जनता दरबार में CM योगी ने ‘फरियादी’ को बोला- आवारा कहीं का

किसी भी प्रदेश में जब अधिकारी किसी व्यक्ति की सुनवाई करने से मना कर देता है, तो वो व्यक्ति अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास जाता है। ये सोचकर उसे न्याय मिलेगा और उसकी शिकायत को सुनी जायेगी।

मगर उत्तर प्रदेश इसका उलट हो रहा है। ऐसा ही हुआ जब एक शख्स सीएम योगी के पास अपने कब्ज़े की ज़मीन को छुडवाने के लिए गया तो उसे धक्के मारकर भगा दिया गया।

दरअसल लखनऊ के रहने वाले आयुष ने बताया की पूर्व मंत्री अमरपति त्रिपाठी और उनके विधायक बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने उसकी 22.2 बीघा ज़मीन कब्ज़ा कर ली है।

यही शिकायत लेकर वो कभी गोरखपुर का चक्कर कट रहा है तो कभी लखनऊ मगर आज जब वो शिकायत लेकर सीएम योगी के पास जनता दरबार पहुंचा तो उसकी शिकायत सुनते ही सीएम योगी उसकी शिकायत का कागज फाड़कर फेक दिया और कहा आवारा इंसान हो तुम तुम्हारी कोई शिकायत नहीं सुनी जाएगी।

आयुष ने बताया की उसने और उसके परिवार ने साल 2012 में व्यवसाई जमीन की रजिस्ट्री कराई थी लेकिन इसके बाद उस पर पूर्व मंत्री और उनके विधायक बेटे द्वारा कब्जा कर लिया गया।

आयुष ने आरोप लगाया कि विधायक अमनमणि त्रिपाठी लगातार उन्हें धमकी देते रहते हैं। वहीं स्थानीय गुंडे भी उनको और परिवार को जमीन भूल जाने की बात कहते हैं। हालांकि, जब इस संबंध में विधायक अमनमणि से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।

जब जनता दरबार में जनता को ही धक्के मारकर निकल दिया जाये तो क्या मान लिया जाना चाहिए की अब सरकार बाहुबली नेताओं के आगे नत्मस्तक है?