ऐपल के टिम कुक को भारत से बहुत उम्मीद

ऐपल सीईओ टिम कुक। (फाइल फोटो)

कोलकाता- आईफोन बनाने वाली ऐपल के सीईओ टिम कुक ने भारत में बड़ा इन्वेस्टमेंट करने का अपना वादा दोहराते हुए कहा है कि वह भारत को लेकर ‘बहुत अधिक बुलिश और आशावादी हैं।’ कुक ने ऐपल के तीसरे क्वॉर्टर के नतीजों की घोषणा के दौरान ऐनालिस्टों को भारत में ऐपल के मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन ऑपरेशंस बढ़ाने का संकेत दिया।

उन्होंने बताया, ‘हम भारत में इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। हमने पहले ही वहां एक ऐप एक्सेलरेटर सेंटर शुरू किया है। हम भारतीय मार्केट में अपनी पहुंच बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। हमने पिछली तिमाही के दौरान भारत में आईफोन SE का प्रॉडक्शन शुरू किया और हम वहां प्रगति से खुश हैं। मैं भारत में ऐसी बहुत सी विशेषताएं देख रहा हूं, जो कुछ वर्षों पहले तक चीन में थीं।’ ऐपल ने बेंगलुरु में अपनी पार्टनर विस्ट्रॉन के साथ आईफोन SE की असेंबलिंग शुरू की है। कंपनी की योजना अपने महत्वपूर्ण कंपोनेंट मेकर्स को एक छत के नीचे लाकर बड़े लेवल पर मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की है। ऐपल ने केंद्र सरकार से टैक्स में कुछ छूट और अन्य बेनिफिट मांगे हैं। मार्केट के जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ तिमाहियों में भारत में ऐपल की ग्रोथ का बड़ा कारण कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन बढ़ना है।

मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट टेक्नॉलजी मार्केट रिसर्च के असोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने बताया, ‘कंपनी ने दो वर्ष के अंदर अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स की संख्या दो से बढ़ाकर अब पांच से अधिक की है। हमारा मानना है कि रीजनल/एरिया डिस्ट्रीब्यूटर्स के सीधे टाई-अप करने से कंपनी की पहुंच में काफी बढ़ोतरी हो सकती है।’ पाठक ने कहा कि देश में पहली बार आईफोन खरीदने वाले ग्राहकों को टारगेट करने के लिहाज से ऐपल के लिए टियर दो और तीन शहर महत्वपूर्ण हैं। कंपनी ने बड़े शहरों में अपने रिटेल स्टोर्स खोलने की योजना बनाई है और इससे उसे कस्टमर्स का एक्सपीरियंस बेहतर बनाने और अपने सभी डिवाइसेज में अधिक दिलचस्पी पैदा करने में मदद मिलेगी।

अप्रैल-जून क्वॉर्टर में देश के प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में ऐपल की हिस्सेदारी एक वर्ष पहले के 30 पर्सेंट से बढ़कर 34 पर्सेंट हो गई। इस मार्केट में सैमसंग 55 पर्सेंट के शेयर के साथ टॉप पर है। चीन की वनप्लस 9 पर्सेंट हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है। ऐपल की चीन में बिक्री धीमी पड़ रही है और इस वजह से कंपनी अपने बिजनस को रफ्तार देने के लिए भारत पर फोकस कर रही है। कुक ने ऐनालिस्टों को बताया कि तीसरी तिमाही में चीन में कंपनी की सेल्स फ्लैट रही। हालांकि, एशिया के बहुत से देशों, लैटिन अमेरिका और मिडल ईस्ट में आईफोन की सेल्स 25 पर्सेंट से अधिक बढ़ी है। चीन को छोड़कर इमर्जिंग मार्केट्स में कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की रही। कुक ने कहा कि ऐपल के लिए यह एक रिकॉर्ड है और कंपनी को इन मार्केट्स में काफी संभावनाएं दिख रही हैं।

 

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