अग्निपथ योजना के लिए आयु में छूट : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रिपोर्ट -अरुण सिंह चंदेल,एडिटर इन चीफ ,फोर्थ इंडिया न्यूज़ ,

नयी दिल्ली , 17 जून 2022, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा है कि अग्निपथ योजना भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने और अपनी मातृभूमि की सेवा करने का एक स्‍वर्णिम अवसर है। जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर आए राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा कि कई युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर नहीं मिल पाया, क्योंकि पिछले दो वर्षों से भर्ती प्रक्रिया सुचारु नहीं हो सकी थी। उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर 2022 में भर्ती प्रक्रिया के लिए अग्निवीरों की भर्ती के उद्देश्य से आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि आयु में छूट देना इस बात का संकेत है कि सरकार को देश के युवाओं की परवाह है। सैन्य मामलों का विभाग, रक्षा मंत्रालय और सेनाएं जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए वचनबद्ध हैं। हम युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने और अग्निपथ के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने के लिए आमंत्रित करते हैं। बाद में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम में जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स (जेआईएम एंड डब्ल्यूएस) की नौवीं कार्यकारी परिषद और चौथी आम सभा की बैठक में भाग लिया। राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की उपस्थिति में बैठक के दौरान संस्थान के सुचारू कामकाज तथा लंबित मुद्दों के शीघ्र समाधान को सुनिश्चित करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया।

प्रदेश के विभिन्न शहरों में बृहस्पतिवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ हजारों युवाओं ने सड़कों पर उग्र प्रदर्शन किया। इसके चलते कहीं घंटों तक ट्रेनों का आवागमन तो कहीं यातायात प्रभावित हुआ। कई जगह प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी और उन्हें हिरासत में भी लिया।

रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में प्रशिक्षकों और अनुदेशकों के कठोर प्रशिक्षण मानकों, उत्कृष्ट प्रबंधन, समर्पण तथा तकनीकी दक्षता की सराहना की, जिन्होंने देश में अग्रणी संस्थानों में से एक के रूप में जेआईएम एंड डब्ल्यूएस की स्थापना की है। उन्होंने पर्वतारोहण और संबद्ध गतिविधियों को न केवल शारीरिक सहनशक्ति बढ़ाने का, बल्कि मानसिक दृढ़ता एवं उत्साहवर्धन का भी प्रतीक बताया। राजनाथ सिंह ने इन गतिविधियों में महिला प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या की सराहना की, जिनमें कभी पुरुष प्रधानता देखी गई थी। उन्होंने उन दिव्यांगजनों का भी आभार व्यक्त किया जो कौशल तथा उत्साह के साथ पर्वतारोहण अभियान को पूरा कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने भारतीय पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा का विशेष रूप से उल्लेख किया, जो अपने दृढ़ संकल्प के साथ माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली दिव्यांग महिला बनीं। उन्होंने कहा, इसी वजह से यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इस संस्थान के सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सदस्यता को बढ़ाया जाए।

यह बताते हुए कि विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी में वृद्धि पर सरकार के ध्यान ने देश के विकास को एक नई ऊर्जा प्रदान की है, रक्षा मंत्री ने जेआईएम एंड डब्ल्यूएस को अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और आगे बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र के साथ हाथ मिलाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में कई प्रौद्योगिकियां, विशेषज्ञता और नवाचार मौजूद हैं, जो सार्वजनिक क्षेत्र के पास उपलब्ध नहीं हैं। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि निजी क्षेत्र के साथ सहयोग से जेआईएम एंड डब्ल्यूएस को लोगों, विशेषकर युवाओं को पर्वतारोहण जैसी गतिविधियों से जोड़ने और स्थानीय समृद्धि सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

रक्षा मंत्री ने संस्थान को अपने विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों, विशेष रूप से युवाओं को पर्वतारोहण और शीतकालीन खेलों से परिचित कराने तथा उनमें देशभक्ति, साहस एवं ऊर्जा का संचार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल इन गतिविधियों की लोकप्रियता बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय समुदाय की भागीदारी भी बढ़ेगी और उन्हें अपनी संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि स्थानीय लोगों को न केवल शेरपा बल्कि राष्ट्रीय-सांस्कृतिक एकता में भागीदार होना चाहिए। राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के सरकार के संकल्प को दोहराया और कहा कि जेआईएम एंड डब्ल्यूएस जैसी संस्थाएं उस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने तथा देश की प्रगति में योगदान करने में मदद कर सकती हैं।

पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने जेआईएम एंड डब्ल्यूएस जैसी संस्थाओं से पर्यावरण के प्रति संवेदनशील पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रकृति को संरक्षित करने में योगदान देने का आह्वान किया। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन के समापन पर कहा कि आने वाले समय में जेआईएम एंड डब्ल्यूएस दुनिया के अग्रणी संस्थानों में से एक बन जाएगा। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने संस्थान में कर्नल केएस मॉल बोल्डर क्लाइंबिंग वॉल और हिमालयन म्यूजियम का भी उद्घाटन किया। जेआईएम एंड डब्ल्यूएस का उद्देश्य युवाओं को प्रकृति से परिचित कराना और साहसिक खेलों के माध्यम से उनके व्यक्तित्व, चरित्र तथा आत्मविश्वास का विकास करना है।

अग्निपथ योजना के लिए प्रवेश की उम्र बढ़ाई गई,
अग्निपथ योजना की शुरुआत के बाद, सशस्त्र बलों में सभी नए रंगरूटों के लिए प्रवेश की उम्र 17 ½ – 21 वर्ष निर्धारित की गई है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ है, सरकार ने 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती चक्र के लिए एकबारगी छूट देने का निर्णय लिया है।तदनुसार, 2022 के लिए अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है।

इस योजना की घोषणा होते ही उग्र प्रदर्शन किये गए , रोडवेज की बसो पर पथराव किये गए ,उत्तर प्रदेश में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा जिलों में सैकड़ों युवा छात्र रोड पर प्रदर्शन कर रहे थे । सेना भर्ती कार्यालय आगरा और एमजी रोड में बैठकर कर नारेबाजी आदि की । जैसे ही शिकोहाबाद, मैनपुरी, मथुरा जाम लगाया तो पुलिस ने लाठियां चटाकर भगाया । बुलंदशहर, मेरठ, बिजनौर, बागपत, हाथरस, बरेली, देवरिया आदि जिलों में भी युवा छात्र सड़कों पर प्रदर्शन करते देखे गए ,बसई अरेला में बाह-आगरा रोड पर रोडवेज बस पर पथराव किया गया। दिल्ली हाईवे पर युवाओं ने पथराव कर बसों के शीशे तोड़ दिए और टायरों में आग लगा दी। फतेहपुर में भी रेलवे स्टेशन पर नारेबाजी की। औरैया, उन्नाव में भी प्रदर्शन हुआ। ग्वालियर अंतर्गत बिरला नगर स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ हुई ,साथ ही ट्रैक पर जलते हुए टायर भी सड़को में फेंके।देश में 13 राज्यों में बवाल हुआ , बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी , बवाल की आशंका से हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दी गयी है। हरियाणा के पलवल में अग्निपथ योजना के विरोध में जमकर बवाल किया। गुरुग्राम और रेवाड़ी के बिलासपुर और सिधरावाली इलाकों में सैकड़ों की संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए। युवा प्रदर्शनकारियों ने गुरुग्राम-जयपुर राजमार्ग पर बस स्टैंडों और सड़कों पर कब्जा कर लिया और बिलासपुर चौक पर विरोध प्रदर्शन किया।अग्निपथ योजना के बवाल ने तेलंगाना में प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत,चार अन्य घायल हुए।

विपक्ष आगबबूला, सरकार ने कहा किसी के बहकावे में न आएं युवा,अग्निपथ योजना पर विपक्ष आगबबूला हो रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से योजना पर पुनर्विचार की मांग की, वहीं पीलीभीत से भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वहीं, सरकार ने कहा, देश के युवा किसी के बहकावे में न आएं। योजना युवाओं को गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी।

आइये आपको बताए चले कि भारतीय सेना में भर्ती को लेकर अब तक का सबसे बड़ा बदलाव हुआ है। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में अब अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीर की भर्ती होगी। ये सैनिक होंगे, लेकिन इनका रैंक मौजूदा रैंक से अलग होगा और ये अग्निवीर ही कहलाएंगे। ये अग्निवीर आर्मी, नेवी या एयरफोर्स में चार साल के लिए रहेंगे। युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती कराया जाएगा, इस दौरान अग्निवीरों को आकर्षण वेतन मिलेगा, सेना की चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को भविष्य अच्छा होगा। चार साल की नौकरी के बाद सेवा निधि पैकेज मिलेगा, इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले ज्यादातर जवानों को चार साल बाद नौकरी ख़त्म मणि जाएगी। अगर कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी. इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा,अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी।

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