पश्चिमी बंगाल में फिर भड़की हिंसा, गोरखालैंड समर्थक की मौत

दार्जिलिंगः पश्चिमी बंगाल में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। जानकारी के मुताबिक, गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट(जीएनएलएफ) के कार्यकर्ता तुसी बूटिया की कल रात कथित रूप से सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मौत की घटना के बाद दार्जिलिंग हिल्स में विभिन्न स्थानों पर हिंसा भड़क उठी। इस बीच पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर दार्जिलिंग हिल्स के विभिन्न राजनीतिक दलों को संयुक्त संघ गोरखालैंड आंदोलन समन्वय समिति(जीएमसीसी) के आह्वान पर अनिश्चिकालीन बंद आज 27वें दिन में प्रवेश कर गया। जीएनएलएफ के नेता नीरज जिब्बा ने आरोप लगाया कि तुसी की मौत कथित रूप से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की गोलीबारी मेें कल रात करीब 11ः00 बजे उस समय हुई, जब वह दवाएं लेने जा रहा था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने उस समय गोलियां चलाई, जब कुछ बदमाश एक कार में तोडफ़ोड़ कर रहे थे।

पुलिस ने किया गोलीबारी का खंडन
दूसरी तरफ दार्जिलिंग जिला प्रशासन और पुलिस ने सोनादा में सुरक्षाबलों द्वारा गोलीबारी किए जाने का खंडन किया है। मृतक के परिजनों ने इस मामले में सोनादा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। तुसी की मौत की खबर फैलते ही घटना के विरोध में युवकों और महिलाओं का समूह सड़कों और गलियों में उतर आया और यातायात जाम कर दिया। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा(जीजेएम ) के सहायक सचिव विनय तमांग ने आरोप लगाया कि तुसी की मौत के साथ ही दार्जिलिंग हिल्स में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में अब तक 4 गोरखा समर्थक मारे जा चुके हैं।

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