इस हफ्ते के अंत में मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी अपने चीन दौरे से पहले ही कैबिनेट का विस्तार करना चाहते हैं जिसको लेकर अमित शाह के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी है। पीएम मोदी इस बार अबतक का सबसे बड़ा कैबिनेट फेरबदल करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बार के फेरबदल में कई मंत्रियों को पर कतके जाएंगे, वहीं कई नए चेहरे भी इस बार शपथ लेते हुए नजर आ सकते हैं। जाहिर सी बात है कि हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी का पैमाना बेहतर काम ही होगा, क्योंकि 2019 में होने वाले चुनाव में अब बहुत ज्यादा वक्त बाकी नहीं रह गया। ऐसे में पीएम मोदी ऐसे मंत्रियों की छुट्टी कर सकते हैं जो उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं या जो लगातार निष्क्रिय बने हुए हैं।
इन मंत्रालयों में नहीं होगी कोई बदलाव
सबसे बड़ी खबर जो निकल कर सामने आ रही है वो ये है कि पीएम मोदी गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुष्मा स्वाराज के मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं करने वाले हैं। इसके पीछे की एक इन तीनों सीनीयर मंत्री की जबरदस्त परफार्मेंस है। बताया जा रहा है कि इन तीनों मंत्रालय के कामकाज से पीएम मोदी काफी खुश हैं और तीनों ही मंत्री पीएम मोदी के डिमांड के हिसाब से परफार्म कर रहे हैं। इसलिए पीएम मोदी इन तीन शिर्ष मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं करेंगे।
विनय सहस्त्रबुद्धे को बनाया जा सकता है रक्षा मंत्री कैबिनेट फेरबदल को लेकर जो सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है वो ये है कि मनोहर पार्रिकर की गोवा का सीएम बनने के बाद से खाली पड़े रक्षा मंत्री के पद को भरने के लिए पीएम मोदी को नया स्ट्राइकर मिल गया है। राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे को रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। विनय सहस्त्रबुद्धे आरएसएस बैकग्राउंड से आते हैं और इमानदार छवी के लिए जाने जाते हैं। वो आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ-साथ पीएम मोदी के भी काफी करीब हैं। इस वजह से उन्हें पीएम ने रक्षा मंत्री के पद पर बिठाने का मन बना लिया है।
सुरेश प्रभु की छुट्टी
पिछले एक सप्ताह में हुए दो रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने खुद ही अपना इस्तीफा पीएम को सौंप दिया है। हालांकि पीएम मोदी ने उनका इस्तीफा अभी स्विकार नहीं किया है, लेकिन बताया जा रहा है कि उनकी छुट्टी होनी तय है। उनकी जगह पर पीएम मोदी ने रेलवे जैसा भारी भरकम मंत्रालय नितिन गड़करी को सौंपने का मन बनाया है। पीएम मोदी गडकरी के काम से काफी खुश हैं और भारी भरकम मंत्रालय चलाने का गडकरी के पास अनुभव भी है।
उपेंद्र कुशवाहा की होगी छुट्टी
बताया जा रहा है कि बिहार की पार्टी आरएलएसपी के मुखिया और मौजूदा मानव संसाधन राज्य मंत्री की छुट्टी होनी तय हो गई है। इसके पीछे दो कारण बताए जा रहे हैं। एक तो उनका निष्क्रिय होना और दूसरा बिहार में नीतीश कुमार से हाथ मिलाने के बाद उनकी पार्टी की जरूरत कम हो जाना। उनकी जगह पर जेडीयू के सांसद संतोष कुशवाहा को मंत्री बनाया जा सकता है।
राजिव प्रताप रूडी को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता
राजीव प्रताप रूडी जिन्हें पीएम मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कौशल विकास और उद्यमशीलता का विभाग दिया था। लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान रूडी पुरी तरह से निष्क्रिय रहें और अब पीएम मोदी ने उन्हें हटाने का मन बना लिया है। हालांकि रूडी को इस बात की भनक लग चुकी है और वो लगातार अमित शाह के संपर्क में हैं ताकि किसी तरह से मंत्रालय बचाया जा सके।
कलराज मिश्रा को बिहार का राज्यपाल बनाकर निकालने की फिराक में हैं मोदी
यूपी के कद्दावर कलराज मिश्रा का नाम भी इस लिस्ट में है। बताया जा रहा है कि कलराज मिश्रा के काम से भी पीएम मोदी कुछ ज्यादा खुश नहीं है। इसलिए उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाकर कैबिनेट से निकालने की बात चल रही थी, लेकिन फिल्हाल इसे टाल दिया गया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि वो बिहार के राज्पाल बनें या ना बनें पीएम उन्हें कैबिनेट में नहीं रहने देंगे।
उमा भारती का नाम भी लिस्ट में शामिल
इस लिस्ट में उमा भारती का नाम है। पीएम मोदी ने गंगा सफाई की जिम्मेदारी उनके जिम्मे दी थी जिसपर बहुत ज्यादा अच्छा काम नहीं हुआ है। पीएम मोदी को डर है कि विपक्ष 2019 में गंगा सफाई को मुद्दा बनाने वाला है। इसलिए उनकी जगह पर किसी और को गंगा के सफाई की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जाट वोट के लिए प्रवेश वर्मा को बनाया जाएगा मंत्री
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा और दक्षिणि दिल्ली के सांसद प्रवेश सिंह वर्मा को एमओएस बनाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो जाट वोट बैंक को नजर में रखते हुए मोदी और शाह की जोड़ी ने उन्हें अपनी लिस्ट में रखा है।
स्मृति ईरानी का बढ़ेगा रुतवा
कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी के बारे में खबर है कि सूचना प्रसारण मंत्रालय में उनके काम से पीएम मोदी खुश हैं। जबसे उन्हें इसकी जिम्मेदारी मिली है तबसे वो लगातार फाइलें निपटा रही हैं। माना जा रहा है कि इस बार के फेरबदल में उन्हें फुलटाइम सूचना प्रसारण मंत्री बनाया जा सकता है।
विजय गोयल पर है शाह की तेढ़ी नजर
खेल मंत्री विजय गोयल पर अमित शाह की तेढ़ी नजर है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और गोयल के बीच चल रहे विवाद को लेकर शाह ने गोयल को फटकार भी लगाई थी। विजय गोयल को मंत्री बनाने के पीछे की वजह दिल्ली में केजरीवाल को काउंटर करना था, लेकिन केजरिवाल का पतन स्वतह ही होने लगा है। इसलिए पीएम मोदी विजय गोयल को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं।
मनोज सिन्हा से लिया जा सकता है टैलिकॉम मिनिस्ट्री
आपको बता दें कि मनोज सिन्हा के पास टेलिकॉम मिनिस्ट्री का एडिशनल चार्ज है और ऐसा मुमकिन है कि इस बार के कैबिनेट फेरबदल में उनसे ये चार्ज वापस लिया जा सकता है।
ओम माथुर और सुरेश अंगड़ी भी बन सकते हैं मंत्री
यूपी बीजेपी के प्रभारी और सांसद ओम माथुर के साथ-साथ सांसद सुरेश अंगड़ी को भी इस बार के कैबिनेट फेरबदल में मंत्री पद मिल सकता है।
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