एक्शन में जांच एजेंसियां, कानपुर से उठाए चार संदिग्ध

पिछले दिनों लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में दिनभर चले ऑपरेशन के बाद कानपुर का रहने वाला संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला मार गिराया गया था। तभी से यूपी एटीएस एक्शन में है। खुफिया विभाग के इनपुट के आधार पर अब तक राज्य से कई संदिग्ध को गिरफ्तार कर आतंकी गतिविधियों की अहम जानकारी जुटाई है।

कानपुर में एटीएस का ताबड़तोड़ छापा
खुफिया इनपुट के आधार पर पुलिस और एनआईए की संयुक्त टीम ने कानपुर महानगर में छापा मारकर चार संदिग्ध को उठाया है। इसमें जाजमऊ इलाके के रहने वाले सैफुल्ला का चचेरा भाई आतिफ भी शामिल है। इसके अलावा एटीएस ने आतिफ के घर चमनगंज व बेकनगंज इलाके से तीन संदिग्ध को उठाया था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले एटीएस ने बेकनगंज से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए सभी संदिग्धों से एनआईए गुप्त स्थानों पर पूछताछ कर रही है।

एटीएस के कामकाज को राज्यपाल ने सराहा
राज्य में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए जिस तरह से यूपी एटीएस अपना एक्शन दिखा रही है उससे ना सिर्फ योगी सरकार बल्कि राज्यपाल राम नाईक को भी खासा प्रभावित किया है। पिछले दिनों राज्यपाल राम नाईक ने कहा था कि एटीएस की सक्रियता अब दिखाई दे रही है। आतंकियों के खिलाफ एटीएस ने सराहनीय कार्रवाई की है।

सत्ता परिवर्तन के बाद हुई जमकर कार्रवाई
यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद यूपी एटीएस के हाथ खुल चुके हैं। लिहाजा एटीएस प्रमुख असीम अरुण के नेतृत्व में एटीएस टीम खुफिया इनपुट के आधार पर राज्य का खाक छान रही है। जिससे कई आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे भी हुए। एटीएस आईजी असीम अरुण काफी तेज तर्रार अफसरों में से है। पूर्व में ये प्रधानमंत्री की सुरक्षा घेरे की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

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