नयी दिल्ली,09 मई 2023 ,दिल्ली देश की राजधानी,वहा के मुख्यामंत्री केजरीवाल और उनकी सरकार ने शिक्षा को लेकर शुरुआत से ही काफी जागरूक रहे है।
यहां के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था काफी सफल और उत्कृष्ट श्रेणी की है। यह कार्य केजरीवाल की दूर की सोच से हुआ है। दिल्ली सरकार के इस शानदार बदलाव की वजह से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र स्कूली स्तर के साथ साथ जेईई, नीट जैसी परीक्षा में 100 % मार्क्स ला रहे है। यहाँ के सरकारी स्कूलों में कई नए प्रॉजेक्ट प्रारम्भ किये गए हैं, उन्ही में से एक प्रोजेक्ट वॉइस भी है, जिसने छात्रों को निडर होकर अपनी बात कहने की आजादी दी है।सेशन 2022-23 में प्रारम्भ हुए इस प्रॉजेक्ट वॉइस में दो लाख स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।इस समय यह प्रॉजेक्ट सेशन 2023-24 में भी लागू किया गया है।
आइये आपको बताते चले कि प्रॉजेक्ट वॉइस विचार साझा करने के लिए एक मंच है, यह छात्रों को निडर होकर अपनी राय व्यक्त करने का कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक प्रयास है।
प्रॉजेक्ट वॉइस दरअसल, शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट वॉइस में छात्रों का शब्दावली विकास, आत्मविश्वास निर्माण, बेहतर महत्वपूर्ण सोच कौशल, बेहतर संतुलन, भाषण वितरण, सार्वजनिक बोलने के कौशल और टीमवर्क कौशल में वृद्धि होती है।
प्रोजेक्ट वॉयस का सरल भाषा में उद्देश्य स्पेल बी, वाद-विवाद व बिना तैयारी के बोलने जैसी गतिविधियों के माध्यम से छात्रों के लिए सार्वजनिक बोलने का एक अभियान बनाना है। शिक्षाविदों का मानना है कि इस तरह की गतिविधियों से बच्चे वाद-विवाद और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने को लिए सशक्त बनेंगे। इससे उनमें शब्दावली विकास, आत्मविश्वास, सार्वजनिक बोलने का कौशल का विकास होगा।
दिल्ली शिक्षा विभाग का कहना है कि सार्वजनिक तौर पर छात्रों को इस प्रॉजेक्ट के माध्यम से काफी लाभ हुआ है, इसलिए सेशन 2023-24 में शिक्षा निदेशालय, दिल्ली के तहत सभी सरकारी स्कूलों में प्रॉजेक्ट वॉयस जारी रहेगा।
प्रॉजेक्ट वॉइस इए तहत छात्रों में वक्तृत्व कौशल का विकास करना, महत्वपूर्ण विचार कौशल, पढ़ने की आदत विकसित करना और शोध कार्य करना, विचारों की अभिव्यक्ति और भाग लेने की क्षमता, भाषा कौशल का शोधन और वृद्धि आदि महत्वपूर्ण पहलुओं को पर ध्यान देकर उन्हें प्रखर बनाये जाने की कोशिश की जाती है।
@फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम