लखनऊ. यूपी ब्रिज कॉरपोरेशन एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया। इसमें 219 करोड़ का घोटाला सामने आया है। घोटाला सामने आने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। कार्रवाई की आशंका को देखते हुए एक दूसरे पर आरोप मढ़ने का खेल शुरू हो गया है।
क्या है घोटाला
– बताया जाता है कि 41 प्रोजेक्ट्स के लिए दिए गए धन में से 70 करोड़ रुपए कागजों पर ही खर्च कर दिए।
– 41 प्रोजेक्ट्स के लिए 219 करोड़ रुपए दिए गए थे लेकिन बिना शासन की मंजूरी के ही सभी खर्च कर दिए।
– जांच में खुलासा हुआ है कि एक प्रोजेक्ट का बजट दूसरे प्रोजेक्ट में खर्च कर दिया गया।
-इनमें लखनऊ अंचल की 8 परियोजनाओं में तय लागत से 98 करोड़ रुपए खर्च कर डाले।
कई और जगहों पर भी हुआ मनमाना खर्च
-बंदरबांट में सभी अधिकारी शामिल थे। यही किस्सा आगरा में भी रहा। यहां भी अफसरों की इजाजत के बिना खर्च कर दिए 19 करोड़।
-इलाहाबाद, बरेली, बस्ती, इटावा में भी कागजों में खर्च कर दिए 83 करोड़, जबकि फैजाबाद, गाजियाबाद और गोरखपुर में 86 करोड़ मनमर्जी से खर्च कर डाले
– कानपुर और मुरादाबाद में अधिकारियों की अनुमति के बिना खर्च कर दिए 42 करोड़ रुपए।
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