आईआईटी के डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर्स के प्रोफेसर नीरज मिश्र के मुताबिक, यह प्रक्रिया रूटीन के तहत की गयी है। इस फैसले के बाद कई छात्रों की अपील को मानते हुए उन्हें फिर से पढ़ाई शुरू करा दी गयी है। जानकारी के अनुसार टर्मिनेट छात्रों में से छह छात्र पीएचडी भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि खराब एकेडमिक परफॉरमेंस के कारण आईआईटी प्रशासन छात्रो को टर्मिनेट करता है। जबकि ऐसे छात्रों के पास एक मौका और अधिकार होता है कि वह मर्सी अपील कर सके।
सभी 54 छात्रों में आठ पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के छात्र हैं। जबकि 40 छात्र अंडर ग्रेजुएशन के बताए जा रहे हैं। पिछले दिनों लिये गए इस निर्णय पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत संस्थान से निकाले गए कमजोर छात्रों की अंतिम सूची तैयार कर ली गई है।
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