गेटमैन ने खोला राज- तीन दिन से टूटी थी पटरी लेकिन सोए रहे अधिकारी, फिर हुआ हादसा और मर गए 50 लोग

मुजफ्फरनगर के खतौली में शनिवार शाम हुए रेल हादसे में अबतक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकी इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसे के बाद लगातार कई खुलासे हो रहे हैं। हिंदी समाचार चैनल आजतक पर चल रहे एक ऑडियो की मानें तो जिस पटरी पर हादसा हुआ उस पटरी को रेलवे के कर्मचारियों ने ही काटी थी। लेकिन वक्त रहते वो नई पटरी नहीं जोड़ पाएं और ट्रेन के आने का वक्त हो गया। टूटी पटरी पर जैसे ही तेज रफ्तार ट्रेन गुजरी वैसे ही बेपटरी हो गई। ऑडियो में ये भी कहा जा रहा है कि हादसा होने के बाद वहां पर काम कर रहे रेलवे के सभी कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए।

चैनल पर चल रहा ऑडियो पठानकोट के एक रेलवे कर्मचारी का है जो दूसरी तरफ घटना स्थल के गेटमैन से बात कर रहा है। ऑडियो में आगे कहा गया है कि घटना स्थल से कुछ दूरी पर दो दिन पहले ही एक अन्य पटरी टूटी हुई मिली थी। इसके साथ ही उस लाइन पर दो स्लिपर भी टूटे हुए मिले थे। गेटमैन का कहना है कि मामले की जानकारी होने के बाद भी दो दिनों तक उसे ठिक करने के लिए कोई नहीं गया। हालांकि ये गनीमत रही की ट्रेन उधर से गुजरती रही और कोई हादसा नहीं हुआ।

उधर खतौली में हादसे के समय मौजूद लोगों का भी कहना है कि ट्रैक पर काम चल रहा था। इसी दौरान ट्रेन आने से पहले मरम्मत का काम करने वाले ट्रैक से हट गए। खतौली के स्टेशन के सुपरिटेंडेंट राजेंद्र सिंह ने कहा कि हमको किसी ट्रैक रिपेयर की जानकारी नहीं थी। अगर कोई रिपेयर का काम होगा तो वो इंजीनियरिंग विभाग को पता होगा, हमको जानकारी नहीं थी। हमारी ओर से कोई गलती नहीं हुई, हमारी तरफ से कोई भी सिग्नल गलत नहीं दिया गया था।

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