कलेक्ट्रेट का चपरासी निकला नटवरलाल, LDA में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 48 लाख ठगे

लखनऊ : LDA में नौकरी दिलाने के नाम पर एक दर्जन लोगों से 48 लाख रुपये की ठगी करने वाले कलेक्ट्रेट के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 12 लोगों से रुपये वसूले थे। इंस्पेक्टर कृष्णानगर रवींद्र नाथ राय के मुताबिक पकड़ा गया आरोपित कलेक्ट्रेट में चपरासी है, जिसने नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये की मांग की थी।

पिछले साल दर्ज हुई थी रिपोर्ट 

विवेचक दारोगा हरिनाथ ने बताया कि 23 दिसंबर 2016 को कृष्णानगर निवासी शाकिर अली की पत्नी तरन्नूम ने कोतवाली में शिकायत की थी। तरन्नूम ने 24 जुलाई 2015 को आरोपित मानस नगर कृष्णानगर निवासी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अवनीश राना, उसकी पत्नी रेखा, उमेश राना, नागेंद्र प्रताप सिंह, अशोक सिंह और विनीत कुमार श्रीवास्तव व अन्य के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपितों ने 12 लोगों से एलडीए में नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये मांगे थे।

पीडि़तों ने आरोपित को दिए थे 48 लाख 

पीडि़तों ने आरोपित के घर पर जाकर 48 लाख रुपये दे दिए और शेष नौकरी लगने के बाद देने की बात कही। आरोपितों ने एलडीए में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र बनवा लिया और 12 लोगों को वितरित भी कर दिया। पीडि़तों ने जब एलडीए कार्यालय में जाकर छानबीन की तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई, जिसके बाद सभी कृष्णानगर कोतवाली पहुंचे।फर्जी मेडिकल भी कराया था 

पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपित अवनीश राना, उमेश और रेखा ने अपने साथी इंदिरानगर निवासी नागेंद्र एवं जानकीपुरम निवासी विनीत संग मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार किए थे। यही नहीं, आरोपितों ने 12 लोगों का फर्जी मेडिकल भी करवाया था। शेष रुपये के लिए आरोपित ने पीडि़तों को दैनिक कर्मचारी से नियमित करने का फर्जी लेटर भी दे दिया था।

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