसरे से भिड़ेंगी। मौजूदा सीजन में सबसे महंगे खिलाड़ी बेन स्टोक्स रहे थे। उन्हें राइजिंग पुणे सुपरजायंट फ्रेंचाइजी ने 14.5 करोड़ ($2.3 मिलियन) की भारी- भरकम रकम देकर खरीदा था। वैसे 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा की बात करें तो इतनी राशि एक नहीं अनेक क्रिकेटर टूर्नामेंट में पा रहे हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि टीम के मेंटर और कोच को कितना भुगतान होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मेंटरों और कोचों को 1 मिलियन डॉलर से कम का भुगतान ही किया जाता है। टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा भुगतान किए जाने वाले मेंटर हैं। वैसे उनको कितना भुगतान किया जाता है इसके लेकर कोई जानकारी अभी तक नहीं मिली है। उनके बाद दूसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ हैं। द्रविड़ को हर साल दिल्ली डेयरडेविल्स 4.5 करोड़ रुपए देती है।
जबकि सचिन तेंदुलकर हर साल कितना पैसा लेते हैं उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक वह निश्चित तौर पर सबसे ज्यादा भुगतान किए जाने वाले मेंटर हैं लेकिन उन्हें 1 मिलियन डॉलर से कम का भुगतान किया जाता है। राहुल द्रविड़ को इस साल 4.5 करोड़ रुपए मिले हैं। ये उसी राशि के बराबर है जो रिकी पोंटिंग को मिला करती थी जब वह मुंबई इंडियंस के कोच थे। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच डेनियल वेट्टोरी और जैक्स कैलिस को हर साल 3.5 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक स्टीफन फ्लैमिंग(राइजिंग पुणे सुपरजायंट), टॉम मूडी(सनराइजर्स हैदराबाद) और महेला जयवर्धने(मुंबई इंडियं) को हर साल 2.5 करोड़ रुपए भुगतान किए जाते हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, जो अब प्रीती जिंटा की मालिकाना हक वाली टीम किंग्स इलेवन पंजाब के डायरेक्ट ऑफ क्रिकेट अफेयर्स हैं, वह हर साल का 3 करोड़ रुपए लेते हैं। ब्रैड हॉज आईपीएल में सबसे कम भुगतान पाने वाले कोच है। उन्हें हर साल के महज 70 लाख रुपए मिलते हैं। सबसे ज्यादा कमाने वाला सहायक कोच हर साल 1.4 करोड़ रुपए लेते हैं। यह भी रिपोर्ट किया गया है कि अगर बीसीसीआई अनिल कुंबले की मांग पूरी करती है तो वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा भुगतान किए जाने वाले कोच बन जाएंगे। पूर्व स्पिनर ने बीसीसीआई से 8 करोड़ रुपए की सैलरी की मांग की है।
भले ही आईपीएल कोचों को टूर्नामेंट के अंत में मोटा पैसा मिलता हो लेकिन घरेलू कोचों के लिए परिस्थितियां बदतर हैं। एक रणजी कोच को अधिकतम सालाना 30 लाख रुपए मिलते हैं। नेशनल क्रिकेट एकेडमी में एक कोच को अधिकतम 8 हजार रुपए प्रतिदिन मिल सकते हैं। वो भी तब अगर वह टीम इंडिया का पूर्व चयनकर्ता रहा हो। अन्यथा कोचों को हर दिन का 4 से 5 हजार ही मिलता है।
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