प्रधानमंत्री मोदी को जान से मारने की साजिश रची जा रही है। ऐसा कोई और नहीं बल्कि पुणे पुलिस का कहना है अब इस मामले और बातें निकलकर आना बाकी है मगर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कुछ तस्वीरों को देखें तो ऐसा लगता नहीं है की पीएम मोदी के लिए ये पहली बार है की उन्हें जान से मारने की साजिश रची गई हो।
वायरल हो रही तस्वीर में साल 2009 से लेकर साल 2014 तक पीएम मोदी को कई बार जान से मारने की धमकी मिली है। कभी पीएम मोदी को फोन करके जान से मारने की धमकी दी जाती तो कभी मोदी के मंत्री ये खुद ये कहते हुए नज़र आते है की हत्या की साजिश कोई और नहीं बल्कि तबके दुश्मन और अबके सहयोगी नीतीश कुमार रच रहे है।
पिछले 10 सालों में लगातार पीएम मोदी अलग अलग तरह से धमकी मिली है। मगर किसी भी धमकी की जांच कितनी और कहाँ तक पहुंची ये या तो सिर्फ पीएम मोदी जानते है या फिर उनकी सुरक्षा देखने वाले लोग। प्रधानमंत्री देश के लिए सुरक्षा का भरोसा होता है ऐसे में अगर उसे ही धमकी मिलनी शुरू हो जाये तो समझा जा सकता है देश में खुफिया विभागों की चूक कहाँ हो रही है।
मगर पीएम मोदी को मिलने वाली धमकियों की लिस्ट बहुत लम्बी है। इस मामले पर आईपीएस संजीव भट्ट ने सोशल मीडिया पर लिखा प्लान ए हिन्दू खतरे में है, प्लान बी मोदीजी खतरे में है। अगर प्लान ए काम न करे तो प्लान बी को प्रयोग में लाओ।
Plan A: Hindu khatre mein hain!
Plan B: Modiji khatre mein hain!
If Plan A fails, try Plan B.
— Sanjiv Bhatt (IPS) (@sanjivbhatt) June 9, 2018
वहीँ पुणे पुलिस के दावे को मानें तो नक्सली राजीव गांधी की हत्याकांड की तर्ज़ पर प्रधानमंत्री मोदी पर हमले की योजना बना रहे थे। इस बात का भीमा-कोरेगांव हिंसा की जांच में गिरफ्तार 5 लोगों के पास मिले दस्तावेज़ों से हुआ है।
बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा की जांच के दौरान जब पुलिस ने रोना विल्सन, सोमा सेन, सुधीर धवले, सुरेंद्र गाडलिंग जैसे लोगों को गिरफ़्तार किया तब ये आरोप लगा कि वह असली गुनहगारों को छोड़ रही है लेकिन अचानक अब ये जांच प्रधानमंत्री की हत्या की साज़िश की ओर मुड़ चुकी है।
अब पुलिस को इस चिट्ठी के अलावा और भी सबूत जुटाने होंगे जिनसे ये साबित हो कि इस इरादे को बाक़ायदा साज़िश की शक्ल दी गई। जबकि कई सामाजिक संगठनों ने कहा कि ये अंबेडकरवादी आंदोलन को कुचलने की कोशिश है।