हाल ही में उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में कैराना से राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के उम्मीदवार बेगम तब्बसूम हसन की प्रभावशाली जीत के बाद, हसन का एक बयान सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर आग की तरह फैल रहा है। इस संदेश के मुताबिक हसन ने कहा है, “ये अल्लाह की जीत है और राम की हार।”
यह बयान कई भाजपा समर्थक पेजों से पोस्ट किया गया है जिसमें एक Yogi Adityanath – True Indian पेज भी है। इस पेज ने 1 जून को यह पोस्ट किया है जिसे इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक 4500 से ज्यादा बार शेयर किया जा चूका है।
आज वाकई बड़ा खुश हूँ
कैराना की हार पर सुबह दुख था
लेकिन जैसे ही कैराना से सांसद चुनी गई तसव्वुर बेगम ने कहा
“यह…Posted by Yogi Adityanath – True Indian on Thursday, 31 May 2018
एक और पेज कमल त्यागी BJP से इसे पोस्ट किया गया है जिसे 1 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चूका है।
आज वाकई बड़ा खुश हूँ…
कैराना की हार पर सुबह दुख था…
लेकिन जैसे ही कैराना से सांसद चुनी गई तसव्वुर बेगम ने कहा
“…Posted by Kamal Tyagi BJP on Thursday, 31 May 2018
इस बयान का एक अलग रूप भी व्यापक तौर पर फैल रहा है, जिसके अनुसार हसन ने कहा है कि “ये इस्लाम की जीत है और हिन्दुओ की हार है” इसे फेसबुक पेज We Support Yogi Adityanath ने पोस्ट किया जिस पेज के 10 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इस पोस्ट को 1 जून को पोस्ट किया गया है और इसे अब तक 28000 से ज्यादा बार शेयर किया गया है।
ऊपर लाइक बटन दबाकर पेज से जुड़ें !
Posted by We Support Yogi Adityanath on Thursday, 31 May 2018
इस कथित बयान को व्हाट्सएप पर भी बड़े पैमाने पर वायरल किया गया है जहां इसे अब तक कई ग्रुपों में शेयर किया गया है।
इसे ट्विटर पर भी व्यापक रूप से शेयर किया गया है। इसे शेयर करने वालों में कम से कम तीन लोगों को पीएम मोदी ट्वीटर पर फॉलो करते हैं।
“मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है”
ऑल्ट न्यूज ने तब्बसूम हसन से संपर्क किया, उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंने कहा, “हम तो सब धर्मों का सम्मान करते हैं, हमारा ऐसा कुछ अलग नहीं है। हमेशा जो है हम ये चाहते हैं कि भाई सब इंसानियत में रहे हर इंसान एक-दूसरे से प्यार मोहब्बत से रहे। इनलोगों को जब कोई रास्ता नहीं मिला तो ये फेक मेसेज चला चला के 2019 के लिए रास्ता बनाना चाहते हैं। आपको कहीं से पता चले अगर जिसने यह सब किया है तो मुझे भी जरूर इन्फॉर्म करियेगा। हम ऐसे लोग नहीं है ना हमने ऐसा कुछ कहा है कभी। अल्लाह और राम में फर्क ही क्या है, मानने वालों की बात है आस्था की बात है जो मानता है दिल से मानता है। दिल से मानने की बात है।”
हाल ही में हुए उपचुनाव में बीजेपी का खराब प्रदर्शन रहा था जिसके बाद बीजेपी पार्टी से सहानुभूति रखने वाले नकली समाचार तंत्र तुरंत काम पर लग गए। ऑल्ट न्यूज ने कई मौकों पर सांप्रदायिक स्तिथि पैदा करने के लिए बीजेपी का समर्थन करने वाले पेजों और समूहों द्वारा निरंतर प्रयासों को देखा है। नकली खबरों की यह घटना चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी हुई है। चुनाव से पहले एक विशेष एजेंडा निर्धारित करने और चुनावी विफलता की स्थिति में बचाव करने के लिए इस हथकंडे का उपयोग किया जाता है।
source- altnews