इलाहाबाद का नाम होगा प्रयागराज, बस औपचारिक ऐलान बाकी: महंत नरेंद्र गिरी

हिंदू धर्म में साधुओं और संतों के सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मंगलवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट सौंपी और उनके अर्धकुम्भ में शामिल होने पर रोक लगाने की मांग की. इसके साथ ही अखाड़ा परिषद ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किये जाने का प्रस्ताव भी सीएम को सौंपा.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रखने औपचारिक ऐलान जल्द ही हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से इस पर बात हुई और उन्होंने भी सहमती दी है.

फर्जी बाबाओं की लिस्ट पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का कहना था कि ऐसे बाबा अर्धकुम्भ में न जाएं. अगर जाना भी है तो वे गृहस्थ के रूप में जाएं.

इस मामले में सीएम योगी ने अखाड़ा परिषद के संतों को अश्वासन दिया कि इलाहाबाद का नाम बदलने पर विचार किया जाएगा. वहीं सीएम योगी ने संतों को भरोसा दिया कि 2019 में लगने वाले अर्धकुंभ मेले से पहले संतों के नाम को कलंकित करने वाले इन फर्जी बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


बता दें, कि बीते 10 सितंबर को इलाहाबाद में अखाड़ा परिषद ने एक बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं के नाम की लिस्‍ट जारी की. परिषद ने संत आसाराम, राधे मां, सच्चिदानंद गिरी, गुरमीत राम रहीम, निर्मल बाबा, इच्छाधारी भीमानंद, असीमानंद और नारायण साईं, रामपाल, आचार्य कुशमुनि, वृहस्पति गिरी, मलखान सिंह के नामों को फर्जी बाबाओं की लिस्ट में शामिल किया था.

इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था. बैठक के बाद सर्व सम्मति से अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी की गई थी.

 

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