नई दिल्ली- गुजरात में साल के अंत विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि भाजपा के लिए ये राह आसान नहीं है। पीएम मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के केंद्र में सक्रिय हो जाने के बाद भाजपा को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि अभी कोई ऐसा चेहरा सामने नहीं आया जो भाजपा को गुजरात में जीत दिला सके। भाजपा आनंदी बेन पटेल के इस्तीफे के बाद से ही एक महिला चेहरे की तलाश में हैं। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। माना जा रहा है कि अगर वह चुनाव लड़ती हैं तो वह गुजरात में मुख्यमंत्री पद की सबसे बड़ी दावेदार होंगी।
महिला चेहरा आगे करना चाह रही भाजपा
मीडिया में खबरें आ रही है कि यह बात तय है कि चुनाव बाद राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को भाजपा दोबारा सीएम पद पर नहीं बिठाएगी। इस फैसले के बाद भाजपा के बाद विकल्प सीमित है। खबर ये भी है कि गुजरात में बीजेपी महिला चेहरे को आगे लाना चाहती है। ऐसे में स्मृति ईरानी के नाम आगे चल रहा है।
स्मृति ने गुजराती में किया ट्वीट
स्मृति ईरानी गुजरात की राजनीति में भी सक्रिय रहती है। ऐसे में इनके नाम पर मोदी सरकार विचार कर सकती है। गुजरात की राजनीति में जाने का पहला संकेत स्मृति ईरानी का तब माना जाने लगा, 24 अगस्त को गुजराती साहित्य के महान कवि वीर नर्मद शंकर दवे को उनकी जन्म जयंती पर न सिर्फ सूरत में श्रद्धासुमन अर्पित किए, बल्कि इसकी जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर की। यही नहीं आम तौर पर हिंदी और अंग्रेजी में ट्वीट करने वाली स्मृति ने संभवत: पहली बार गुजराती में ट्वीट किया।
ગુજરાતી સાહિત્યના અગ્રણી કવિ વીર નર્મદને આજે તેમની જન્મજયંતીના અવસરે તેમની જન્મભૂમિ સુરત ખાતે ભાવાંજલિ અર્પણ કરી. જય જય ગરવી ગુજરાત. pic.twitter.com/4TkA87bl5H
— Smriti Z Irani (@smritiirani) August 24, 2017
इसके बाद से ही राजनीति गलियारें में अटकलें लगने लगी कि यह स्मृति ईरानी के गुजरात की राजनीति में आने का संकेत है। अगर ऐसा हुआ तो यह पहला मौका होगा जब किसी दूसरे प्रदेश के नेता को मुख्यमंत्री कुर्सी मिले।
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