फटाफट लोन देने वाले एप्स से सावधान!!!

अगर आज अपने पैसों का भुगतान नहीं किया तो मैं आपके दोस्तों और रिश्तेदारों को कॉल करने जा रहा हूं. इसके बाद, आपको अफ़सोस होगा कि आपने कभी लोन लेने का फ़ैसला किया था.”

विनीता टेरेसा को बीते लगभग तीन महीनों से इस तरह के फ़ोन कॉल आ रहे हैं और ये कॉल उनमें से एक है. लगभग हर रोज़ ही लोन-रिकवरी एजेंट के नाम से उनके पास फ़ोन आते. इन एजेंट्स के नाम अलग-अलग होते लेकिन उनका काम एक ही होता. कॉल करने के साथ ही वो उन पर चिल्लाने लगते. कई बार वो धमकी तक दे देते और बहुत बार अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल करते.

भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था. लेकिन लॉकडाउन ने कई लोगों के सामने वित्तीय संकट पैदा कर दिया. महीनों तक चले लॉकडाउन ने कई बने-बनाए स्थापित कारोबार को बर्बाद कर दिया. लॉकडाउन की वजह से विनीता की आर्थिक स्थिति भी चरमरा गई. ऐसे में उन्होंने उन ऐप्स का रुख़ किया जो ‘इंस्टेंट-लोन’ यानी फ़टाफ़ट से लोन देने का दावा करते हैं.