नयी दिल्ली,02 फरवरी 2023,भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत पहली रोजगार कार्य समूह की बैठक राजस्थान के जोधपुर में 2 से 4 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जा रही है। रोजगार कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी)के लिए चर्चाओं का नेतृत्व श्रम और रोजगार मंत्रालय कर रहा है। मंत्रालय के पास प्राथमिकता श्रम, रोजगार और सामाजिक मुद्दों को संबोधित करने का अधिदेश है।
श्रम और रोजगार मंत्रालय ने आज “वैश्विक कौशल और योग्यता के सामंजस्य के लिए रणनीतियों की खोज और सामान्य कौशल वर्गीकरण के लिए एक रूपरेखा विकसित करना” विषयवस्तु पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया। इस पैनल के सदस्यों ने रोजगार कार्य समूह के लिए भारत की अध्यक्षता में चयनित “वैश्विक कौशल कमियों को संबोधित करना” विषयवस्तु के प्राथमिकता वाले विषय पर अपनी गहरी जानकारी और विचार साझा किए।
इस चर्चा की अध्यक्षता और परिचालन कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव अतुल कुमार तिवारी ने किया। उन्होंने इस आयोजन के संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया। इस पैनल में संबंधित क्षेत्र की प्रमुख नेता शामिल थे। इनमें इंडोनेशिया के श्रम शक्ति मंत्रालय के क्षमता, मानकीकरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक मुचतर अजीस, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के रोजगार, श्रम और सामाजिक कार्य के निदेशक स्टेफानो स्कारपेट्टा, राष्ट्रीय शिक्षा प्रौद्योगिकी मंच (एनईटीएफ) के अध्यक्ष अनिल डी. सहस्रबुद्धे, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) में कौशल और रोजगार विशेषज्ञ क्रिस्टीन हॉफमैन और टीमलीज के उपाध्यक्ष मनीष सभरवाल थे।
इस चर्चा में जी20 देशों, अतिथि देशों, अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों और अन्य प्रमुख विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की कई एजेंसियों के अधिकारियों, उद्योग व अकादमिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों और श्रम-20 कार्य समूह के अध्यक्ष ने भी भाग लिया।
यह पैनल चर्चा कौशल की कमी, अधिशेष और असमानता पर वैश्विक रुझानों पर केंद्रित थी। इसके अलावा इन कौशल कमियों को दूर करने के साधनों और वैश्विक कौशल व योग्यता के सामंजस्य के लिए एक सहयोगी रोड मैप के विकास पर विचार-विमर्श किया गया।
इन पैनलिस्टों के विविध दृष्टिकोणों व विशेषज्ञता ने कौशल और योग्यता के सामंजस्य के प्रयासों की मौजूदा स्थिति का विस्तृत अवलोकन प्रदान किया। इसके साथ ही व्यापक स्तर पर कौशल वर्गीकरण को अपनाने व सामंजस्य बनाने की जरूरत पर एक आकर्षक चर्चा का नेतृत्व किया।
इन चर्चाओं ने कौशल व योग्यता क्षेत्र को आगे बढ़ाने और अधिक सामंजस्यपूर्ण व समावेशी वैश्विक कौशल परिदृश्य के निर्माण की जरूरत पर लाभदायक अंतर्दृष्टि प्रदान की। वहीं, इस चर्चा के अध्यक्ष ने कौशल व प्रमाणन को लेकर आपसी मान्यता पर कौशल सामंजस्य व द्विपक्षीय/मल्टी-लेटरल साझेदारी पर अंतरराष्ट्रीय संवाद और सहयोग की जरूरत के सबंध में पैनल की सिफारिशों का संक्षिप्त विवरण दिया। भारत 19 देशों, यूरोपीय संघ और 9 अतिथि देशों सहित 9 क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों की मेजबानी कर रहा है।
@फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम
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