श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की एक बड़ी छलांग को झटका लगा है. इसके एक सैटेलाइट IRNSS-1H की लॉन्चिंग विफल रही है. इसरो ने इस बार 41वां सैटेलाइट भेजने की तैयारी की थी, लेकिन यह विफल रही. बताया जा रहा है कि सैटेलाइट से हीटशील्ड अलग नहीं हुई और पीएसएलवी का लॉन्य बेकार गया. इसरो के चेयरमैन ए.एस किरन कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अभियान विफल रहा है.
इसरो ने गुरुवार को अपराह्न 7.0 बजे भारतीय नौवहन उपग्रह प्रणाली ‘एनएवीआईसी’ के तहत 1,425 किलोग्राम भार वाले इस उपग्रह को पीएसएलवी श्रेणी के एक्सएल संस्करण वाले रॉकेट से लांच किया था. आईआरएनएसएस-1एच भारतीय नौवहन उपग्रह प्रणाली के एक उपग्रह के स्थानापन्न के तौर पर लांच किया गया था. भारतीय उपग्रह प्रणाली एनएवीआईसी को साधारण शब्दों में भारत की जीपीएस प्रणाली कह सकते हैं.
Satellite got separated internally but it is enclosed within heat shield, fourth stage: ISRO Chief AS Kiran Kumar on failed IRNSS-1H mission pic.twitter.com/j0CUdkFlP0
— ANI (@ANI) August 31, 2017
गुरुवार को अपराह्न 7.0 बजे 44.4 मीटर लंबे और 321 किलोग्राम का चार चरणों वाले पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट ने श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल के दूसरे लांच पैड से उड़ान भरी. प्रक्षेपण असफल रहने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है.
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