पी वी सिंधु ओलंपिक पदक विजेता का स्वदेश वापसी पर भव्य स्वागत,

नयी दिल्ली,03 अगस्त 2021,केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में चीन की ही बिंग जियाओ पर सीधे गेम में जीत के साथ कांस्य पदक जीतने और लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु को आज स्वदेश लौटने पर सम्मानित किया। पी वी सिंधु दो ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाडी हैं। पीवी सिंधु ने कहा कि…मैं अपने माता-पिता को उनके निरंतर समर्थन और त्याग के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं और मेरे साथ लगातार मेहनत करने और इस सपने को साकार करने के लिए मेरे कोच को धन्यवाद देती हूं।

एक गर्मजोशी भरे समारोह में सिंधु और उनके कोच पार्क ताए सांग का अभिनंदन करने के लिए ठाकुर के साथ केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण; केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू; केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, संस्कृति और पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी और युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक तथा खेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। सिंधु के माता-पिता पी विजया और पीवी रमना कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद से नई दिल्ली पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में सांसद श्याम बापू राव, बंदी संजय कुमार, अरविंद धर्मपुरी और टी.जी. वेंकटेश भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर बोलते हुए, ठाकुर ने कहा, “पीवी सिंधु भारत की महानतम ओलंपियनों में से एक हैं। वह एक प्रतीक हैं, भारत के लिए एक प्रेरणा हैं, उन सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श जो देश के लिए खेलना चाहते हैं। उनके लिए लगातार दो ओलंपिक खेलों में पदक जीतना दुर्लभ है। अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए यह जीत काफी रोमांचक होगी। उनकी सफलता से पता चलता है कि कैसे सरकार की लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना ने हमारे ओलंपिक के संभावित खिलाड़ियों को पोडियम फिनिश की ओर अग्रसर किया है। टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सिंधु से बात की। वह उनकी सफलता पर बधाई देने वाले पहले व्यक्ति भी थे। 130 करोड़ भारतीय उनकी अद्भुत सफलता से रोमांचित हैं”।

सिंधु को सम्मानित होने पर खुशी जताते हुए कहा कि फाइनल में पहुंचने में असफल होने पर निराशा के बावजूद, वह ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीतकर बहुत खुश हैं। “मैं समर्थन के लिए अपने प्रत्येक प्रशंसक को धन्यवाद देना चाहती हूं। स्टेडियम में प्रशंसकों से सीधे समर्थन की कमी के बावजूद, मुझे देश से करोड़ों लोगों ने समर्थन दिया। मुझे जो सफलता मिली है, वह उन्हीं के आशीर्वाद का परिणाम है। उन्होंने कहा की मेरे साथ काम करने और इस सपने को साकार करने के लिए मैं अपने माता-पिता को उनके निरंतर समर्थन और मेरे कोच के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं।“

इस अवसर पर अपने संबोधन में निर्मला सीतारमण ने कहा – ”सिंधु एक महान खिलाड़ी है। उन्होंने कई बार खुद को उस मुकाम पर साबित किया है। कड़ी मेहनत, गाचीबोवली में विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं, महान कोच, परिवार के समर्थन के साथ-साथ सिंधु की दृढ़ता, समर्पण और कौशल ने इस सफलता में योगदान दिया।” उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा दिन है जब सभी भारतीय पूर्ण उनसे प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, “आने वाली पीढ़ियों के लिए वह प्रेरणा होंगी।”

कार्यक्रम में बोलते हुए रिजिजू ने कहा, “मुझे पी वी सिंधु पर बहुत गर्व है कि उन्होंने अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीता है और भारत को गौरवान्वित किया है। ओलंपिक में एक के बाद एक पदक जीतना असाधारण उपलब्धि है। वह वास्तव में एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और भारत का गौरव हैं।”

इस अवसर पर बोलते हुए श्री रेड्डी ने कहा, “टोक्यो ओलंपिक खेलों में पी वी सिंधु का पोडियम फिनिश नई तरह की कहानी है – वह 2 ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं और लगातार 2 ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय हैं। इन सभी आँकड़ों के पीछे आजीवन आकांक्षाएं, धैर्य और बलिदान है। कई वर्षों तक सुबह से देर रात तक का अभ्यास और है जो उनके जीवन में एक ‘नया दृष्टिकोण’ बन गया है। एक तेलुगु होने के नाते, हैदराबाद की इस युवती को यह उपलब्धि हासिल करते देख मेरा दिल गर्व से भर जाता है। सिंधु की जीत न केवल 65 लाख हैदराबादियों और 6.5 करोड़ तेलुगु लोगों को बल्कि भारत की महिलाओं और युवतियों को भी प्रेरित करेगी। इस असाधारण उपलब्धि के लिए उन्हें एक बार फिर बधाई।”

कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में श्री प्रमाणिक ने कहा, “पीवी सिंधु को लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रचने के लिए बधाई। उनका समर्पण, सत्यनिष्ठा, विनम्रता और खेल भावना सभी को प्रेरित करती है। भारत को आप पर गर्व है।”

सरकार ने सिंधु को पिछले ओलंपिक चरण में लगभग 4 करोड़ रुपये का वित्त पोषण किया, जिसमें हैदराबाद में प्रशिक्षण शिविरों के अलावा 52 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए की गई यात्राएं शामिल हैं। इसके अलावा, तेलंगाना सरकार के सहयोग से, भारत सरकार ने ओलंपिक खेलों से पहले गाचीबोवली स्टेडियम में उसके प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की।

24 जुलाई को 49 किलोग्राम वर्ग का रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू के बाद सिंधु टोक्यो ओलंपिक-2020 से पदक के साथ स्वदेश वापस लौटने वाली दूसरी भारतीय एथलीट हैं। भारतीय महिला मुक्केबाज़ लवलीना बोरगोहेन ने 69 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच कर अपना पदक पक्का कर लिया है। लवलीना बुधवार को सेमीफाइनल में तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली के खिलाफ मुकाबला खेलेंगी।@फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम

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