मुंबई: सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक में देश का बड़ा बैंकिंग घोटाला हुआ है. यह घोटाला करीब 11500 करोड़ का है. इस घोटाले में कारोबारी नीरव मोदी का नाम सामने आया है. सूत्रों के हवाले से NDTV को ख़बर मिली है कि पीएनबी बैंक में 11500 करोड़ के घोटाले में नाम सामने आने के बाद नीरव मोदी ने पीएनबी बैंक को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने पैसे चुकाने के लिए छह महीने का वक़्त मांगा है. वहीं ईडी ने मुंबई के कालाघोड़ा इलाके में नीरव मोदी के शोरूम पर छापा मारा है.
नीरव मोदी बैंक को चिट्ठी लिखकर पैसे चुकाने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि उनकी कंपनी FIRESTAR DIAMOND की कुल कीमत 6,435 करोड़ है और वह उससे बैंक का पैसा चुका देंगे. वहीं इस मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी जारी है. ईडी ने नौ जगह छापेमारी कर रही है. आपको बता दें कि नीरव मोदी अभी देश से बाहर हैं.
कैसे हुआ फ़्रॉड
डायमंड इंपोर्ट करने को लेटर ऑफ़ क्रेडिट के लिए पीएनबी से संपर्क किया गया. नीरव मोदी के लिए पीएनबी सप्लायर्स को भुगतान करता था. इसके बाद में नीरव मोदी से पैसे वसूले जाते थे. पीएनबी अधिकारियों ने जाली लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग जारी किए. भारतीय बैंक की विदेशी शखाओं ने डॉलर में लोन दिए और लोन का इस्तेमाल बैंक के नोस्ट्रो अकाउंट की फ़ंडिंग के लिए हुआ. एकाउंट्स से फ़ंड को विदेश में कुछ फ़र्मों को भेजा गया. नोस्ट्रो अकाउंट एक भारतीय बैंक का विदेशी बैंक में खाता है.
क्या है LoU?
LoU= लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग. यह एक तरह की बैंक गारंटी है और बैंक किसी ग्राहक की गारंटी देता है. LoU के आधार पर दूसरे बैंक पैसा देते हैं और खाताधारक के डिफ़ॉल्टर होने पर बैंक की ज़िम्मेदारी होती है. LoU देनेवाला बैंक दूसरे बैंक का बक़ाया चुकाएगा.
इन बैंकों पर पड़ेगे असर
इससे दो पब्लिक सेक्टर बैंक और एक प्राइवेट बैंक पर असर पड़ेगा. इसमें यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक पर असर पड़ेगा. इन तीनों बैंकों ने आरोपी को क्रेडिट की पेशकश की थी. पीएनबी के लेटर ऑफ़ अंडरटेकिंग के आधार पर पेशकश की.