जिंदा तो जिंदा मरने के बाद भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना आनंदपाल

जयपुर। राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह जिंदा रहते हुए भी और मरने का बाद भी राजस्थान पुलिस के लिए मुसीबत बना हुआ है। पहले तो आनंदपाल की गिरफ्तारी नहीं होना और फिर उसका एनकाउंटर होना पुलिस के लिए समस्या बन चुका है। मरने के बाद पहले परिजन शव लेने को तैयार नहीं थे, अब शव ले लिया तो अंतिम संस्कार को तैयार नहीं है।

क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से धारा 144 लागू है, दिन और रात सांवराद में पुलिस की तैनाती है। समाज और परिवारजनों की मांग है की सरकार आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराए और उसके गिरफ्तार भाईयों को अंतिम संस्कार के समय मौके पर लाया जाए। लेकिन राजस्थान सरकार अभी इस मामले में कुछ भी करती नजर नहीं आ रही है।

इधर पुलिस ने आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद आने वाले सभी मार्गों को बड़े-बड़े खड्डे खुदवाकर सील कर दिया। इसके साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल गांव आने वाले सभी रास्तों पर तैनात किया गया है। किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए पुलिस ने गांव में बाहरी लोगों को प्रवेश बंद कर दिया। दो दिन से घर में ही बर्फ पर रखे शव को खराब होने से बचाने के लिए आनंदपाल का वकील एक डी-फ्रीज लेकर पहुंचा, लेकिन पुलिस ने गांव में प्रवेश नहीं करने दिया।

राजपूत सभा के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने सरकार पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई जांच करानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आनंदपाल का शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन उसे सुरक्षित रखने के लिए डी-फ्रीज नहीं ले जाने दिया जा रहा।

इससे पहले शव छह दिन तक रतनगढ़ अस्पताल की मोर्चरी के डी-फ्रीज में ही रखा रहा। इस बीच गुरूवार को आनंदपाल की मां ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम एम्स के चिकित्सकों से कराने की मांग करते हुए रतनगढ़ एडीजे कोर्ट में अपील की। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के मुताबिक एनकाउंटर में मारे गए व्यक्ति का पोस्टमार्टम किसी ए श्रेणी के अस्पताल में कराने के निर्देश दिए।

इस पर शुक्रवार को वरिष्ठ चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड ने चूरू जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया। इसके बाद भी परिजन शव लेने को तैयार नहीं हुए तो शनिवार सुबह भारी पुलिस बल के साथ शव आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद स्थित घर में पहुंचा दिया गया।

गौरतलब है की 24 जून की रात पुलिस ने चूरू के सांवराद गांव में रात को 11 बजे के लगभग आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर कर दिया था, जिसके बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।

 

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