दिल्ली,30 अप्रैल 2023,केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वर्ष 2023 के पहले चार महीनों (यानी जनवरी से अप्रैल) के दौरान वर्ष 2016 से पिछले 07 वर्षों की इसी अवधि की तुलना में (कोविड-19 लॉकडाउन वर्ष 2020 के दौरान बहुत कम मानवजनित, औद्योगिक और वाणिज्यिक गतिविधियों की अवधि को छोड़कर) ‘अच्छी से मध्यम’ वायु गुणवत्ता वाले अधिकतम दिन सामने आए हैं।
08 वर्षों (2016-2023) के दौरान पहले चार महीनों की अवधि के दौरान ‘अच्छे से मध्यम’ औसत वायु गुणवत्ता वाले दिनों का तुलनात्मक चार्ट नीचे प्रदर्शित किया गया है:
वर्ष 2016 में पहले चार महीनों की अवधि (यानी जनवरी से अप्रैल) के लिए ‘अच्छे से मध्यम’ वायु गुणवत्ता दिनों की संख्या 08 थी; इसके मुकाबले 2017 में 29; वर्ष 2018 में 32; वर्ष 2019 में 44; वर्ष 2020 में 68; वर्ष 2021 में 31; वर्ष 2022 में 27; और चालू वर्ष 2023 में 52 रही है।
इस अवधि के दौरान, दिल्ली में वर्ष 2016 के बाद से पिछले 07 वर्षों की इसी अवधि (2020 को छोड़कर – कोविड लॉकडाउन के वर्ष) की तुलना में 2023 में ‘खराब से गंभीर’ वायु गुणवत्ता वाले सबसे कम दिनों की भी संख्या सामने आई है।
पहले चार महीनों की अवधि (यानी जनवरी से अप्रैल) के लिए ‘खराब से गंभीर’ वायु गुणवत्ता दिनों की संख्या में 37.03 प्रतिशत की कमी आई है, यानी वर्ष 2016 में 108 से चालू वर्ष 2023 में 68 हो गई है।
दिल्ली में दैनिक औसत पीएम 2.5 सांद्रता स्तरों के संदर्भ में, पिछले 07 वर्षों की इसी अवधि की तुलना में यानी वर्ष 2016 से (वर्ष 2020 में कोविड वर्ष के लॉकडाउन वर्ष को छोड़कर 2023 का वर्ष दैनिक औसत पीएम 2.5 सांद्रता के निम्नतम स्तर वाला वर्ष रहा है।
इसके अलावा, वर्ष 2023, दिल्ली में दैनिक औसत पीएम 10 सांद्रता के न्यूनतम स्तर वाला वर्ष रहा है, जबकि पिछले 07 वर्षों की इसी अवधि की तुलना में यानी वर्ष 2016 से (वर्ष 2020 को छोड़कर – कोविड लॉकडाउन का वर्ष) के अलावा 08 वर्षों (2016-2023) के दौरान पहले चार महीनों की अवधि (जनवरी-अप्रैल) के लिए पीएम 10 और पीएम 2.5 रनिंग एवरेज (µg/m3) को दर्शाने वाला एक तुलनात्मक चार्ट नीचे दिया गया है:
दिल्ली ने पिछले 07 वर्षों, यानी वर्ष 2016 से (वर्ष 2020 कोविड लॉकडाउन के वर्ष को छोड़कर) की इसी अवधि की तुलना में वर्ष 2023 में न्यूनतम औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे कम दर्ज किया है।
पिछले 08 वर्षों (2016-2023) के दौरान पहले चार महीनों की अवधि (जनवरी से अप्रैल) के औसत वायु गुणवत्ता को दर्शाने वाला एक तुलनात्मक चार्ट नीचे दिया गया है:
लघु/मध्यम/दीर्घावधि में लगातार क्षेत्र-स्तरीय प्रयासों और लक्षित नीतिगत पहलों के परिणामस्वरूप हवा की गुणवत्ता में धीरे-धीरे लेकिन उल्लेखनीय सुधार होने की आशा है। @ फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम
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