
शुक्रवार को दुनिया भर के 99 देशों में साइबर हमले से सनसनी फैल गई. इस हमले के कारण कई संस्थानों में कामकाम पूरी तरह से ठप हो गया था.
इस बीच ब्रिटेन के एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने बीबीसी से कहा कि वह संयोग से ‘मलिसस रैनसमवेयर’ को फैलने से रोकने में कामयाब रहे.
मलिसस रैनसमवेयर एक तरह का साइबर हमला है जिससे शुक्रवार को ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस बुरी तरह से प्रभावित हुई थी. हमले को रोकनेवाला 22 साल का ये शख़्स मलवेयरटेक उपनाम से जाना जाता है.
उन्होंने एक हफ़्ते की छुट्टी ली थी, लेकिन वैश्विक साइबर हमले के बाद उन्होंने रैनसमवेयर की जांच करने का फ़ैसला किया.
इस जांच के दौरान उन्होंने मलिसस सॉफ्टवेयर में एक ‘किल स्विच’ पाया जिससे रैनसमवेयर को फैलने से रोकने में मदद मिली. उन्होंने बीबीसी से कहा कि आंशिक रूप से यह संयोगवश हुआ. उन्होंने कहा कि रात में जांच के दौरान उनकी पलकें तक नहीं झपकीं.
हालांकि उनकी तहक़ीक़ात से रैनसमवेयर के कारण जो नुक़सान हुआ था उसकी भारपाई नहीं हो पाई, लेकिन नए कंप्यूटरों में फैलने से यह रुक गया. ऐसे में वह इस मामले में संयोगवश हीरो की तरह सामने आए.
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