पनामा पेपर्स: ऐक्शन में I-T, रेडार पर अमिताभ

नई दिल्ली- पनामा पेपर्स मामले में बॉलिवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन समेत कई बड़े लोगों का नाम सामने आया था। इस मामले को लेकर इनकम टैक्स विभाग काफी ‘आक्रामकता’ से काम कर रहा है। विभाग ने मामले में और जानकारी जुटाने के लिए एक आला अधिकारी को ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में भी भेजा है।

कैरेबियाई द्वीप समूह में स्थित ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स कई टैक्स हैवन देशों में से शुमार हैं। इनकम टैक्स विभाग ने पनामा पेपर्स में सामने आए 33 नामों के लिए मुकदमा दायर कर दिया है व बाकियों के खिलाफ जांच चल रही है।

एक अधिकारी ने अपनी पहचान न जाहिर करने की शर्त पर हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘जांच में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जा रही है। हम काफी तेजी से अन्य देशों से जानकारी जमा कर रहे हैं। पनामा पेपर मामले में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को उनके पद से हटाए जाने के बाद से ही भारतीय टैक्स एजेंसियों पर मामले को लंबा खींचने जैसी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

जब इस अधिकारी से पूछा गया कि क्या अमिताभ बच्चन के खिलाफ आरोपों की भी जांच की जा रही है। इस पर अधिकारी ने कहा, ‘मिस्टर बच्चन का कहना है कि दस्तावेजों में सामने आई किसी भी फर्म से उनका वास्ता नहीं है। तो हम सीधा जांच शुरू नहीं कर सकते। हमें और जानकारी जुटानी होगी।’

अधिकारी ने कहा, ‘हमने और जानकारी जमा करने के लिए सीबीडीटी (सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स) के अधिकारी को ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड भेजा है। हम कई अन्य देशों से भी जानकारी तलाश रहे हैं। इसके बाद हम जानकारी का आकलन करके पता लगाएंगे क्या वाकई किसी कानून का उल्लंघन हुआ है।’

कथित पनामा-पेपर्स में कई बड़े फिल्मी सितारों, राजनेताओं और व्यापारियों के नाम सामने आए थे। अमिताभ बच्चन ने कोई भी गलत काम करने से इनकार किया था। अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेश में धन भेजा है। उन्होंने पनामा पेपर्स में सामने आयीं कंपनियों से भी किसी तरह का संबंध होने से इनकार किया था।

अधिकारी ने कहा, ‘सामने आए कुछ अकाउंट असली हैं और वे नाम डिटेल देने के सामने भी आए हैं। जानकारी जमा करने की प्रक्रिया काफी लंबी है।’

पनामा पेपर्स के दस्तावेज पनामा स्थित एक लॉ फर्म- मोसेक फॉन्सेका (Mossack Fonseca) ने ही लीक किए थे। इस फर्म के 35 देशों में दफ्तर हैं। पनामा पेपर्स में 50 देशों के ऐसे 140 राजनेताओं के नामों का जिक्र है जिनके कथित रूप से विदशी अकाउंट हैं। इसमें 12 मौजूदा व पूर्व राष्ट्राध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा खिलाड़ी, प्रशासक और फोर्ब्स की सूची में शामिल 29 अरबपतियों के नाम भी इन पेपर्स में है।

पनामा पेपर्स की जांच के लिए भारत वैश्विक टास्क फोर्स का हिस्सा है। यह फोर्स मामले की जांच के लिए जानकारी साझा करेगी और एक दूसरे का सहयोग करेगी।

 

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