बिहार का चर्चित कृष्णा शाही काण्ड ,अवैध संबंधों में मारे गये नेताजी

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिला के चर्चित भाजपा नेता हत्याकांड के बारे में स्थानीय पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने आधिकारिक रूप से बताया कि भाजपा नेता की हत्या अवैध संबंधों के कारण हुई थी. पुलिस ने हत्या के पीछे राजनीतिक साजिश अथवा प्रतिद्वंदिता से इंकार किया है. गोपालगंज जिला के भाजपा नेता कृष्णा शाही का शव बुधवार को कुएं से बरामद किया गया था. कृष्णा शाही लापता थे. शव मिलने के बाद परिजनों ने अपहरण के बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. परिजनों ने स्थानीय जद यू विधायक अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडे के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. गिरफ्तार आरोपितों में मृतक भाजपा नेता के करीबी रहे आदित्य शाही भी शामिल है, जिसके मकान में भाजपा नेता और उनके बॉडीगार्ड श्राद्धकर्म से लौटने के बाद सो रहे थें. हालांकि, अधिकारिक तौर पर पुलिस गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं कर रही है.
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साजिश के तहत हत्या
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्या की खबर मिलने के बाद आदित्य राय और इसी घर में रहनेवाली चार महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, पुलिस को शक है कि कृष्णा शाही जिस मकान में रात में ठहरे हुए थे, साजिश के तहत मकान में रहनेवाले लोगों ने ही उनकी हत्या कर दी है. हत्या के बाद रात में ही शव को ठिकाने लगाने के लिए शिव मंदिर के पास कुएं में डाल दिया गया. घटना के संबंध में मृतक के भाई एवं पूर्व मुखिया उमेश शाही ने बताया कि उनके भाई कृष्णा शाही बसवरिया माझा गांव निवासी दिवंगत लाल बाबू राय के श्राद्ध में शामिल होने गए थे। उन्होंने बताया कि कृष्णा घर वापस नहीं लौटे और उनका मोबाइल फोन स्विच आफ था जिसके बाद हमें उनके अपहरण की आशंका हुई और हमने इसकी सूचना पुलिस को दी । कृष्णा शाही की तलाश के क्रम में उनका शव बसवरिया माझा गांव स्थित एक कुएं से मिला।फुलवरिया थानाध्यक्ष प्रेम प्रकाश राय को  परिजनों ने जब इसकी जानकारी दी, तो भाजपा नेता की मोबाइल स्वीच ऑफ बता रही थी. पुलिस को संदेह हुआ और परिजनों को लेकर मांझा गांव पहुंची, जहां रात में कृष्णा शाही रुके हुए थे. आदित्य राय के मकान में रहनेवाले परिजनों से पुलिस ने पूछताछ की. महिलाओं ने पुलिस को किसी तरह की जानकारी नहीं होने की जब बात कही, तो पुलिस को पूरा मामला समझ में आ गया. पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर महिलाओं से पूछताछ शुरू कर दी. दूसरी तरफ पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आदित्य राय भी पुलिस को कृष्णा शाही के बारे में जानकारी देने के बजाय गुमराह करने लगा.आदित्य राय ने बताया कि भाजपा नेता की मेरी बहन पर नजर थी. इसके कारण जहर दे दिया. गौरतलब है कि फुलवरिया थाने के मांझा गांव में 18 जुलाई को आदित्य के दादाजी का श्राद्धकर्म था, जिसमें कृष्णा शाही आये हुए थे.

 इसी दौरान उन्होंने आदित्य की बहन से मोबाइल पर बातचीत की थी. कृष्णा शाही ने युवती सेेे कहा कि अभी वह जा रहे हैं, लेकिन फिर लौट कर आयेंगे. आदित्य ने सभी बातें सुन लीं. इसके बाद उसने सब्जी में कीटनाशक मिला कर नेता को खिला दिया. आदित्य ने खुलासा किया कि खाना खाने के बाद  कृष्णा शाही बेचैनी में घर से बाहर निकल गया और  कुएं में गिर गया. जदयू विधायक समेत छह पर प्राथमिकी
भाजपा नेता के बड़े भाई उमेश शाही ने जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय समेत छह लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें आरोप लगाया गया है कि साजिश के तहत सतीश पांडेय, इनके पुत्र जिला पर्षद के चेयरमैन मुकेश पांडेय, विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय, चैनपुर गांव के निवासी यसवंत राय, सुशील उर्फ राजन तथा आदित्य राय ने जहर देकर हत्या की है. प्राथमिकी में पुलिस ने आदित्य के पूरे परिवार को अज्ञात आरोपित के रूप में अभियुक्त बनाया है.

कृष्णा शाही की जान को पहले से था खतराkrishana sahi kand 2
भाजपा नेता कृष्णा शाही की जान को पहले से खतरा था. जिला प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा के लिए चार बॉडीगार्ड दिये थे. इन पर पहले कई बार हमले भी हो चुके हैं. परिजनों ने साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया है. हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए कुएं में शव को फेंका गया था. जिसे पुलिस ने बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. कृष्णा शाही शुरू से ही राजनीतिक में थे. पिता मैनेजर शाही की हत्या के बाद से कृष्णा शाही की परिवार का राजनीतिक में एक अलग पैठ था. वर्ष 2009 में हथुआ विधानसभा से कृष्णा शाही ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. जिसमें उनकी हार हो गयी थी. वर्ष 2001 से चैनपुर पंचायत में मुखिया का कब्जा रहा. फिलहाल कृष्णा शाही की पत्नी सांता शाही मुखिया हैं.कृष्णा शाही राजनीति में सक्रिय हुए तो विरोधियों की फेहरिस्त भी लंबी होती चली गई. राजनीतिक प्रतिद्वंदिता बढ़ने के साथ अदावत भी बढ़ी और हत्या की आशंका से परिजन चिंतित भी रहा करते थे. उनपर खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा के लिए चार अंगरक्षक दे रखा था. इन पर पहले कई बार हमले भी हो चुके हैं.कृष्णा शाही के पिता मैनेजर शाही की भी अपराधियों ने हत्या कर दी थी. उनके पिता की हत्या के बाद से कृष्णा शाही के परिवार की राजनीति में पहचान बनी और कृष्णा शाही इलाके में लोकप्रिय होने लगे। उनकी पकड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2001 से हथुआ प्रखंड के चैनपुर पंचायत में मुखिया पद पर कब्जा रहा. फिलहाल कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही मुखिया हैं.

एसपी ने किया खुलासा

गोपालगंज एसपी रविरंजन कुमार ने  संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर मामले का खुलासा किया. एसपी के अनुसार मृतक भाजपा नेता कृष्णा शाही की हत्या अवैध संबंध में प्रतिशोधवश की गयी थी. हत्या के बाद अनुसंधान के दौरान पुलिस को इनपुट मिला कि कृष्णा शाही के अवैध संबंध एक युवती के साथ था. पुलिस के अनुसार जिस युवती के साथ भाजपा नेता ने अवैध संबंध बना रखा था वह कृष्णा शाही के करीबी आदित्य राय की बहन थी. अवैध संबंध की जानकारी होते ही आदित्य राय आगबबूला हो गया और भाजपा नेता को सबक सिखाने की फिराक में था. के बाद आदित्य शाही  लगातार कृष्णा राय से बदला लेने की फिराक में था. आदित्य राय ने हत्या की योजना बनाई और माकूल समय का इंतजार करने लगा. कुछ दिनों पहले से ही आदित्य हत्या की साजिश रचने लगा था.

krishana sahi kand 3खाने में मिला दिया कीटनाशक

पुलिस अधीक्षक रविरंजन के अनुसार हत्या के लिए खाने में जहर मिलाने की योजना बनाई गई. आदित्य पहले से ही कृष्णा शाही का भरोसेमंद था लिहाजा घर बुलाना बड़ी समस्या नहीं थी..आदित्य राय के घर वैसे भी भाजपा नेता का आना जाना नहीं था. कृष्णा शाही को घर बुलाया गया और उनके खाने में जहर दे दिया गया. जहर के तौर पर सब्जी में डालने वाले कीटनाशक दवा का सहारा लिया गया कीटनाशक मिला खाना परोस दिया गया. जहर मिला खाना खाते ही भाजपा नेता की मृत्यु हो गई. कृष्णा शाही के दम तोड़ते ही उनके शव को कुएं में फेंक दिया गया. पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले और हत्या कर शव को ठिकाने लगाने वाले मास्टरमाइंड आदित्य राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.गोपालगंज के हथुआ चैनपुर निवासी कृष्णा शाही का शव एक कुएं से बरामद किया गया था. हथुआ इलाके के फुलवरिया मांझा गांव में कुएं में एक शव पड़ा होने की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त कृष्णा शाही के तौर पर की. कृष्णा शाही इलाके के एक प्रभावशाली शख्स थे और उनकी हत्या से सनसनी फैल गई.

परिजनों को हत्या की कहानी पर यकीन नहींkrishana sahi kand 5

कृष्णा शाही की हत्या मामले में पुलिस ने भले ही अवैध संबंधों को हत्या का कारण बताते हुए मामले का उद्भेदन करने का दावा किया हो लेकिन उनके परिजनों को हत्या की कहानी पर यकीन नहीं हो रहा है. शांता शाही ने बताया कि पुलिस ने जदयू विधायक को बचाने के लिए झूठी कहानी गढ़ी है. परिजनों के अनुसार इलाके में भी चर्चा है कि जदयू विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय को बचाने के लिए ही अवैध संबंध वाली कहानी गढ़ी गई है. हालांकि पुलिस ने फिलहाल जद यू विधायक की संलिप्तता से इनकार किया है. परिजनों ने जदयू विधायक की संलिप्तता के मुद्दे पर जांच की मांग की है.भाजपा नेता रजनीश कुमार सिंह ने कहा है कि कृष्णा शाही की हत्या राजनीतिक साजिश का नतीजा है। भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल के विधायक पर संदेह जाहिर किया है। हत्याकांड के महज 7 घंटे के भीतर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले ही जिले के पुलिस अधीक्षक ने हत्याकांड को लेकर खुलासा कर दिया था पुलिस के द्वारा हत्या के पीछे कारण अवैध संबंध को बताया गया थाबीजेपी नेता रजनीश कुमार ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है। पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री रजनीश कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है क्योंकि हत्याकांड में सत्ताधारी दल के विधायक का नाम आ रहा है। इसलिए पुलिस साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ कर रही है। रजनीश कुमार ने कहा कि हत्याकांड की जांच सरकार एसआईटी से कराए और पूरे मामले की सीबीआई जांच के लिए केंद्र सरकार से सिफारिश करें।

 

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