बाबा बोला- जेल में लड़की को साथ रहने दो वरना, CM खट्टर से कहकर करा दूंगा सस्पेंड

नई दिल्ली- साध्वी रेप केस में दोषी करार दिए जाने के बाद भी डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां के तेवर नहीं बदले। पुलिस बाबा की गोद ली हुई बेटी को हनीप्रीत को हेलीकॉप्टर में उसके साथ रोहतक जेल ले गई थी। हनीप्रीत ने वकील से कहा था कि वह जेल में राम रहीम के साथ रहना चाहती है।

लड़की के साथ हेलीकॉप्टर में जाता बाबा राम रहीम

जेल में साथ रहने की थी मांग

बाबा ने जज से कहा कि वह एक्यूप्रेशर एक्सपर्ट है। डेरामुखी की कमर में दर्द है। माइग्रेन भी रहता है। इसलिए वह साथ जाएगी। इस ममाले पर कोर्ट ने कहा कि वह ऐसा कोई आदेश नहीं दे सकता। यह सरकार या जेल प्रशासन तय कर सकता है कि विलिंगली अगर कोई साथ रहना चाहता है तो मंजूरी दी जाए या नहीं। जज के मना करने के बाद बाबा को पुलिस अपने साथ ले गई।

जेल नियमों के अनुसार, यह मेल (पुरुष) के लिए था। इसमें किसी भी महिला को नहीं इजाजत दी जा सकती थी। लेकिन, जेल प्रशासन ने नियमों को तोड़ते हुए हनीप्रीत को वीआईपी रिटायरिंग रूम में डेरामुखी के साथ पौने दो घंटे तक साथ रहने दिया। इसके बाद नौ बजे अफसर जब डेरामुखी को रेस्ट हाउस से जेल ले जाने लगे तो उसने हंगामा करना शुरु दिया। उसने अफसरों से कहा कि कमर दर्द की वजह से कोर्ट ने उसे हनीप्रीत को साथ रखने की इजाजत (मैखिक) दी है। इसलिए वह रात को भी साथ ही रहेगी। मौके पर मौजूद जेल अफसर राजी नहीं हुए तो डेरामुखी ने हंगामा किया।

सीएम को फोन कर सस्पेंड कराने दी धमकी

बाबा के साथ न रुकने देने के मामले में हनीप्रीत के मोबाइल से सीएम और एक केंद्रीय मंत्री को फोन लगाने की बात कहते हुए अफसरों को सस्पेंड कराने की धमकी दी। खबर है कि मैस रूम से हनीप्रीत ने चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए फोन भी लगाए। उसके बाद राम रहीम ने अफसरों से मांग कि उसकी खराब तबीयत को देखते हुए वीआईपी ट्रीटमेंट पर विचार करें। ऐसा कोर्ट ने भी कहा है। अफसरों ने जब मामले की जानकारी डीजीपी जेल केपी सिंह और डीजीपी बीएस संधू को दी। कानूनी राय लेने के बाद साफ हुआ कि कोर्ट ऐसा आदेश नहीं दे सकता।

फिर हनीप्रीत को लाया गया बाहर

बाबा को कहा गया कि ये फैसला  सरकार या जेल प्रशासन के अधिकारी क्षेत्र में आता है। उसके बाद हनीप्रीत को वहां से बाहर ले जाया गया और बाबा को मुख्य जेल की लास्ट बैरक में भेज दिया गया । जबकि रोहतक डीसी अतुल कुमार ने इस तरह के किसी भी मामले की जानकारी होने से इंकार कर दिया कि  डेरामुखी को जेल से पहले वीआईपी ट्रीटमेंट देते हुए महिला के साथ पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की मैस रूम में रखा गया।

उनका कहना है कि मैं जब जेल पहुंचा तो डेरामुखी बैरक में अन्य कैदियों के साथ थे। सुनारिया जेल सुपरिटेंडेंट सुनील सांगवान ने बताया कि हेलीकॉप्टर लैंड करने के वक्त मौके पर डीसी भी मौजूद थे। डेरामुखी और साथ आई लड़की को वीआईपी ट्रीटमेंट के बारे में बड़े अफसर ही बता पाएंगे। मैं कुछ नहीं कह सकता।

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