दिल का दौरा पड़ने से नहीं हुई, ज़हर हुई जज लोया की मौत ! बढ़ सकती हैं जनरल डायर की मुश्किलें

उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि बंबई उच्च न्यायालय में सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में सुनवाई करने वाले न्यायाधीश को बदलने पर सवाल खड़े नहीं होने चाहिए क्योंकि रोस्टर में बदलाव‘‘ नियमित’’ प्रक्रिया है जो वहां स्थापित परंपरा के अनुरूप है.

शीर्ष अदालत ने यह उस समय कहा जब विशेष सीबीआई जज बी एच लोया की कथित रहस्यमयी मौत की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका दायर करने वाले बंबई लॉयर्स एसोसिएशन ने दलील दी कि सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में अपीलें सुनने से बंबई उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे को हटाने के प्रयास हुए हैं.

उधर वरिष्ठ अधिवक्ता  प्रशांत भूषण ने सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ कांड की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश बी एच लोया की मौत की न्यायिक जांच या विशेष जांच दल द्वारा जांच कराये जाने की मांग की है। प्रशांत भूषण ने दावा किया कि लोया की मौत दिल का दौरा पड़ने से नहीं हुई है जैसा कि सरकारी अधिकारी दावा कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने मांग की कि इसकी जांच होनी चाहिए।

प्रशांत भूषण ने कहा, ”मैं याचिका दायर करुंगा और लोया की मौत की न्यायिक जांच या एसआईटी जांच की मांग करुंगा। यदि यह दिल का दौरा नहीं था तब इस बात की जांच होनी चाहिए कि मौत की वजह क्या थी। उन्होंने दावा किया, ”सीबीआई यह जांच नहीं कर सकती है क्योंकि उस पर ढेर सारा सरकारी दबाव होता है। सरकार चाहती है कि इस मामले को तत्काल खारिज कर दिया जाए।

प्रशांत भूषण ने कहा

लोया को क्यों मार डाला गया? इससे किसका मकसद हल होता था? लोया की मौत के बाद हत्याकांड में कौन बरी हुआ?

सीपीआईएल की सचिव, वकील कामिनी जायसवाल के जरिए दायर आवेदन में, कैरवान पत्रिका द्वारा पिछले महीने प्रकाशित एक रिपोर्ट का संदर्भ दिया गया है, जिसने भारत के अग्रणी फोरेंसिक विशेषज्ञों में से एक डॉ. आर.के. शर्मा से राय का हवाला दिया। इसके अनुसार डॉ. शर्मा ने न्यायाधीश लोया के पोस्टमार्टम रिपोर्ट और संबंधित हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट की जांच की, और दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मृत्यु की संभावना से इनकार कर दिया था। डॉ. शर्मा ने वास्तव में यह राय दी थी कि रिपोर्ट से मस्तिष्क पर चोट और ज़हर देने के संकेत दिखते है.

हाईप्रोफोइल सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ कांड की सुनवाई कर रहे लोया की एक दिसंबर, 2014 को नागपुर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई जहां वह अपने एक सहयोगी की बेटी की शादी में गये थे। सुप्रीम कोर्ट फिलहाल उनकी मौत से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई कर रहा है।

source- hastekshep