जहाज के बंदरगाह पर रहने के दौरान, जहाज के चालक दल और श्रीलंका नौसेना (एसएलएन) कर्मियों के बीच आपसी हित के विभिन्न विषयों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें सैनिकों के लिए पारस्परिक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शामिल था।
पोत के चालक दल और एसएलएन के कर्मियों द्वारा संयुक्त रूप से क्रो आइलैंड समुद्र तट पर सफाई अभियान चलाया गया। पोत ने 200 से अधिक एनसीसी कैडेटों और वहां आये 500 स्थानीय लोगों के लिए एक परिचय यात्रा का भी आयोजन किया।
आईएनएस दिल्ली के कमांडिंग ऑफिसर ने पश्चिमी नौसेना क्षेत्र (सीओएमवेस्ट) के कमांडर आरएडीएम सुरेश डी सिल्वा के साथ बातचीत की और 1987-91 से आईपीकेएफ ऑपरेशन के दौरान श्रीलंका में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों के सम्मान में आईपीकेएफ स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मित्र देशों को आवश्यक चिकित्सा सामग्री आपूर्ति प्रदान करने के लिए भारत की ‘आरोग्य मैत्री’ पहल के हिस्से के रूप में, पोत आईएनएस दिल्ली पर आयोजित एक स्वागत समारोह के दौरान श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त श्री गोपाल बागले ने श्रीलंका संसद के माननीय अध्यक्ष को अत्याधुनिक आरोग्य मैत्री क्यूब भेंट के रुप में दी। इन मेडिकल क्यूब्स को प्रोजेक्ट भीष्म (भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री) के तहत स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। माननीय अध्यक्ष के अलावा, स्वागत समारोह में पत्तन, पोत परिवहन और विमानन मंत्री, अटॉर्नी जनरल, रक्षा सचिव और तीनों सेनाओं प्रमुखों सहित कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
यह यात्रा पोत आईएनएस दिल्ली और एसएलएन पोत विजयबाहु के बीच कोलंबो के पास समुद्र में एक पैसेज एक्सरसाइज (पीएएसएसईएक्स) के साथ संपन्न हुई।