कानपुर में नमरा और IIT कोचिंग संचालक सहवान हत्याकाण्ड में नया खुलासा सामने आया

कानपुर में नमरा और IIT कोचिंग संचालक सहवान हत्याकाण्ड में नया खुलासा सामने आया

नमरा की हत्या की सूचना के बाद कानपुर में केशवपुरम स्थित नागेश्वर अपार्टमेंट के फ्लैट से एक डायरी मिली तो इस डायरी के दो पन्नों में शहवान ने अपनी दूसरी पत्नी नमरा के व्यवहार और खुद की परेशानी का जिक्र किया था इसके बाद सहवान ने भी जहर खाकर जान दे दी थी डायरी को हैंडराइटिंग के मिलान के लिए भेजा गया जिसके बाद एक्सपर्ट ने भी हैंडराइटिंग सहवान की ही होने की पुष्टि की है इससे एक बात तो साबित हो गई कि शहवान ने ही नमरा की हत्या की थी इसके बाद खुद भी जान दे दी इस मामले में एक नया खुलासा हुआ जोकि बताता है कि नमरा के घरवाले उसके निकाह के बाद उससे कितनी नफरत करने लगे थे।

उधर बांगरमऊ उन्नाव निवासी नमरा के पिता शहंशाह की ओर से शहवान और उनके परिजनों के खिलाफ दर्ज कराई गई रिपोर्ट की जांच चल रही है। नमरा के पिता शहंशाह व परिवार के अन्य लोग शुक्रवार को शहर आएंगे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अफसर मामले में नमरा के परिजनों से बातचीत करेंगे। इसके बाद पुलिस के साथ परिजन भी फ्लैट जाएंगे। अभी वहां पुलिस का ताला लगा है।

पत्नी नमरा की हत्या कर खुदकुशी करने वाले कोचिंग संचालक सहवान के बारे में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पता चला है कि मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार अगस्त 2018 में नमरा और सहवान का निकाह होने के बाद दोनों का दोबारा निकाह भी हुआ था।

नमरा के घर बांगरमऊ में हुए इस निकाह में पिता शहंशाह ने जबरन 20 करोड़ रुपये और नागेश्वर अपार्टमेंट के दो फ्लैट मेहर के रूप में तय कराए थे। यह खुलासा किया है शहवान के भाई इरफान ने। इरफान ने आरोप लगाया कि नमरा के पिता ने सैकड़ों असलहाधारियों की मौजूदगी में यह निकाह कराया था। हालांकि शहंशाह ने सभी आरोपों को नकारा है। उनका कहना है कि किसी को कोई धमकाया नहीं गया था।

शहवान की मां हाजरा बेगम ने बताया कि डेढ़ साल से शहवान और पहली पत्नी समराना से विवाद चल रहा था। मामला जब तलाक तक पहुंचा तो समराना ने एक वर्ष पहले बेकनगंज थाने में शहवान, इरफान, इमरान, जिबरान, उनके दोनों बहनोई समेत 12 लोगाें के खिलाफ दहेज प्रताड़ना समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस बीच शहवान ने नमरा से निकाह कर लिया। दोनों में विवाद और अनबन शुरू हुई तो उन्हें लगा कि कहीं नमरा भी मुकदमा दर्ज न करवा दे तो फरवरी में शहवान को अपनी चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था।