कानपुर मंडल के जेलों से 50 पार 12 अक्षम सिपाहियों की नौकरी से छुट्टी

योगी सरकार में अनिवार्य सेवानिवृत्ति के तहत पहली गाज कानपुर मंडल के जेलों में तैनात 12 अक्षम और दागी सिपाहियों पर गिरी है. 50 पार इन सिपाहियों की नौकरी से छुट्टी कर दी गई है.

यह कार्रवाई स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश के बाद की गई है. जिन अक्षम सिपाहियों को नौकरी से निकाला गया है वे फतेहगढ़, इटावा, कन्नौज और कानपुर नगर जेल में तैनात थे.

फतेहगढ़ जेल में तैनात मुनेश बाबू, प्रेमपाल शर्मा जगदीश प्रसाद और रामसेवक मिश्रा को बाहर कर दिया गया है. वहीं, कन्नौज जेल से सतीश चंद्र सिंह और केके सक्सेना को नौकरी से निकाल दिया गया है.

इसी तरह इटावा जेल से श्रीपाल, सुरेंद्र कुमार और राजेन्द्र प्रसाद निकाले गए हैं. कानपुर नगर जेल से अमर सिंह राठौर और बृजनंदन लाल निकाले गए हैं जबकि कानपुर देहात जेल से इज़हार अली की छुट्टी हुई है.

बता दें कि मुख्य सचिव राजीव कुमार ने निर्देश दिया था कि मार्च 2017 तक उन अधिकारीयों और कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली जाए जो अक्षम हैं या दागी हैं. सरकार ने फैसला लिया है कि अक्षम अधिकारीयों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के तहत पदमुक्त कर दिया जाएगा.

इतना ही नहीं मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिए थे कि इन अक्षम अधिकारीयों और कर्मचारियों की सर्विस रिकॉर्ड ऐसे तैयार किया जाए ताकि वे कोर्ट की शरण न ले सकें.

 

Read More- news18