बुंदेलखंड विकास दल ने किया लोकसभा चुनाव 2019 का विरोध एवं बहिष्कार

झाँसी – बुदेलखंड विकास दल लोकसभा २०१९ में प्रत्याशी उतरा तो बाँदा में दल के प्रत्याशियों को धमका कर चुनाव से अलग कर दिया ,जालौन में निर्वाचन कार्यालय जाने से रोका ,अंतिम दिन वो भरने लायक नहीं रह गया ,वही अकबरपुर में निर्वाचन अधिकारियो व पुलिस ने मिलकर षड्यंत के तहत नामांकन रद्द करा दिया। अन्य पार्टी के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने धमकियों व बाहुबलियों के डर से पलायन किया,पूछने पर कारण कुछ और बताये।अकबरपुर (पी सी ४४) के प्रत्याशी चन्दन शुक्ला ६२ वर्षो बाद एकमात्र ब्राह्मण प्रत्याशी इस क्षेत्र से थे ,बीजे पी के लिये यह सीट खतरे की हो गई समस्त कागजात सही होने के बाद आर ओ की गलती व साँठ- गाँठ के चलते परचा निरस्त कर दिया गया,इस बात को लेकर प्रत्याशी चन्दन शुक्ल ने हाई कोर्ट में रिट दाखिल की है ।

दल के राष्ट्रिय अध्यक्ष अरुण सिंह चन्देल लोकसभा २०१९ चुनाव को लोकतान्त्रिक तरीके का चुनाव नहीं मानती है। इस लिये पार्टी ने इस चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करा है। लेकिन नोटा दबा कर इस चुनाव प्रक्रिया का विरोध करेगी और दल सभी उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीटों पर अब प्रत्याशी नहीं लड़ायेगी,अपील भी करी कि सभी भाइयो और बहनो से इस चुनाव के विरोध में नोटा में वोट डाल कर विरोध करे ।पार्टी ने यह भी कहा कि बुंदेलखंड की जनता के साथ बुंदेलखंड पृथक राज्य की मांग खड़े है ,समस्त पार्टिया आप को धोखा दे रही है । बुंदेलखंड विकास दल इस चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करती है.