(पोल -खोल ) मार्च 2018 – मीडिया में पुरे मार्च रहा फ़र्ज़ी खबरों का बोलबाला , हुई गिरफ्तारी

मार्च के महीने में फेक न्यूज़ इंडस्ट्री काफी व्यस्त रही। ढेरों फर्जी बयान प्रसारित किये गए, सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ कंटेंट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और मुख्यधारा के मीडिया ने कई हास्यास्पद गलतियां की। फेक न्यूज़ से जुड़ी इस महीने की सबसे बड़ी खबर पोस्टकार्ड न्यूज़ के एडमिन की गिरफ्तारी रही। उनकी गिरफ्तारी तब हुई जब उनके पोर्टल से शेयर की गयी सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ खबर फेक पायी गयी। आइये मार्च के महीने में ऑनलाइन आयी फेक खबरों पर एक नज़र डालें।

1. पोस्टकार्ड न्यूज़ ने जैन संत पर मुसलमान युवक द्वारा हमले की झूठी खबर पोस्ट की

“बहुत दुखद खबर है कि कल कर्नाटक में मुसलमान युवक ने एक जैन मुनि पर हमला कर दिया… सिद्दारम्मैया के कर्नाटक में कोई सुरक्षित नहीं है।” इन शब्दों के साथ पोस्ट कार्ड न्यूज़ ने एक फोटो पोस्ट की और दावा किया कि प्रदेश में एक मुसलमान युवक ने जैन मुनि पर हमला कर दिया है।

साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील इस खबर को आदतन फेक न्यूज़ फैलाने वालों ने शेयर किया। इनमे से एक महेश विक्रम हेगड़े भी थे जो कि पोस्ट कार्ड न्यूज़ के एडमिन हैं। जब ऑल्ट न्यूज़ ने इस बात की पुष्टि की कि जैन मुनि को चोट सड़क दुर्घटना की वजह से आयी हैं तब कर्नाटक पुलिस हरकत में आयी और हेगड़े को गिरफ्तार कर लिया।

2. आज तक और रिपब्लिक टीवी ने आप विधायकों के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले की ग़लत रिपोर्टिंग की

ब्रेकिंग न्यूज़ एक ऐसी बीमारी है जो टीवी न्यूज़ चैनलों को अक्सर शर्मिंदा होने पर विवश कर देता है क्योंकि कुछ चैनल न्यूज़ को पहले दिखाने की हड़बड़ी में अक्सर उसके तथ्यात्मक पहलु को सत्यापित नहीं कर पाते। दिल्ली हाई कोर्ट आप विधायकों का ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले में निलंबन का मामला सुन रहा था। अपने फैसले में कोर्ट ने उनका निलंबन रद्द कर उन्हें बहाल कर दिया। लेकिन रिपब्लिक टीवी और आज तक ने ठीक उसके उलट रिपोर्टिंग की।

3. आज तक और एबीपी ने झारखंड राज्य सभा नतीजों की ग़लत रिपोर्टिंग की

आज तक और एबीपी न्यूज़ ने झारखंड की ग़लत रिपोर्टिंग करते हुए ये बतलाया कि भाजपा झारखंड से दोनों राज्य सभा सीटें जीत चुकी है।

असल में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने झारखंड से राज्य सभा में एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी।

4. नरेंद्र मोदी को दुनिया का दूसरा सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री बताने वाली खबर फर्जी है

सोशल मीडिया पर एक सूची शेयर की जा रही थी जिसके मुताबिक़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्रियों में दुसरे स्थान पर हैं। यह सूची दुनिया के सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्रियों की बताई जा रही थी। उस सूची पर अव्वल नाम पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का था। रूस के व्लादिमीर पुतिन इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं।

यह जानकारी पूरी तरह झूठी है और यह सूची पूरी तरह फर्जी है। यह सूची फॉक्स न्यूज़ पॉइंट नाम के वेबसाइट पर पोस्ट की गयी। इस सूची के साथ-साथ कई और सूचियां जैसे ‘दुनिया के सबसे भ्रष्ट राजनीतिक परिवार’ और ‘दुनिया की सबसे भ्रष्ट राजनीतिक पार्टियां’ इस वेबसाइट पर पोस्ट की गयी हैं। इस तरह की फेक न्यूज़ काफी समय से पोस्ट की जा रही है। इस वेबसाइट पर शेयर की गयी सूचनाएं पूरी तरह निराधार हैं और कई पोलिटिकल पार्टी के समर्थक और विपक्षी इसे अपने राजनीतिक प्रचार के लिए इस्तेमाल करते हैं।

5. एएनआई द्वारा इंटरव्यू किये गए एनसीसी कैडेट की फ़र्जी फेसबुक प्रोफाइल सोशल मीडिया पर वाइरल हुई

मैसूर में एक एनसीसी कैडेट के राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रया को एएनआई ने रिपोर्ट किया। उसके बाद बहुत जल्द सोशल मीडिया पर यह खबर फैल गयी की संजना सिंह जिसने राहुल गांधी को जवाब दिया था वह एबीवीपी की सदस्य है। एबीवीपी संघ परिवार का छात्र संगठन है।

जिस लड़की को लोग एनसीसी कैडेट संजना सिंह बताकर स्क्रीनशॉट वाइरल कर रहे थे, ऑल्ट न्यूज़ ने उसका फेसबुक प्रोफाइल खोजा। फिर हमने जिस कैडेट का एएनआई ने इंटरव्यू लिया था और जिसका फोटो वाइरल हुआ था उनके फोटो की तुलना की। इस पर हमें मालूम पड़ा की यह दोनों एक ही नाम के अलग-अलग व्यक्ति हैं। यानी की वाइरल की जा रही खबर झूठी थी।

6. वियतनाम युद्ध का विरोध करते स्टेफेन हॉकिंग की फर्जी फोटो वायरल हुई

प्रोफेसर स्टेफेन हॉकिंग की मृत्यु के बाद सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो गयी। उस फोटो में यह दावा किया गया था कि जो आदमी लाठी पकड़ कर चल रहा है वह स्टेफेन हॉकिंग है, जो 1968 में लंदन के ग्रॉसवेनर स्क्वैर पर वियतनाम युद्ध के खिलाफ उस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।

लेकिन फोटो में लाठी लेकर चल रहा वह जवान व्यक्ति स्टीफेन हॉकिंग नहीं है। इस बात की पुष्टि पाकिस्तानी लेखक और पोलिटिकल एक्टिविस्ट तारिक़ अली ने की जो 1968 में लंदन में लिए गए उस फोटो में मौजूद हैं। अदाकारा वनेसा रेडग्रेव जो वियतनाम युद्ध की कट्टर विरोधी थी वो भी इस फोटो में देखी जा सकती हैं। अली ने इस बात को फेसबुक पर स्पष्ट किया।

7. दक्षिणपंथियों ने त्रिपुरा में कम्युनिस्टों द्वारा राजीव गाँधी की मूर्ति को खंडित करे जाने की फ़ेक न्यूज़ फैलाई

दक्षिणपंथ के कई सदस्यों ने सोशल मीडिया पर यह झूठी खबर फैलाई कि कम्युनिस्टों ने वाम मोर्चे की सरकार के समय त्रिपुरा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की मूर्ति तोड़ी थी। ये खबर सीपीआई (एम) की त्रिपुरा में हार के तुरंत बाद आयी जब दक्षिणपंथ के समर्थकों द्वारा लेनिन की मूर्ति गिराई गयी थी।

लेकिन वह फोटो असल में त्रिपुरा की नहीं बल्कि आंध्रप्रदेश की है और वह साल 2008 नहीं 2013 था। राजीव गाँधी की मूर्ति साल 2013 में गिराई गयी थी जब तेलंगाना के अलग राज्य बनने की घोषणा के बाद प्रदेश भर में व्यापक प्रतिरोध फैल गया था।

8. पाकिस्तानी बाल कलाकार को भारतीय सेना के शहीद अफसर का बेटा बताया

एक बार फिर फर्जी देशभक्ति का इस्तेमाल कर भावनाओं को उद्वेलित करने की कोशिश की गयी जब एक बाल कलाकार का विडियो यह कह कर फैलाया गया कि वह भारतीय सेना के एक शहीद अफसर का बेटा है जो आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। यह विडियो लाखों लोगों ने देखा और केवल फेसबुक के मात्र एक पेज पर से 3 लाख से ज़्यादा बार शेयर किया गया।

A Song By Pakistani Boy We Really Appreciate your song..

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Posted by Indian Army – Service Before Self on Tuesday, 2 January 2018

लेकिन सच यह है कि वह लड़का भारतीय सेना के अफसर का बच्चा नहीं है। यहां तक कि वह लड़का भारतीय ही नहीं बल्कि पाकिस्तानी बाल कलाकार है जिसने वह गाना 2014 के पाकिस्तान के पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए हमले के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए गाया था। उस विडियो के साथ जो कैप्शन था उसको बाद में ठीक किया गया।

9. निर्भया मामले में नाबालिग अपराधी की फर्जी फोटो सोशल मीडिया और व्हाट्सएप्प पर प्रसारित हुई

“2013 निर्भया गैंगरेप का नाबालिग अपराधी गायब हो गया है और दक्षिण भारत के किसी होटल में काम कर रहा है”, इस मेसेज के साथ पूरा सोशल मीडिया भरा पड़ा था। इस मेसेज के साथ एक लड़के की फोटो थी जो उस अपराधी की बताई जा रही थी।

यह मेसेज वॉट्सऐप और दुसरे प्लेटफार्म पर वायरल हो गया था। लेकिन यह फोटो उस नाबालिग अपराधी की नहीं है जैसे कि ऑल्ट न्यूज़ की यह रिपोर्ट प्रमाणित करती है। यह फोटो @anehabheti नाम के ट्विटर अकाउंट से लिया गया है जिसका नाम मोहम्मद अफ़रोज़ कहा गया है। यह उस अपराधी का अकाउंट नहीं है।

10. उत्तर प्रदेश के निर्दलीय प्रत्याशी के पुराने विडियो को राजद के “नए” और भ्रष्ट” सांसद का बताकर फैलाया गया

“बिहार से राजद के नवनिर्वाचित सांसद का बयान: देखिये खुलेआम सांसद और विधायक कैसे पैसा बना रहे हैं! राजद ज़िंदाबाद!” इस मेसेज के साथ एक राजनीतिक प्रत्याशी का विडियो है जो कह रहा है कि उसने राजनीति पैसा बनाने के लिए ज्वाइन की है। सोशल मीडिया जैसे वॉट्सऐप फेसबुक और ट्विटर पर वायरल हुए इस विडियो में प्रत्याशी को हाल में हुए बिहार उपचुनाव में जीते राजद का प्रत्याशी बताया जा रहा है।

लेकिन यह सच नहीं है। यह विडियो बिहार से नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश से है। प्रत्याशी राजद का नहीं बल्कि निर्दलीय है और यह विडियो साल 2018 का नहीं बल्कि 2017 का है।

11. टाइम्स ऑफ इंडिया ने छापी प्रिया प्रकाश वारियर के ऊपर कॉलेज सर्क्युलर निकलने की फर्जी खबर

“कोयम्बटूर के कॉलेज ने छात्रों से कहा यदि प्रिया वारियर की तरह आँख मारी तो सज़ा मिलेगी!” (अनुवाद) 18 मार्च को अंग्रेजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया में इस हैडलाइन के साथ एक लेख प्रकाशित हुआ। इस रिपोर्ट को बाद में वापस लिया गया। इस रिपोर्ट के मुताबिक़ कोयम्बटूर के वीएलबी जानकीअम्मल कॉलेज ने यह सर्क्युलर जारी किया था कि जिन लड़कियों को प्रिया वारियर की तरह आँख मारते हुए पकड़ा जाएगा उन्हें 1 साल ससपेंड कर दिया जाएगा।

यह सर्क्युलर फर्जी था। यह एक फोटोशॉप की हुई तस्वीर थी जो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही थी। वहाँ से मुख्यधारा के टाइम्स ऑफ इंडिया जैसे प्रकाशन ने उस खबर की बिना पुष्टि किये छाप दिया। बाद में यह खबर टाइम्स ऑफ इंडिया के वेबसाइट से डिलीट कर दी गयी।

12. पाकिस्तानी चैनल ने भाजपा सांसद के बयान के बाद सोलर पैनल तोड़े जाने की खबर चलाई

“क्या आपको पता है ये क्या कर रहे हैं? भारतीय संसद के सदस्य अशोक सक्सेना (भाजपा) ने कहा की यदि लोग सौर ऊर्जा का प्रयोग करेंगे तो सूर्य देवता नाराज़ हो जाएंगे। अब भाजपाई संघियों ने सोलर पैनल तोड़ने शुरू कर दिए हैं!!!” इस मेसेज के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो प्रसारित हो रहा है जिसमें लोगों का एक समूह सोलर पैनल तोड़ते हुए देखा जा सकता है।

ऑल्ट न्यूज़ ने तथ्यों की जांच की और पाया कि इस सूचना की उत्पत्ति का स्रोत संभावित तौर पर पाकिस्तान हो सकता है क्योंकि यह खबर लगभग वहीं पहले चली थी। न्यूज़ वन नामक एक पाकिस्तानी चैनल ने इस फर्जी खबर को रिपोर्ट किया जिसके बाद इंटरनेट पर यह खबर फैल गयी। हालांकि यह विडियो महाराष्ट्र से है।

13. फर्जी बयानों का सिलसिला हद से बढ़ा; हार्दिक पंड्या के खिलाफ एक पैरोडी अकाउंट के ट्वीट के लिए मामला दर्ज

राजस्थान के जोधपुर शहर में एक स्पेशल एससी/एसटी कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया की क्रिकेटर हार्दिक पंड्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। पंड्या पर बी. आर. अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप के बाद शिकायत दर्ज की गयी। फरियादी ने आरोप लगाया था कि पंड्या ने जातिवादी टिप्पणी की जिससे एक समुदाय विशेष की भावनाएं आहत हुई है जिसके लिए उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए।

लेकिन यह ट्वीट एक पैरोडी अकाउंट से था ना कि क्रिकेटर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से था। उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल @hardik7 है। मार्च 2018 से, ऑल्ट न्यूज़ लगातार फर्जी बयानों पर नज़र रखे हुए है जो सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर फैलाई जा रही है। कोशिश यही है कि इन झूठी खबरों के प्रसार को जिन्हें किसी सेलिब्रिटी के हवाले से फैलाया जाता है, उन्हें रोका जाए और इससे हो रहे नुकसान से बचा जा सके।

इस महीने सेलिब्रिटी के हवाले से फैलाए गए फर्जी बयानों में वृद्धि हुई है। ऑल्ट न्यूज़ पाठकों को चेताना चाहता है कि जब भी वे किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के हवाले से कोई विवादस्पद टिपण्णी पढ़ते हैं तो एक गूगल सर्च ज़रूर कर लें। ऑल्ट न्यूज़ फर्जी खबरों, गलत सूचनाओं पर लगातार नज़र बनाए रखेगा और लेटेस्ट अपडेट लाता रहेगा।

 

source- altnews