जिन्होंने किया था माफ़, उन्हीं ने किया सूपड़ा साफ

  •  बड़ा चौराहा का अवैध अतिक्रमण बिल्कुल साफ, हर कोई अचंभित
  •  पुलिस ने खुद सख्त कार्यवाही करके हटवाये ठेले, चौराहा एकदम साफ
  •  मुख्य चौराहे से डफरिन अस्पताल गेट तक पटी पड़ी थी सड़क
  •  जानकारों का कहना पुलिस करवाती थी वसूली, तब लगती थीं दुकानें
  •  अस्लताल गेट पर ठेलों के फैले मकड़जाल से जाम में फँसती थीं एम्बुलेंस

  कानपुर. (सर्वोत्तम तिवारी) कानपुर शहर में हर रोज कुछ न कुछ नया जरूर हो रहा है, जिससे शहर भर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। कहीं खाकी वर्दी की बेरहमीं की चर्चायें हैं, तो कहीं खाकी वर्दी के नेक कार्यों की। पिछले दिनों जहाँ चकेरी थाना क्षेत्र के श्यामनगर चौकी इंचार्ज द्वारा किसी प्लाट के मामले में एक युवक की बेरहमी से पिटाई की गई, वहीं कर्नलगंज थाना क्षेत्र में चौकी इंचार्ज पर इलाके के ही 30 साल पुराने चाय वाले ने आरोप लगाया, कि चौकी इंचार्ज द्वारा थाने के मेंटीनेन्स के नाम पर 4000 रूपये की माँग की गई। चाय वाले द्वारा ये माँग न पूरी करने पर बेरहमी से चौकी में उसकी पिटाई की गई। दोनों ही मामलों में पीड़ितों ने एस0एस0पी0 कानपुर नगर से शिकायत की थी। एक तरफ ऐसी हरकतों से जहाँ आम लोगों के बीच खाकी की आलोचना हो रही है, वहीँ इसी खाकी वर्दी द्वारा एकाएक कुछ खास कामों से सराहना भी।

जी हाँ ! कानपुर महानगर का सबसे व्यस्ततम चौराहा बड़ा चौराहा, इस चौराहे पर खड़े फलों के ठेले, टोपी, चश्मा, बेल्ट की दुकानें, गन्ने के जूस की दुकानें, फ्रूट चाट व बेल के शर्बत की दुकानें, अर्जेंट मुहर बनाने वालों की दुकानें और भी बहुत कुछ! इन सबसे पटे हुये इस चौराहे का नजारा आज शहर में शायद किसी से छिपा नहीं है। मकड़जाल की तरह फैला यह अवैध अतिक्रमण जिसको लाख उपायों के बाद भी नहीं हटाया जा सका था। क्यूँकि जानकार बताते हैं कि इन सबको खाकी का वर्दहस्त प्राप्त था। जानकारों के अनुसार खाकी इन दुकानदारों से अपने गुर्गों द्वारा वसूली करवाती थी।

शायद तभी ये अवैध ठेले खोमचे वाले सड़क पर अतिक्रमण करके लगाई जाने वाली दुकानों को अपना हक समझते थे। इस सब के पीछे इनका वही हाल था कि “सइयां भये कोतवाल… अब डर काहे का” लेकिन आज इसी बड़े चौराहे का नजारा कुछ और है। दरअसल जिन्होंने (पुलिस) इन अतिक्रमण कारियों को अभी तक माफ कर रखा था उन्हीं (पुलिस) ने सूबे में निजाम बदलते ही इनका सूपड़ा साफ कर दिया। बड़ा चौराहे पर फैले उपरोक्त अतिक्रमण को शहर की पुलिस द्वारा सख्त कार्यवाही करके हटाया जा चुका है। एकाएक हुये इस बदलाव से बड़े चौराहे से निकलने वाला हर राहगीर आश्चर्य चकित है, कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो चौराहे का नजारा ही बदल गया। इसी चौराहे पर दुकान लगाने वाले कुछ दुकानदारों से बात करने पर पता चला कि सम्बंधित थाना क्षेत्र की पुलिस ने इन सबकी दुकानें हटवा दी हैं, दुकानदारों ने बताया कि उन्हें बताया गया है कि ऊपर से आदेश है इस लिये ये दुकानें हटवाई जा रही हैं। इनका कहना था पुलिस द्वारा दिये गये सख्त आदेश के बाद हम लोगों ने दुकानें हटा दीं। दुकानदारों का यह भी कहना है कि हम लोगों की बात चल रही है, अगर कुछ बात बनती है तो आने वाले कुछ दिनों में हम लोग ये दुकानें फिर लगा सकते हैं। अब देखना यह है कि आखिर कानपुर पुलिस द्वारा उठाया गया यह सख्त कदम कितने दिनों तक कारगर रहता है।

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