किसान आंदोलन का संयुक्त किसान मोर्चा क्या असंयुक्त हो रहा है ?

(रिपोर्ट -अरुण सिंह चंदेल,वरिष्ठ पत्रकार ,एडिटर इन चीफ -फोर्थ इंडिया न्यूज़)

नयी दिल्ली,22 अक्टूबर 2021 ,किसान आंदोलन एक लम्बे समय से देश में चलाया जा रहा है ,यह आंदोलन किस दिशा में जायेगा यह अभी कहना मुश्किल है ,इस आंदोलन को लेकर अनेक शंकाये दिन प्रतिदिन आती रहती है ,पहले इसकी फंडिंग को लेकर प्रश्न हुए ,फिर यह सिर्फ दिल्ली व हरियाणा तक ही सीमित बताया गया फिर एक महिला के रेप के आरोप भी उठे,आपसी फूट की बारे में भी बात आई ,अब सिंघु बॉर्डर में लोगो द्वारा जानकारी दी गयी कि नवीन कुमार नाम के एक निहंग ने एक शख्स पर हमला करा ,उस पर आरोप है कि नवीन कुमार को शख्स ने मुफ्त में मुर्गा देने से मना कर दिया था। इसके बाद भड़के निहंग ने शख्स पर हमला कर दिया। बताते है कि मुफ्त में मुर्गा न देने पर एक शख्स के साथ मारपीट की गई और उसका हाथ भी तोड़ दिया गया,उल्टा लटका कर मारा गया , घायल अवस्था में शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है,इस मामले में हरियाणा पुलिस ने एक निहंग को गिरफ्तार कर लिया है,अनेक लोग तमाशबीन बने रहे, किसी ने भी उस पीड़ित वयक्ति को बचाया नहीं। दोषी तो अनेक है पर गाज एक पर गिराई जाएगी।

इस किसान आंदोलन में यह भी आरोप लगे कि जो तम्बू लगाए गए थे, उन तंबुओं में वेश्यावृत्ति, शराब, गैंगरेप, मर्डर, ड्रग्स और खालिस्तानी कनेक्शन भी था।एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या ने इस आंदोलन पर फिर सवाल खड़े तो किये ही है, हत्याकांड के एक आरोपी नारायण की गिरफ्तारी हुई थी, इस नारायण का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसकी पुष्टि फोर्थ इंडिया न्यूज़ नहीं करता है ,बताते  है कि यह वीडियो उस वक्त का है जब नारायण इस आंदोलन में सक्रीय रूप से हिस्सा ले रहा था,खास बात यह है कि नारायण इस एक मंच से खुलेआम खालिस्तान का समर्थन कर रहा है और भिंडरावाले का विरोध करने वालों को धमकी देते दिखायी देता है, सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी नारायण सिंह के इस एक वीडियो ने किसान आंदोलन को छोटा बना दिया ,आपको बताते चले  इस वायरल विडिओ में नारायण सिंह आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के समर्थन में किसानों के मंच से भाषण देता दिख रहा है।

किसान आंदोलन मे एक नया मोड आया जब योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान मोर्चा से एक महीने के लिए निलंबित किया है. किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव पर ये कार्रवाई की क्योंकि वो लखीमपुर हिंसा में मारे गए शुभम मिश्रा बीजेपी कार्यकर्ता के घर संवेदना प्रकट करने गए थे और परिवारवालों से मिले थे। वही यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि किसान आंदोलन देश की उम्मीदों पर खरा उतरने में सफल साबित हुआ है, इसकी एकता को बरकरार रखा जाना चाहिए,मै आपको बताना चाहता हु कि शुभम मिश्रा के घर जाने के पहले अपने निर्णय से साथी किसानों को अवगत न कराना एक गलती थी।

आपको बताते चले कि किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक बयान जारी कर लखीमपुर में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर जाने की घटना पर खेद प्रकट किया । उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति यही सिखाती है कि दुख की घड़ी में हमें विरोधियों के साथ भी खड़े हो जाना चाहिए, वह शुभम मिश्रा के घर उसकी शान में कसीदे पढ़ने के लिए नहीं गए थे, लेकिन मानवीय संवेदना के तहत उनके परिवार के पास पहुंचे थे। गुरनाम सिंह चढूनी गुट ने एक बयान जारी कर कहा कि यदि योगेंद्र यादव अपने बयान पर खुलकर माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें किसान संगठन से हमेशा के लिए बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।