बड़ा खुलासा – स्ट्रिंग ऑपरेशन में देश के कई मीडिया संस्थानों को पैसे के बदले हिंदुत्व का एजेंडा चलाने को सहमत होते पाए गए

देश के टॉप-5 न्यूज़ चैनल की सूची में शुमार इंडिया टीवी के करोड़ों दर्शक हैं। चैनल के मालिक रजत शर्मा ने साल 2004 में इस न्यूज़ चैनल की नींव रखी। पत्रकार पुष्प शर्मा की तहकीकात में सामने आया कि इंडिया टीवी में मार्किटिंग डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारी पैसे के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। सबसे पहले पुष्प की मीटिंग जितेन्द्र कुमार से हुई जो चैनल में डिप्टी वाईस प्रेजिडेंट (सेल्स) के पद पर तैनात हैं। इस मीटिंग में जितेन्द्र के साथ मौजूद थे मैनेजर (एड सेल्स) गौरव त्यागी। पुष्प ने इन दोनों को अपना एजेंडा बताया तो जितेन्द्र ने कहा, ये पॉलिटिकल जाएगा जो आप कह रहे हो ना हिंदुत्व पॉलिटिकल आ जाता है कनेक्शन… हमारे यहां नहीं है पर वो देखते हैं .

पॉलिटिकल की तरह है ना लोग कि हिंदुत्व को कि इंडिया टीवी चला रहा है हिंदू टीवी समझ रहे होहमारे प्रपोजल पर उत्सुकता दिखाते हुए आगे जितेन्द्र ने कहा कि सर इसमें हमें आपकी एक सपोर्ट चाहिए..ये चाहिए कि आप तीन महीने में जो तीन की बात कर रहे हैं उसमें डेढ़ महीने में डेढ़ करोड़ जो भी है वो हमें बिलिंग उसकी मार्च में चाहिए होगी ऐसा करने के पीछे जितेन्द्र ने वजह बताई कि टारगेट का प्रेशर तो वो एक टारगेट वगैरह का प्रेशर रहता है  जितेन्द्र के सहयोगी गौरव त्यागी ने हमारे एजेंडे के लिए इंडिया टीवी को बेस्ट प्लेटफॉर्म बताया और कहा, हर चीज़ को करने के लिए right medium  भी select करना भी उतना ही ज्यादा जरूरी है उधर जितेन्द्र ने भी गौरव की बात पर सहमति जताते हुए कहा, “India TV is a right platform”। अपने चैनल की बढ़ चढ़कर ब्रांडिंग में लगे गौरव ने कहा, ये आपकी जो requirement है वो आपकी जो आप करना चाहते हैं.. वो इंडिया टीवी में ही मिलेगी

जैसे पुष्प ने इन दोनों को अपने हिंदुत्व वाले एजेंड के बारे में बताया और 2019 के आगामी आम चुनाव के लिए इनसे अदद माहौल बनाने के लिए मदद मांगी जितेन्द्र और गौरव दोनों ने ही कहा, ये आएगा religion प्रमोशन में” “इसमें बहुत issue आएंगे बहुत..talk of the town बनेगा but issue बहुत आएंगे. तभी मैं कह रहा हूं पॉलिटिकल में आ जाएगा ये indirectly और directly  आ जाएगा ये और बाद में पुष्प को आश्वासन देते हुए कहा,कोई दिक्कत नहीं  जितेन्द्र इस डील को direct करना चाहते थे उन्होंने कहा, ये डील ना हम लोग direct करना चाहेंगे .. कोई दिक्कत तो नहीं है पुष्प ने कहा कि आप चाहे डील अपने हिसाब से कर लो लेकिन हिंदुत्व के एजेंडे पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इस बात पर जितेन्द्र ने कहा,  Done  है  Sir done है  बोल दिया तो बोल दियाबिलिंग हम अपने according करेंगे थोड़ा टारगेट का बातचीत में आगे जितेन्द्र ने पुष्प से वादा किया कि वो उनकी मुलाकात चैनल के मालिक रजत शर्मा से भी कराएंगे, आपको मिलवाएंगे रजत जी से उनके ऑफिस में बढ़िया तरीके से

 

हिंदुत्व के बाद पुष्प ने इन दोनों से अपने अभियान के दूसरे चरण के बारे में चर्चा की और कहा कि हम अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों का नाम बिगाड़कर उनपर हमला करेंगे। पप्पू जैसे नाम से उनका चरित्र हरण करेंगे। इसपर जितेन्द्र ने कहा कि लगे कि 2019 तक के लिए जा रहे हैं पुष्प ने इन से कहा कि अब आप मुझे एक प्रपोजल तैयार करके दें कि कैसे आप मेरे अभियान को अपने चैनल पर चलाएंगे इस पर जितेन्द्र ने कहा, आज मैं आपको शाम तक दे दूंगा । अब बात शुरू हुई पैसे के लेन-देन की, पुष्प ने कहा कि मैं इस डील के लिए फंड तभी दूंगा जब मेरी आपके चैनल के मालिक रजत शर्मा से मुलाकात हो जाएगी, जितेन्द्र ने इस पर कहा, सर वो directly कभी नहीं कहेंगे, वो कहेंगे हम आपके साथ हैं बस

इसके बाद पुष्प की मुलाकात हुई इंडिया टीवी के Executive President Sales सुदीप्तो चौधरी से, पुष्प को यकीन था कि उनकी टीम पहले से ही उन्हें इस अभियान के बारे में बता चुकी है। बातचीत के दौरान सुदीप्तो ने पुष्प से कहा कि हम लोगों की मीटिंग में internally बात हुई तो वो जो कमर्शियल है उसमें हल्का सा changes करने पड़ेंगे।  जब पुष्प ने इसकी वजह पूछी तो सुदीप्तो ने कहा कि ये एक बहुत धार्मिक मामला है ऐसे में हमारी लीगल टीम ने हमें ऐसा कंटेंट चलाने से मना किया है। उन्होंने कहा कि अगर हम ऐसा करते हैं तो बाकी घर्मों के लोग भी हमारे पास आकर उनके धर्मों के कंटेट चलाने की सिफारिश करेंगे। हालांकि चौधरी किसी भी कीमत पर इस कैंपेन को खोना नहीं चाहते थे लिहाजा वो पुष्प को disclaimer के बारे में समझाने लगे और बोले, एक disclaimer तो चला सकते हैं ना, disclaimer क्यों नहीं चला सकते हैं मैं बोल रहा हूं नाआखिर में उन्होंने ये भी कहा कि तो  I am saying कि  let it look like a proper. ये है न  last में रहेगा कि  you please call up so and so number and for to avail Geeta or books or log onto web site … खत्म करो तो  that is all I am asking.” सुदीप्तो चौधरी  ने डील पक्की करने में उत्सुकता दिखाते हुए कहा, अभी हम क्या करेंगे डील को structure कर लेते हैं letter head हमारे साथ हैं तो अभी print out भी लेते हैं, print out ले के आपसे साइन करा लेते हैं.. ठीक है हमें half an hour and 40 minutes दीजिए, हम लोग डील structure कर लेते हैं

इसके बाद सुदीप्तो चौधरी बकायदा एक डील तैयार कर पुष्प से दोबारा मिले, चौधरी ने अभियान के पहले चरण के लिए 16 करोड़ रुपये की पेशकश की। चौधरी ने बताया कि अगर आप हमारे साथ तीनों चरण की डील पक्की करते हैं तो इसके लिए आपको 48 करोड़ रूपये देने होंगे।

चौधरी फैसले लेने के मामले में काफी तेज़ हैं लिहाजा उन्होंने पुष्प से मिलने से पहले ही इस अभियान को लेकर चैनल की co-owner  रितु धवन से भी इज़ाजत ले ली थी। उन्होंने कहा, इसलिए कल जब हमारी बात हो रही थी हम लोगों से फोन पर.. आपसे बात किया हम लोगों ने सोचा देखो आप इतने बिजी हो आप गुवाहाटी, कोलकाता या फिर नागपुर जाओगे जो भी ऐसे हम expect करेंगे मेल भेज के अपना आराम से बैठे रहेंगे तो वो initiative नहीं होता है, let us take initiative और उसी वक्त हम ने बैठ के अपने पैसे से ticket कराई बॉस को मेल लिख दिया कि बॉस ओके.. जो भी लिखा-पढ़ी वाला काम है ना कागज वाला, she said ok ”

पुष्प ने एक बार फिर इस टीम से जानने की कोशिश की क्या वो उनका कट्टर हिंदुत्व का agenda चलाने के लिए राजी हैं। इस पर चौधरी ने सहमति जताते हुए कहा कि promote करेंगे ना हमने ये किया promote किया इसी बीच जितेन्द्र कहने लगे हमने अलग से कोई पैसा charge नहीं किया जो उसी में.. चौधरी ने समझाते हुए कहा, जो बेसिक रेट है उसी में चार्ज किया और उसमें पूरा साल के लिए क्या किया, everyday आपका 30 सेकेंड तक का 10 advertisement  चलेगा वो अच्छे से कर के हम आपको भेज देंगे आपको अच्छा पसंद भी आएगाइसके बाद पुष्प ने इनके सामने एक और शर्त रखी, और कहा कि आप जब पप्पू के ऊपर जिंगल चलाएंगे तो इस में राष्ट्रगान का इस्तेमाल करें ताकी दर्शकों पर एक संदेश जाए कि हम कितने बड़े देशभक्त हैं इस पर भी चौधरी एका-एक तैयार हो गए और इसके लिए इन्होंने हमें लीगल तरीका भी बताया, इन्होंने कहा, इसका legal तरीका भी है अगर मान लो एक लैटर आ जाए मेल आ जाएगा संगठन की तरफ से या भगवद गीता प्रचार समिति कि भाई we identify you कुछ प्रॉबलम होगा हम withdraw कर लेंगे। ये सारी बातें सामने आने के बाद पुष्प ने इन्हें हर तरह की मदद का भरोसा दिया और वहां से चल दिए.. अब इंडिया टीवी जैसे बड़े और नामी न्यूज़ चैनल की हकीकत भी आपके सामने है।

पुष्प की इंडिया टीवी के Deputy Vice President–Sales, Jitender Kumar से फोन पर भी बातचीत हुई जिसमें पुष्प जितेंद्र से मेनका गांधी, वरुण गांधी, मनोज सिन्हा और जयंत सिन्हा के अलावा गठबंधन की अनुप्रिया पटेल, उपेंद्र कुशवाह और ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ़ ख़बर चलाने के लिए बोलते है जिस पर जितेंद्र कहते है, “ok, समझ गए मतलब जो मिले उसको कर दो मतलब दबाये न उसको। To see reactions of concerned person click here


दैनिक जागरण

संजय प्रताप सिंह, एरिया मैनेजर (Bihar, Jharkhand, Odisha)

साल 1942 में आजादी की लड़ाई के दौरान शुरू हुआ हिन्दी अखबार दैनिक जागरण पिछले पच्चीस साल से भारत का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला दैनिक हिन्दी अखबार है। World Association of Newspapers (WAN) के मुताबिक दैनिक जागरण दुनिया के सबसे ज्यादा पढे जाने वाले अखबारों में से एक है। circulation के मामले में भी दैनिक जागरण भारत में दूसरे पायदान पर है। अपनी तहकीकात को आगे बढ़ाते हुए पत्रकार पुष्प की मुलाकात दैनिक जागरण अखबार के एरिया मैनेजर संजय प्रताप सिंह से हुई। संजय बिहार, झारखंड और Odisha में एरिया मैनेजर हैं। पुष्प शर्मा के हिंदुत्व एजेंडे को सुनने के बाद संजय ने पुष्प से कहा कि दैनिक जागरण हिंदुत्व के नाम से मशहूर है और ये आपके ऐजेंडे के लिए बेस्ट है।

पुष्प के डील के पेमेंट का बड़ा हिस्सा कैश में करने की बात पर भी दैनिक जागरण के संजय प्रताप सिंह न सिर्फ तैयार थे बल्कि बोले, हो जाएगा, Adjustment हो जाएगा”। संजय ने आगे पुष्प को आधा पेंमेंट कैश में कर GST से बचने का तरीका भी बताया और कहा, cash में आपका फायदा क्या होता है, जो भी होता है cash में एक तो आप दिखा नहीं पाएंगे…दूसरा क्या है कि उसमें हम लोग कर देंगे आपको, जो आपका GST का चक्कर है उससे भी बच जाएगा… Cash भी आता है तो 1 percent discount और जो हो सकता है वो भी हमें additional दे सकते हैं, तो ये सब factor हैंदेखिए हमारे को भी क्या होता है cheque लगा, एक नंबर में है तो वो बहुत सारा factor हम लोग देखते हैं”

बातचीत में संजय ने बताया कि बीजेपी विचारधारा की वजह से बिहार में पहले नितीश सरकार ने इनके विज्ञापन बंद कर दिये थे। संजय ने कहा, बिहार में तो 6 महीने विज्ञापन बंद था, फिर भी हम लोगों ने हिम्मत नहीं हारा और 6 महीना हम आपको बता रहे हैं 6 महीने 5 करोड़ वहां 1 करोड़ यहां, एक करोड़ यहां loss हुआ होगा… आराम सेढेड़ करोड़ का यहां Loss था और बिहार में 19 करोड़ का loss था, हम लोगों ने 20 करोड़ का  loss सहा लेकिन ऐसा नहीं है कि submit कर दिए”

संजय ने आगे बताया कि जब बिहार में बीजेपी की गठबंधन सरकार आई तो उनके अखबार को सरकारी विज्ञापन मिलने शुरू हो गए। संजय ने कहा, विचार धारा के साथ रहे और आपको ये भी बता दे रहे हैं कि हमारे editor और director हम लोग regular fly करते थे पटना, लोगों को support बनाए रखते थे, हुआ ये कि हम लोग commercial से डाल लेंगे फिर आई समय परिवर्तन हुआ BJP की सरकार गई…. एक दिन मैं एक जगह बैठा था, प्रभात खबर के लोग बैठे थे तो बोले की आप लोग तो घोषित कर दिए, हम बोल घोषित किए और आज आपके मुंह में मुठा घुसा कर के और अब हम विज्ञापन ले रहे हैं”

पुष्प के जिक्र करने पर संजय पश्चिम बंगाल में सरकार विरोधी खबरें करने के लिए के लिए तैयार थे और बोले, एक दम और दूसरा हम आपको कहां help करेंगे personally मेरे इतने सारे लोग हैं बंगाल में gents, ladies हर Form में हैं जो हर तरह का काम करते हैं, हर तरह का… आप जैसा बोलिएगा, अगर किसी के साथ सो के data लेना हो तो कर देंगे”

कैबिनेट मंत्रियों को टार्गेट करने के सवाल पर दैनिक जागरण के संजय प्रताप सिंह तुरंत बोले, वो भी हो जाएगा… सब हो जाएगा”। पुष्प ने जब Provocation की बात की तो संजय ने कहा, “provocation वाले मामले में वहां पर करिए जहां कम मुसलमान हैं”। संजय जिस तरह पुष्प की हर बात को मानने को तैयार थे, उसे देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि अखबार के मैनेजमेंट में इनकी पकड़ कितनी मजबूत होगी। To see reactions of concerned person click here


हिन्दी ख़बर

अतुल अग्रवाल, एडिटर इन चीफ़  

पत्रकार पुष्प शर्मा साल 2017 में लॉंच हुए यू पी उत्तराखंड के रीजनल चैनल हिंदी खबर के एडिटर इन चीफ़  अतुल अग्रवाल से भी मिले। हिंदुत्व के एजेंडा और फायर ब्रांड हिंदू नेताओं के प्रमोशन की बात पर अतुल ने बताया कि फ़ेसबूक और ट्विटर के अलावा उनके चैनल के पोर्टल पर 29 मिलियन views हैं। अतुल ने आगे कहा, “बिल्कुल लाईव चलेगा हमारे यहाँ हम को proper information मिल जाए उसका source मिल जाए वो सब लाईव होगा”। बातचीत में अतुल इस एजेंडा के लिए पेमेंट 60:40 के अनुपात में कैश में लेने को भी तैयार थे। इसके अलावा अतुल ने बीएसपी, एसपी और काँग्रेस पार्टी के खिलाफ भी स्टोरी करने पर सहमति दी।

पुष्प की हिंदी खबर के एडिटर इन चीफ़ अतुल अग्रवाल से फोन पर भी बातचीत हुई जिसमें पुष्प अतुल से मेनका गांधी, वरुण गांधी, मनोज सिन्हा और जयंत सिन्हा के खिलाफ़ ख़बर चलाने के बारे में बात करते हैं। इस पर अतुल न सिर्फ तैयार है बल्कि कहते हैं, “तो आज से काटना शुरू कर देते हैं इनको। जी इन लोगों को आज से गिराना शुरू आचार्य जी मैं आपको link भेजता जाऊंगा गिरा गिरा के इन को”। इस बातचीत के बाद एक बार फिर शर्मा की हिंदी खबर के एडिटर इन चीफ़ अतुल अग्रवाल से फोन पर बातचीत हुई। मेनका गांधी, वरुण गांधी, मनोज सिन्हा और जयंत सिन्हा के character assassination की बात पर अतुल ने कहा, “देखिये अभी आपको एक Link भेजा है उस में हमने छपवाया है कि योगी के 7 दुश्मन और योगी हारे नहीं योगी को हरवाया गया है, ये हमारी line थी”

https://www.facebook.com/HindiKhabar/videos/807902512731675/

इस बातचीत में पुष्प के ये कहने पर कि कोबरापोस्ट बड़ा परेशान कर रहा है। अतुल अग्रवाल ने कहा, “कोबरा पोस्ट को अपन बंद करवा रहे हैं”। अतुल यही नहीं रुके और आगे बोले, “तो कोबरा पोस्ट में क्या हुआ कि अभी इन को wind up  करने की सोची है तो अगर आप कहें तो हम शुरू कर देते हैं आज से इनकी डिजिटल टीम पूरी तोड़ देते हैं खत्म कर देते हैं चूंकि परेशान वो डिजिटल टीम  की वजह से ही कर रहे हैं लोगों को”। To see reactions of concerned person click here


SAB Group

पार्थसारथी कुलिया, एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स); डिंपल दुग्गल, सीनियर मैनेजर (सेल्स); हेमलता येदेरी, ग्रुप सेल्स हेड; कैलाशनाथ अधिकारी,  श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविज़न, मुंबई

SAB Group आज किसी पहचान का मोहताज नहीं, तीन दशकों से ये अपने मशहूर धारावाहिकों के जरिए लोगों को हंसा रहा है और करोड़ों दिलों पर राज कर रहा है। साल 1985 में इस चैनल की शुरूआत हुई थी। पुष्प शर्मा ने चैनल के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर एजेंडा पर चर्चा कर ये जानने की कोशिश की कि कैसे कॉमेडी में महारथ रखने वाले ये लोग क्या कॉमेडी की आड़ में हमारा मकसद पूरा कर सकते हैं? हैरानी वाली बात ये है कि ये सभी अधिकारी हमारे एजेंडे को मानने के लिए राजी दिखे।

पुष्प की मुलाकात सबसे पहले पार्थसारथी कुलिया से हुई जो यहां पर एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स) की भूमिका पर कार्यरत है इस मीटिंग में सेल्स डिपार्टमेंट के ही सीनियर मैनेजर डिंपल दुग्गल भी मौजूद थे। जैसे ही पुष्प ने इन्हें एक-एक कर अपना एजेंडा बताना शुरू किया कुलिया ने “ji”, “right” “okay” जैसे शब्द कहकर इनकी बातों का समर्थन किया। हिंदुत्व के पहले चरण को समझाने के बाद पुष्प ने इन्हें अपने एजेंडा का दूसरा चरण बताया..यानि मोहन भागवत, उमा भारती और विनय कटियार जैसे कट्टर हिंदुवादी छवि वाले बड़े और नामी नेताओं का डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए प्रचार-प्रसार। इसपर भी कुलिया “ji”और “okay” कहते नज़र आए। कुलिया इस बात को जानते थे कि ये कितने बड़े नेता है क्योंकि उन्होंने कहा, “But this is the very important name आप जिस तरह से प्रोजेक्ट कर रहे हैं, “these are the very important names of 2019 elections.” अब पुष्प ने अपने तीसरे और आखिरी चरण के बारे में चर्चा करते हुआ कहा कि आपको हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को खत्म करना होगा, पुष्प ने यहां जब पप्पू वाले जिंगल के बारे में बात की तो कुलिया ने पूछा, जी That is specific state रहेगा पुष्प ने इन्हें बताया कि जो अभी आपने जिंगल सुना वो कर्नाटका के लिए बनाया गया है लेकिन हमारा कैंपेन 2019 के आम चुनाव को लेकर है। कुलिया ने फिर पूछा, You mean, that is all India,” इसके बाद पुष्प शर्मा ने इन्हें बताया कि हमारी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी कांग्रेस है। कुलिया जानना चाहते थे कि ये कैंपेन कैसा होगा When talking about all India so that is not specific related to … No. Congress तो बहुत दूर आ जाएगा  Sirमान लीजिये  Bihar, UPऐसा कुछ नहीं रहेगा ना … That is in generalरहेगा ना पुष्प ने इन्हें बताया कि इन्होंने बिल्कुल ठीक समझा है। कुलिया अब ये जानने को बेताब थे कि ये कैंपेन कब से शुरू हो रहा है इन्होंने पुष्प से पूछा सर, ये आप कब से tentative प्लान कर रहे हैं पुष्प ने बताया फरवरी के पहले हफ्ते से। साथ ही पुष्प ने कहा कि जैसे ही हमारी डील पक्की हो जाएगी हम फौरन फंड भी रिलीज़ कर देंगे। अब ये आपके ऊपर है कि आप कब से ऐसा करने के लिए तैयार होते हैं। कुलिया ने पूछा, तो आप अप्रैल से टारगेट कर रहे हैं इसी बीच बाजू में बैठे इसके सहयोगी डिंपल ने इन्हें समझाते हुए कहा, “first week of feb से पुष्प ने कुलिया को बताया कि ये अभियान हर तीन महीने के चरण में होगा।

इन दोनों अधिकारियों से बात करने के बाद पुष्प शर्मा ने ‘सब’ चैनल की ग्रुप सेल्स हेड हेमलता से मुलाकात की..इस पर हेमलता ने पुष्प को कहा कि वो इस अभियान की योजना बनाकर उनसे फिर मिलेंगी “As long as we understood objectives, which he will brief me later, we will come back to you. It’s a plan which you will feel my objective is served.” पुष्प ने कहा कि ये बेहतर होगा कि मैं आपको इस प्लान के बारे में पहले बताऊं। दरअसल हम 2019 के आम चुनाव को लेकर टारगेट कर रहे हैं। इसी बीच हेमलता ने पुष्प को रोकते हुए कहा, “Don’t repeat. It’s okay. No problem” इससे साफ जाहिर होता है कि हेमलता को उनकी टीम ने ये सब पहले ही बता दिया था। बावजूद इसके पुष्प ने इन्हें समझाने की कोशिश की और बताया कि वो पहले तीन महीने सिर्फ हिंदुत्व का प्रचार-प्रसार करेंगे। इस पर हेमलता ने सहमति जताते हुए कहा, ठीक हैं पुष्प के ये कहने पर कि ये सब बहुत ही गुप्त तरीके से किया जाना है इसमें कहीं भी संगठन का नाम नहीं आना चाहिए इसपर भी हेमलता ने सहमति जताई और कहने लगीं “It will be subtle communication nowhere show politics in it that what you want to say.”

2000 करोड़ की संपत्ति वाले सब टीवी में ये सबसे ऊंची पहुंच वाले लोग हैं जो इस तरह की डील कर रहे हैं। जाहिर सी बात है कि अब पुष्प के लिए group के कैलाशनाथ अधिकारी से मिलना भी मुनासिब हो गया था। अधिकारी से मुलाकात में पुष्प ने बताया कि अभियान को लेकर वो सारी बातचीत उनकी टीम के वरिष्ठ अधिकारियों से कर चुके हैं लेकिन यहां हेमलता ने पुष्प को कहा कि आप दोबोरा बॉस को ये सब बताएं, इसके बाद पुष्प ने ग्रुप के मालिक कैलाशनाथ अधिकारी को अपने अभियान के बारे में विस्तार से बताना शुरू किया। पुष्प ने बताया कि हम 2019 के आम चुनाव को टारगेट कर एक ऐसे एजेंडे पर काम कर रहे हैं जो भगवद् गीता और भगवान कृष्ण को बढ़ावा देने के साथ-साथ पार्टी के लिए एक अनुकूल माहौल बनाएगा। इस पर अधिकारी ने तुरंत हामी भरते हुए कहा, बिल्कुल  that’s why I am discussingक्योंकि अब आपके अभी जो छवि है छवि है ना … अब अगर आपको छवि बदलनी है तो अभी आपको aggressiveहो कर काम  करना पड़ेगा … शुरुआत करना पड़ेगा  जल्दी शुरू करना होगा”पुष्प शर्मा हिंदुत्व के जिस एजेंडे को वोट बटोरने के लिए इस्तेमाल करने की बात कह रहे थे उसकी तारीफ करते हुए अधिकारी ने कहा, “Silent penetration” चर्चा के दौरान बातें राजनीति पर हुईं तो अधिकारी ने पुष्प से कहा गया था कि एंटनी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस बहुमत से बाहर है और इससे उसकी छवि खराब हुई है। अपनी सांप्रदायिक सोच को दर्शाते हुए अधिकारी ने कहा कि उसी को damage करेगाआप  anti-majorityआप  majorityismको ही पकड़ के चलिए

पुष्प ने अपने अभियान के दूसरे चरण का जिक्र करते हुए अधिकारी को इसके बारे में बताना शुरू किया कि कैसे वो अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव को पप्पू, बुआ और बबुआ कहकर उनकी छवि खराब करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने सब चैनस की क्रिएटिव टीम की मदद के लिए आग्रह किया। पुष्प ने कहा कि ये ऐसा होना चाहिए जैसे आजतक पर “so sorry” है। अधिकारी ने हां में हां मिलाते हुए कहा So Sorryहाँ

इसके बाद पुष्प ने अधिकारी से बातचीत में कहा कि जब हम अपने राजनीतिक प्रतिद्विंदियों को मारेंगे उस वक्त आप अपने डिजिटल प्लेटफॉम के जरिए हमारे बड़े और नामी कट्टर हिंदुवादी नेताओं का महिमामंडनस करें। पुष्प ने अपना एजेंडा अधिकारी को बताकर पूछा कि ये हमारी तीन जरूरतें होंगी क्या आप इसके लिए राजी हैं इस पर अधिकारी ने सहमति जताते हुए कहा कि “We are…”

पुष्प ने आगे कहा कि जैसे ही हमारा दूसरा और सेमी-पॉलिटिकल चरण समाप्त होगा हम अपने अभियान को और ज्यादा आक्रामक बनाएंगे जैसे ही चुनाव नज़दीक आएंगे। ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो हम सांप्रदायिक कार्ड भी खेलेंगे। ऐसा कहकर अपने एजेंडे का असली मकसद अधिकारी को बताया जिसे सुनते ही अधिकारी ने कहा कि नहीं नहीं वो वैसा कार्ड खेलते हैं तो आप polarize क्यों न करें ऐसा कहकर अधिकारी ने राजनीतिक पक्षपात वाले मीडिया अभिचान पर अपनी सहमति जताई। अधिकारी ने पुष्प को आश्वासन दिया कि वो एक अच्छे प्लान के साथ उनसे दोबारा मिलेंगे। अभी क्या है हम एक ऐसा प्लान बनाते हैं  Masti, Myboli, as well as special editorial, special supplements, jackets cover  … jackets cover, special editorial, special supplement, digital advertisement on governance.com,अच्छी  reach hai उसकी  web site banners, EDMs वो सब बना देंगे

पुष्प ने अधिकारी से कहा कि ठीक है इसके साथ आगे बढ़ते हैं इसपर अधिकारी ने पुष्प को अपने एक पाक्षिक की कॉपी थमाते हुए कहा कि बिल्कुल आगे बढ़ते हैं ये रखिए आप शर्मा ने अधिकारी से पूछा कि क्या आप संगठन के बड़े हिंदुवादी नेताओं के इंटरव्यू छाप सकते हैं अधिकारी इसके लिए भी तैयार हो गए। यहां से निकलने से पहले पुष्प ने अधिकारी से कहा कि उम्मीद करता हूं कि आप ये मीडिया कैंपेन अपनी देख-रेख में बढ़िया तरह से चलवाएंगे। इस पर अधिकारी ने कहा कि Emotional connectहै दिल से भी हम जो हैं विचारधारा मिलती ही है बस आपका एक go aheadमिलेगा हम पूरा इसमें लग जाएंगे  आखिर में अधिकारी ने कहा, नहीं नहीं आपको पूरा agenda endतक ले जाएंगे To see reactions of concerned person click here


डीएनए

अरूण शिंदे, साउथ रिजन हेड; आराध्या कुलश्रेष्ठ, मैनेजर स्पेशल इनिशिएटिव्स, डीएनए (डेली न्यूज़ एंड एनालेसिस); रजत कुमार, चीफ रिवेन्यू ऑफिसर, ज़ी सिनर्जी

साल 2005 में लॉन्च होने के बाद से लगातार मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, जयपुर, बैंगलुरू और इंदौर से प्रकाशित होने वाला डीएनए..आज मुंबई में दूसरा सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अंग्रेजी अखबार है। ज़ी और दैनिक भास्कर के ज्वाइंट वेंचर वाले डीएनए अखबार का मुंबई में जबरदस्त सर्कुलेशन है। हर रोज़ इसकी करीब 4,56,000 कॉपियां महानगर में बेची जाती हैं, इससे पता लगता है कि ये मायानगरी में कितना लोकप्रिय है खासकर एक ऐसे युग में जहां अखबारों में खबरों की जगह दिन-ब-दिन सिकुड़ती जा रही है। करीब एक दशक के भीतर इस अखबार ने जबरदस्त लोकप्रियता और प्रतिष्ठा हासिल की है। पुष्प शर्मा ने ये जानने की कोशिश की कि क्या वाकई डीएनए अखबार के मार्किटिंग अधिकारी भी इस प्रतिष्ठा को बनाए रखने में सजग हैं।

अफसोस की बात ये है कि अपने क्लाइंट को खुश करने के लिए अरूण शिंदे और उनकी सहयोगी आराध्या कुलश्रेष्ठ ने सभी नियमों को तक पर रख दिया था। ये जानने के लिए कि क्यो ये दोनों खुद फैसले लेने की क्षमता रखते हैं, पुष्प शर्मा ने इनसे कहा कि वो मार्किटिंग डिपार्टमेंट के किसी बड़े अधिकारी से मिलना चाहते हैं जिसकी बात में वजन हो और जिसके अंदर फैसले लेने की क्षमता हो। कुलश्रेष्ठ ने कहा, “So I am the sole person when it comes to the surrogate content marketing or surrogate …” इसके बाद पुष्प शर्मा ने इन्हें अपने एजेंडे के बारे में बताया शुरू किया। एजेंडे के तहत पुष्प ने इन्हें हिंदुत्व का प्रचार, विनय कटियार और मोहन भागवत जैसे बड़े हिंदुवादी नेताओं के भाषणों का प्रचार-प्रसार करने को कहा। साथ ही कार्टून की मदद से राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती के व्यक्तित्व की धज्जियां उड़ाने को भी बोला। जिस दौरान पुष्प शिंदे और कुलश्रेष्ठ से बातें कर रहे थे उस वक्त इन दोनों की जुबां से एका-एक “yeah yeah”, “okay”, “correct” जैसे शब्द सुनाई दे रहे थे। अपनी बातचीत के दौरान पुष्प ने इन दोनों से पूछा कि क्या आप समझ रहे हैं मैं क्या कहना चाहता हूं कुलश्रेष्ठ ने जवाब दिया कि “I have” पुष्प ने सवाल पूछा कि आप कैसे यू-ट्यूब औ सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे बड़े हिंदुवादी नेताओं के भाषणों का प्राचर करेंगे। शिंदे ने जवाब दिया “We will do it parallel so …” पुष्प ने इन से combo के बारे में पूछा तो कुलश्रेष्ठ ने जवाब दिया “Going to be on all the pattern??? so if you are running anything on print it will be there on digital and will be there on other platform as well.” इसके बाद पुष्प ने इनसे कहा कि आपको प्रिंट और सोशल मीडिया के जरिए राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव का कार्टून के जरिए मखौल उड़ाना होगा। पप्पू, बुआ और बबुआ जैसे नाम से इनके जरिए इनके चरित्र की धज्जियां उड़ानी होंगी। इस बात पर भी शिंदे और कुलश्रेष्ठ राजी हो गए। डील पक्की होने के बाद पैसे के लेन-देन पर चर्चा शुरू हुई। पुष्प ने इनसे पूछा कि क्या आप ज्यादातर पैसा कैश में ले सकते हैं। शिंदे ने yes, “We will figure that out.”  कहकर इस पर भी अपनी सहमति जताई। पुष्प ने इनसे एक और सवाल पूछते हुए कहा तो, आप अभियान के अगले चरण कैसे करेंगे? शिंदे ने जवाब दिया “We will design this first we will work out on this campaign will again meet … Will share the concepts with you … and then we will take it forward.” इसके बाद पुष्प ने इनसे कैंपने के तीसरे फेज़ यानि की आक्रामक रूप से मतदाताओं को प्रोत्साहित करने और ध्रुविकृत करने के बारे में पूछा तो शिंदे ने “Understood,” कहकर हामी भर दी और साथ में बैठी कुलश्रेष्ठ ने भी अपने सहयोगी की हां में हां मिलाते हुए ठीक है कह दिया।

पुष्प शर्मा ने ज़ी सिनर्जी के चीफ रिवेन्यू ऑफिसर रजत कुमार से भी मुलाकात की। ये भी डीएनए अखबार का कामकाज देखते हैं। ये मीडिया के पुराने जानकार हैं और सौदेबाजी के हर पैंतरे को बखूबी जानते हैं। जैसे ही पुष्प ने इन्हें अपने एजेंडे के बारे में बताया रजत ने सबसे पहले अपने बारे में बताना शुरू किया, कि वो कौन हैं, कहां ने इन्होंने काम की शुरूआत की और कैसे वो एक अभियान को रणनीतिक बना सकते हैं। तो हमें पता चला कि इन्होंने कई राजनीतिक अभियानों को देखा है, और इन्होंने सभी सरकारों के मीडिया अभियानों पर काम भी किया है ताकि जनता में उनकी अच्छी छवि को प्रस्तुत किया जा सके। यहां इन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि इन्होंने ही कोरेगांव प्रकरण के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के मीडिया सलाहकार को दलितो के लिए सलाह देते हुए कहा, तो मैंने कहा कि अगर आप अगर उसको बढ़ने दोगे तो एक नया हार्दिक पटेल खड़ा होगा ठीक है… लेकिन उसके लिए अचानक से आप सोचोगे कुछ कर दोगे तो नहीं हो पाएगा… अभी से आपको काम करना पड़ेगा और काम करना पड़ेगा दलितों के लिए. आपको कुछ ऐसा फेस दिखाना पड़ेगा कि आप दलित को पूरे समाज को कनेक्ट कर रहे हो थोड़ा सा उनको कनफ्यूज़न में डालना होगा पहले फिर धीरे-धीरे वो आपकी तरफ आएंगे

अपने राजनीतिक दृष्टिकोण की तारीफ करते हुए पुष्प ने रजत से कहा वो पहले ही इनके सहयोगियों को अपने एजेंडे के बारे में बता चुके हैं और उम्मीद करते हैं कि उनकी बातें आप से हो गई होंगी। रजत ने जवाब देते हुए कहा कि मैं समझ गया बात हो गई थी पुष्प ने बताया आप जानते हैं कि मुझे जो काम सौंपा गया है वह कम से कम एक यज्ञ नहीं है और मुझे इसकी ज़रूरत है कि आप इसे सफल बनाने में मदद करें। इस पर शर्मा ने आश्वासन देते हुए कहा कि बिल्कुल मैं इसमें बहुत युद्ध गति से काम करता हूं। To see reactions of concerned person click here


अमर उजाला

अनुज त्यागी, Deputy GM (Media Solutions) Noida; नवजीत कुमार, Marketing Officer, Una, Himachal Pradesh; मोहित शर्मा, Asociate Vice President (Marketing); भरपूर सिंह, GM (Media Solutions); कंवलजीत सिंह, Sr.Marketing Manager (Media Solutions), Chandigarh; संजीव रस्तोगी, Dy. Manager (Media Solutions), Meerut; हरप्रीत कौर, Manager sales , Mumbai; हिमांशु गौतम, Business Head; आशीष विमल गर्ग, Sr. Manager, amarujala.com, Delhi

आज़ादी के एक साल बाद आगरा से शुरू हुए हिन्दी भाषा के अखबार अमर उजाला के अब 19 editions है जो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली एनसीआर से छपते है। Indian Readership Survey के मुताबिक अमर उजाला के पाँच million पाठक है। अमर उजाला की ही कर्मचारी के मुताबिक अमर उजाला के फ़ेसबूक पर 72 लाख, ट्विटर पर 7 लाख, Instagram पर 2 लाख followers है। इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंटैंट से छेड़छाड़ होने पर किस हद तक देशभर में पाठको को प्रभावित किया जा सकता है। वरिष्ठ पत्रकार पुष्प शर्मा ने अमर उजाला के विभिन्न शहरों में तैनात नौ अधिकारियों से मुलाक़ात की। पुष्प सबसे पहले अनुज त्यागी, Deputy GM (Media Solutions) Noida से मिले और अपना एजेंडा जिसमें हिन्दुत्व के साथ jingles द्वारा पॉलिटिकल rivals पर कटाक्ष, मोहन भागवत के भाषण के प्रचार के बारे में बात की और पूछा कि कैसे इसे प्रिंट और डिजिटल दोनों माध्यमों पर चलाया जा सकता है। जवाब में अनुज त्यागी ने कहा, “हाँ वो आपको विडियो प्रमोशन हो जाएगा विडियो बना लीजिए तीन चार मिनट का वो विडियो live हो जाएगा”। शर्मा के एजेंडा दोहराने पर त्यागी ने जवाब दिया, “That I will check with my editorial department. That is not an issue.”

शर्मा की मुलाक़ात इसके बाद हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर में नवजीत कुमार से हुई जो यहाँ अमर उजाला के Marketing Officer हैं। पुष्प ने नवजीत को एजेंडा समझाया जिस पर नवजीत ने अपने जवाब में, “बिल्कुल, जी, ठीक है” जैसे शब्दों  का इस्तेमाल किया। पुष्प की मायावती और राहुल गांधी जैसे अपने पॉलिटिकल rivals को thrash करने की बात पर नवजीत ने कहा, “प्रिंट में भी हो सकता है”। पुष्प के आगे ये कहने पर कि ऐसे कंटैंट में इन नेताओं के पप्पू जैसे nicknames का उपयोग कर माहौल बनाया जा सकता है नवजीत बोले, “कर लेते हैं” नेगेटिव खबरों जैसे जीएसटी और पार्टी नेताओं के कारनामों को फ्रंट पेज पर प्रमुखता न देकर अंदर कही छापने की बात पर भी नवजीत तैयार थे और बोले, “ये ज्यादा अच्छा रहेगा”।

पुष्प की मुलाक़ात चंडीगढ़ में मोहित शर्मा, Asociate Vice President (Marketing), भरपूर सिंह, GM (Media Solutions) और कंवलजीत सिंह, Sr.Marketing Manager (Media Solutions) से भी हुई। हिन्दुत्व के प्रचार से पंजाब में पकड़ बनाने और 2019 के चुनाव के लिए माहौल बनाने के बाद राजनीतिक रंग देने की बात पर कंवलजीत सिंह ने पूछा, “ओके ओके यानि आप हिंदुत्व की बात करेंगे” और आगे बोले, “बिल्कुल बिल्कुल सर”। बातचीत आगे बढ़ी और पुष्प ने पूछा कि आपकी डिजिटल presence है? इसका जवाब मोहित ने दिया और कहा, e-Paper हाँ That will go, but if you looking for a separate platform we can create that if you are looking for it.”

बात जब satire के जरिए पॉलिटिकल rivals को thrash करने की आती है तो कंवलजीत कहते है, “Not directly, indirectly.” जब पुष्प फ़ायर ब्रांड हिंदू नेताओं के advertorial events को न्यूज़ के तौर पर छापने को बोलते है तो भरपूर सिंह कुछ इस तरह जवाब देते है, “हाँ  That’s is basically part and parcel when we are doing all the things.” डील का बड़ा हिस्सा कैश में देने की बात पर अमर उजाला के भरपूर सिंह कहते है, “नहीं नहीं हमारे को matter Third Eye से आएगा पेमेंट हमारे पास 50 परसेंट कैश और बाकी RTGS लोकल से आएगा before publishing the ad”

मीटिंग के आखिर में कंवलजीत कहते है, “एक बार न सर मेरे को creative print के जो creatives है क्योंकि हमें कुछ creatives अपने editorial से भी sanction करवाने होते है”

अमर उजाला में पुष्प की अगली मीटिंग मेरठ में Deputy Manager संजीव रस्तोगी से हुई। शर्मा संजीव को बताते है कि कैसे एजेंडा की शुरुआत सॉफ्ट हिंदुत्व से करने के बाद पॉलिटिकल rivals को thrash करना है। संजीव सब समझ जाते है और बोलते है, “हाँ मैं वही कह रहा हूँ जो focus है 2019 ही है हम उसकी preparation डेढ़ साल से कर रहे है धीरे धीरे उसको तापमान धीरे धीरे temperature add on करेंगे”

अमर उजाला देश के प्रमुख अखबारों में से एक है, अखबार का एक बड़ा ऑफिर मायानगरी मुंबई में भी है। अमर उजाला के मुंबई ऑफिस में पुष्प शर्मा की मुलाकात सेल्स मैनेजर हरप्रीत कौर से हुई। पुष्प ने हरप्रीत को अपना एजेंडा समझाते हुए बताया कि हम हिंदू वोट बैंक को मजबूत करने के लिए अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के नाम बिगाड़कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश करेंगे। हम आपके अखबार के माध्यम से राहुल गांधी, मायावती और अखिलेश यादव का जनता के सामने पप्पू, बुआ और बबुआ जैसे नाम से दुषप्रचार करेंगे। पुष्प ने हरप्रीत को बताया कि अमर उजाला मुंबई के लिए उनका भारी भरकम बजट है और वो इस काम के लिए आपकी कंपनी को 50 लाख रुपये प्रति माह देंगे और अगर अखबार ने हमारी मर्जी के मुताबिक अच्छा सहयोग किया तो आने वाले दिनों में ये बजट और बढ़ा दिया जाएगा। इस पर हरप्रीत ने अपनी सहमति जताते हुए “Ok sir” कह दिया।

पुष्प ने बताया कि अपने कैंपेन के अगले चरण में जैसे ही चुनाव नज़दीक आ जाएंगे हम अपने अभियान को उग्र करते हुए एक अदद माहौल बनाएंगे और वोटों का ध्रुवीकरण करेंगे। हरप्रीत को इस सांप्रदायिक एजेंडे से कोई दिक्कत नहीं थी उन्होंने पुष्प की हर बात का जवाब हूं, हां और ओके कहकर दिया। बातचीत आगे बढ़ी हरप्रीत ने पुष्प को बताया कि उनके अखबार की उत्तरप्रदेश में तगड़ी पहुंच है। इसपर पुष्प ने कहा कि अगर ऐसी बात है तो हम उनसे भी संपर्क करने की कोशिश करेंगे लेकर उससे पहले आपको हमारे साथ मिलकर चलना होगा और हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों जैसे कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा खबरें प्रकाशित कर एक माहौल तैयार करना होगा। पुष्प ने हरप्रीत को जब ये कहा कि आप अपने अखबार में हमारी पार्टी के विरोध में खबरें प्रकाशित न करें। इसपर     हरप्रीत ने बड़ी आसानी से “okay” कह दिया।

पुष्प ने जब इनसे सोशल मीडिया के बारे में पूछा तो हरप्रीत ने कहा “Amar Ujala has 72 lakh followers on Facebook, 7 lakh on Twitter and 2 lakh on Instagram” पुष्प ने पूछा कि क्या आप हमारे मीडिया कैंपने को सोशल मीडिया के इन सभी प्लेटफॉर्म से जोड़ेंगे तो हरप्रीत ने कहा, “हम लोग वो कवर करेंगे, आपका सोशल सिटिंग भी करेंगे, आपका ट्विटर में भी करेंगे Twitter mein Facebook mein we are very strong … तो उसमें हम लोग आपका सोशल सिटिंग करेंगे उसमें आपका लाइक कंटेंट भी हम कर सकते हैं। We can do video running also” पुष्प ने हरप्रीत से पूछा कि इसके लिए क्या अलग से पैसा देना होगा तो हरप्रीत ने जवाब दिया, “नहीं नहीं that आपको एक पूरा package sort of मैं बना के दे सकती हूं ” “तो वो मुझे like senior हैं हिमांशु गौतम करके हैं. He doesn’t sit here. He sits in Delhi only. तो मैं वो डिस्कस करूंगी उनके साथ..even Gagan is there. तो पहले मैं आपका पूरा briefing discuss करूंगी कि this and so and so देख रहे हो तो हमारी साइड से तो उस हिसाब से क्या-क्या कर सकते हैं ”।

अब पुष्प के लिए अमर उजाला के दिल्ली में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से मिलना भी जरूरी हो गया था। पुष्प ये जानना चाहते थे कि जो कुछ भी हरप्रीत कह रही हैं क्या उनके सीनियर भी उस बात पर रजामंद हैं। लिहाजा पुष्प ने अमर उजाला के दिल्ली दफ्तर में हिमांशु गौतम, आशीष विमल गर्ग से मुलाकात की और उन्हें अपने एजेंडे के बारे में बताया। पुष्प ने बताया कि हिंदुत्व के पहले चरण के बाद वो अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को हराने के लिए पप्पू, बुआ और बबुआ जैसे नामों से उनकी छवि खराब करेंगे। इसके बाद पुष्प ने इन्हें पप्पू वाली एक जिंगल का ऑडियो भी सुनाया और बताया कि इस तरह हमें इन लोगों की छवि मिट्टी में मिलानी है इसपर गौतम ने “sure” कहकर अपनी रजामंदी जाहिर की।

पुष्प ने इन्हें बताया कि कर्नाटक चुनाव को लेकर उनके पास ऐसे 30 जिंगल्स तैयार है और इसी तर्ज पर वो कुछ यूपी के लिए कटेंट चाहते हैं। पुष्प ने पूछा कि क्या आपके पास ऐसी क्रिएटिव टीम है जो इस आइडिया पर काम करने में सक्षम हो। इस पर सेल्स हेड गौतम ने कहा कि “वो करा सकते हैं..हां करा देंगे ये तो normal advertising की तरह जाएगा ना हमारे लिए ?” पुष्प ने जब पूछा कि आप नॉर्मल से क्या कहना चाहते हैं तो गौतम ने बताया कि “इसमें ऐसा जाएगा ना जैसे जिंगल्स रहेगा आपका ?” पुष्प ने इन लोगों से ये भी जानने की कोशिश की कि अगर आपके पास मोबाइल app हैं तो उसके जरिए आप किस तरह हमारे एजेंडे का प्रमोशन कर सकते हैं इसपर गौतम का जवाब आया “हम लोग इसको वीडियो में embed कर देंगे” इतना ही नहीं गौतम ने आश्वासन देते हुए कहा कि “ये हम regular basis पर करेंगे आपके साथ ” गौतम ने इस बात का भी भरोसा दिया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के अलावा वो मोबाइल एप के जरिए भी उनके एजेंडे का प्रमोशन करेंगे। इसके बाद गौतम पुष्प को समझाते हुए कहते हैं कि “आपका जैसे जब on होगा ला जैसे.. या जैसे कोई site खोली पहले ये आ जाएगा..साइड में नहीं पूरे app में आ जाएगा”गौतम के सहयोगी Ashish Garg ने समझाते हुए कहा कि “जैसे इस तरह का होगा ये जो banner आप देख रहे हैं इस तरह के जो banners  हैं..ये रहते हैं ” गौतम बताने लगे “ये सब banners यूं ही चलते रहेंगे इस पर बढ़िया banner बन जाएगा यहां पर भागवत जो भी समिति है..उसका आ जाएगा और वो पूरी messaging आ जाएगी ” इसके बाद सौदेबाजी और GST वगैरह पर चर्चा होने लगी।

इसके बाद गौतम ने पुष्प से कहा कि जब वो उनकी कंपनी के दूसरे लोगों से मिलेंगे तो उस वक्त सिर्फ भगवद गीता के बारे में ही बताएं। पुष्प ने पूछा कि क्यों मुझे उनसे अपना हिंदुत्व वाला एजेंडा नहीं बताना है। इस पर गौतम ने बताया कि “हां उनसे मतलब unbiased बात करें देखिए मेरा तो background मुझे तो कोई फर्क नहीं पड़ता… मैने आपको क्या बोला कि मैं ये चीज़ें run कर सकता हूं मेरे लिए ये advertisement है इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है.. internally मैं इसके लिए लड़ भी सकता हूं ये advertisement है इसके लिए

इसके बाद गौतम ने बताया कि आखिर वो इस एजेंडे को चलाने के लिए क्यों तैयार हुए हैं। गौतम ने पुष्प को समझाते हुए कहा कि आखिर क्यों उन्हें अखबार में निष्पक्ष रहना पड़ता है।  “but क्योंकि मैं online run करता हूं तो definitely कुछ चीज़े हैं हर कंपनी में क्योकि internally मेरे को पता है कि क्या चीज़ें काम करेंगी तो मान के चलिए वो चीज़ हम कोशिश करेंगे सारी चीज़ें करने की ”

पुष्प की तहकीकात यहीं खत्म नहीं होती। हाल ही में हुए यूपी उप चुनाव के नतीजों के बाद पुष्प ने अमर उजाला मुंबई की सेल्स मैनेजर हरप्रीत कौर से फोन पर बात की। पुष्प ने हरप्रीत से फोन पर कहा कि हम यूपी उप चुनाव में कुछ नेताओं की वजह से हार गए हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि आप उनके विरोध में खबरें बनाएं। पुष्प ने इन नेताओं में मेनका गांधी, अनुप्रिया पटेल और उपेन्द्र कुशवाह का भी नाम लिया। पुष्प ने कहा कि ये सरकार में हमारे साथ तो हैं लेकिन ये लोग हमेशा पार्टी से मांग करते हैं। इस पर हरप्रीत ने कहा  तो आप बोल रहे हैं कि आपको अनुप्रिया पटेल और उपेन्द्र कुशवाह“okay” कहकर अपनी रजामंदी जाहिर की। इसके बाद पुष्प ने हरप्रीत से कहा कि देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं आपको अपने अखबार के माध्यम से जनता में ये संदेश पहुंचाना है कि आंदोलन करने वाले किसान माओवादियों द्वारा उकसाए गए है जबकि वो सरकारी नीतियों से नाराज़ नहीं है इसपर भी हरप्रीत ने ओके, ठीक है कहकर पुष्प के एजेंडे को हरी झंडी दे दी।

पुष्प ने आगे हरप्रीत से कहा कि मुझे नागपुर में बैठे हमारे संगठन के नेताओं से ऐसा करने के आदेश हैं, इसलिए मैं आपको हमारी पार्टी के कुछ मंत्रियों और विधायकों को चलाने के लिए कहूंगा, इसपर भी हरप्रीत ने ओके, ठीक है कहकर अपनी सहमति दी। इसके बाद  पुष्प ने हरप्रीत को वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ खबरें चलाने को कहा जिस पर हरप्रीत ने जवाब दिया, अरुण जेटली, okay”. पुष्प ने कहा कि अगर आप आधार कार्ड से जुड़ी कोई भी स्टोरी चलाते हैं तो याद रहे कि हर स्टोरी सकारात्मक हो, हरप्रीत ने दोबारा cross check करते हुए पूछा, आधार कार्ड के फेवर में ?” जिसका पुष्प ने हां में जवाब दिया।

पुष्प ने कहा कि जब हम विपक्ष में बैठे थे तब हमारी पार्टी सरकार की इस नीति का विरोध किया था चूंकि हम अब सरकार में हैं और हमने इसे हर सेवा के लिए अनिवार्य बना दिया है। अगर कल हमारी किसी भी नीति पर हमला होता है तो ये हमारे लिए अच्छा काम करेगा। हरप्रीत ने बात को समझते हुए दोहराया, “okay पॉजिटिव न्यूज़ ही देना हैहरप्रीत की तरफ से हर सवाल का हां में जवाब सुनकर पुष्प ने उनसे और ज्यादा विचित्र मांग की। पुष्प ने हरप्रीत से कहा कि कोबरापोस्ट, द वायर और स्क्रोल जैसे कुछ न्यूज़ पोर्टल हैं जिनके मालिक अनिरुद्ध बहल, सिद्धार्थ वर्धराजन हैं, ये लोग अक्सर हमारे खिलाफ खबरें प्रकाशित कर हमारी छवि खराब करते हैं, मैं इनके खिलाफ आपको कुछ सामग्री दूंगा फिर आपको इनके खिलाफ खबरें चलानी हैं। इस पर भी हरप्रीत राजी हो गईं और उन्होंने “okay” कहकर पुष्प की ये शर्त भी मान ली। अब पुष्प ने हरप्रीत से एक और विचित्र मांग की, पुष्प ने हरप्रीत से कहा कि मेनका गांधी का बेटा वरुण गांधी हमारी सरकार में मंत्री है। लेकिन वो कुछ ज्यादा ही महत्वाकांक्षी है। इसलिए हमें इस आदमी को ठीक करना है। मैं आपको इसकी सीडी दूंगा और जब मैं बोलूं आप इसे चला देना। सबसे हैरानी वाली बात ये है कि हरप्रीत इसके लिए भी तैयार हो गईं और उन्होंने बेहिचक पुष्प को “okay” कह दिया। To see reactions of concerned person click here


यूएनआई

नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, ब्युरो चीफ़, लखनऊ  

देश और दुनिया में करीब एक हज़ार subscribers जिसमें अख़बार, रेडियो, टेलिविजन नेटवर्क, वैबसाइट, सरकारी दफ़्तर के अलावा प्राइवेट और पब्लिक सैक्टर corporations शामिल हैं ने यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ इंडिया यानि यूएनआई को सबसे बड़ी न्यूज़ एजन्सी की फहरिस्त में शुमार किया हुआ हैं। देश के हर राज्य की राजधानी के अलावा लगभग हर बड़े शहर में यूएनआई के न्यूज़ ब्युरो हैं। ऐसे ही एक ब्युरो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पत्रकार पुष्प की मुलाक़ात होती है ब्युरो चीफ़ नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव से। हिंदुत्व का एजेंडा और पॉलिटिकल satire चलाने की बात पर श्रीवास्तव ने कहा, “हाँ तो फिर क्या चिंता है फिर तो हो ही जाएगा फिर क्या दिक्कत है वो तो हो ही जाएगा उसमें तो कोई दिक्कत नहीं है”

2019 के चुनावों से पहले एजेंडा के तहत electorate को polarize करने की बात पर यूएनआई के ब्युरो चीफ़ नरेंद्र ने कहा, Hundred one percent Sir अभी तक जो मैंने बहुत ही ध्यान से ये चीज़ आपकी सुनी है जो आपके object है जो आप material देना चाहते है उसमें मुझे कोई भी चीज़ objectionable नहीं लगी”

नरेंद्र को फ़ायर ब्रांड हिंदू नेताओं के भाषण कवर और promote करने में भी कोई परेशानी नहीं है बल्कि नरेंद्र तो इन लोगो से अपनी नज़दीकी भी बयान कर रहे है, “देखिये सर मैं आपको बताओं जिन जिन लोगो का अपने नाम लिया है मोहन भागवत जी से मेरी मुलाक़ात नहीं होती विनय कटियार जी से अच्छी मुलाक़ात है उमा दीदी बहुत मानती है अयोध्या के होने के नाते इन लोगो से मेरी intimacy है”

बातचीत में आगे शर्मा नरेंद्र से पूछते है कि क्या वो पेमेंट कैश में लेंगे और उसकी रसीद देंगे। इस पर यूएनआई के नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “वो हो जाएगा आप शुरू तो कीजिए बिल्कुल देंगे एकदम देंगे सब देंगे”। इतना ही नहीं शर्मा ने जब नरेंद्र से proposal मांगा तो नरेंद्र बोले, “नहीं proposal क्या हम को…देंगे हम उसको छापेंगे तुरंत चलाएँगे उसका हमे पेमेंट दे खत्म”। जब बात यूएनआई के प्रिंट और डिजिटल माध्यमों पर खबरें प्लांट करने की आई तो नरेंद्र ने जवाब दिया, “आप शुरू तो कीजिए सर अभी तो केवल बात हो रही है”।    To see reactions of concerned person click here


9X टशन

राहुल श्रीवास्तव, सीनियर मैनेजर (Advertising Sales); राजीव शर्मा, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (Advertising Sales); प्रदीप गुहा, सीईओ      

खुद को पंजाब का नंबर वन म्यूजिक चैनल होने का दावा करने वाला 9X टशन चैनल को साल 2017 में ज़ी टीवी ने acquire किया और अब इस चैनल की तकरीबन डेढ़ करोड़ की साप्ताहिक viewership हैं। मोटी रकम के बदले 9X टशन के टॉप मैनेजमेंट से जुड़े लोगो को धार्मिक प्रोग्राम के अंदर सांप्रदायिकता का जहर घोलने में कोई गुरेज नहीं है। 9X टशन के सीनियर मैनेजर Advertising Sales राहुल श्रीवास्तव के मुताबिक, “हमारे पास एक safe side ये है कि हमें ये point लेकर चलना है कि हमारा message भी deliver हो हमारा communication भी pass on हो पॉलिटिकल return भी आए और without controversy बनाने का हमें कोई issue नहीं हैं मैं आपके point of view से कह रहा हूँ कि बस उसमें कोई controversy angle न आए क्योंकि पता चला उतना expense भी हो गया सब कुछ हो गया पता चला कि कोई controversy निकाल कर आए”

इसी बातचीत में 9x टशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट Advertising Sales राजीव शर्मा ने एजेंडा को सफल बनाने के लिए माहौल बनाने की सलाह देते हुए कहा, “आप जो ये points बोल रहे हैं इसमें हम ऐसा भी कर सकते हैं कि जैसा अभी हम ने brand songs हम create करते है तो हम ये तो आपके items हैं इन के through भी हम कुछ कर सकते हैं। मान लीजिये song create किया हम ने और वो हमारी property भी होगी तो हम उसको throughout the day promote करेंगे। वो चलेगा एक बड़े level पे तो वो एक buzz create कर देगा”

पुष्प कि मुलाक़ात 9x टशन के सीईओ प्रदीप गुहा से भी हुई। इस बातचीत के दौरान 9x टशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट Advertising Sales राजीव शर्मा भी प्रदीप के साथ थे और उन्हें सब कुछ ब्रीफ़ कर चुके थे। पुष्प के एजेंडा को आराम से सुनने के बाद 9x टशन के सीईओ प्रदीप गुहा कहते है, we have no objection we will carry whatever”  इसके बाद गुहा ये भी सलाह देते है कि caricaturing को चैनल के मशहूर शो “छोटे बड़े” में चलाएँगे। शर्मा के agenda पर confirmation लेने पर गुहा कहते है, Absolutely… we have no issues”।  To see reactions of concerned person click here


समाचार प्लस

मुकेश बगियाल, मैनेजर सेल्स; अमित त्यागी, सीनियर सेल्स हैड    

“खबर वही जो हमने कही” की टैग लाइन के साथ साल 2012 में लॉन्च हुए समाचार प्लस चैनल ने कुछ ही समय में यूपी और उत्तराखंड में पकड़ बना ली थी। साल 2016 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड के तब के मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन चलाने की वजह से भी चैनल और इसके मालिक उमेश कुमार सुर्खियों में रहे। पुष्प ने समाचार प्लस के मैनेजर सेल्स मुकेश बगियाल से मिलकर उन्हें 2019 में बीजेपी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए हिंदुत्व का एजेंडा और aggressive campaign की बात कही जिस पर मुकेश ने कहा, “इसमें सर हमारा मीडिया पूरा सपोर्ट करेगा आपको जब भी आपको जरूरत होगी”

इसके बाद पुष्प ने समाचार प्लस के सीनियर सेल्स हैड अमित त्यागी से मुलाक़ात कर एजेंडा पर बात की और चरित्र हनन के लिए पप्पू caricature launch करने का सुझाव दिया जिस पर त्यागी ने कहा, “बिल्कुल सही बात है”। सरकार की कश्मीर पॉलिसी और राष्ट्रवाद को प्रोमोट करने की बात पर त्यागी बोले, “हाँ बिल्कुल होगा उसमें तो कोई इशू नहीं है। वो तो आप जैसे जो भी आप का कुछ इवैंट वगैराह हुआ है या जो भी कुछ होता है तो उसको हम थोड़ा हमेशा कवर करेंगे”। शर्मा ने पेमेंट का बड़ा हिस्सा नगद में देने की बात कही जिस पर त्यागी ने कहा, “हाँ वो understanding में ही रहेगा, मैं उसे पेपर पे black and white नहीं करूंगा”। त्यागी ने आगे कहा, “एक बार check भी करना पड़ेगा उसको check करा के मैं बात करता हूँ कि वो 60-40 पे agree हैं 50-50 पे agree हैं वो एक बार मुझे check करना पड़ेगा शशांक जी से और उमेश जी से”।  To see reactions of concerned person click here


एचएनएन 24×7

अमित शर्मा, मालिक एवं सीईओ  

शर्मा ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से टेलिकास्ट होने वाले रीजनल न्यूज चैनल एचएनएन 24×7 के ऑफिस में चैनल के मालिक और सीईओ अमित शर्मा से मुलाक़ात की। अमित ने कहा कि चैनल पर वो हिंदुत्व के एजेंडा के साथ डिजिटल प्लेटफार्म पर बीजेपी और संघ के फ़ायर ब्रांड नेताओं जैसे उमा भारती, विनय कटियार, मोहन भागवत, राजू भईया, अशोक सोनी, आनंदी भाई और असित सोनी का भी प्रचार करेंगे और इसमें रेकॉर्ड्स के अंदर संघ का नाम कही नहीं होगा।

फ़ेसबुक पर तीन लाख और ट्वीटर पर आठ हज़ार फालोअर्स का दावा करने वाले अमित शर्मा ने 2019 में बीजेपी को बढ़त दिलाने की बात करते हुए कहा, “हम तो कहेंगे नहीं संघ नहीं करवा रहा, हम तो कह रहे है being a channel मैं पाँच गाड़िया चैनल की चलवाऊंगा, मैं वही तो कह रहा हूँ पाँच गाड़िया चैनल की बनवाऊंगा, आपकी तो niche branding होगी” अमित ने आगे कहा कि इससे उत्तराखंड के लोगों के साथ साथ बाहर से उत्तराखंड आ रहे सैलानीयों में भी एजेंडा का प्रचार प्रसार होगा। पुष्प की एचएनएन के मालिक और सीईओ अमित शर्मा से फोन पर भी बातचीत हुई जिसमें पुष्प अमित से चैनल पर पैनल डिस्कशन के दौरान मुस्लिम वक्ताओं का शोषण करने, केंद्र में बीजेपी मंत्री मेनका गांधी, मनोज सिन्हा के अलावा गठबंधन पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर, अनुप्रिया पटेल और उपेंद्र कुशवाह के खिलाफ़ ख़बर चलाने के लिए बोलते है। इस बात पर अमित शर्मा कहते है, “मैं आपकी बात बिलकुल समझ गया आचार्य जी। मैं उस पर वर्किंग तैयार करवा लूँगा”।

पुष्प बातचीत में आगे अमित से किसानों के आंदोलन को माओवादियों से जोड़ने, सोहरबुद्दीन और जस्टिस लोया जैसे मामलों पर अगर कुछ भी चीज़ खिलाफ जाती है तो judicial verdict के ऊपर सवाल उठाने, कोबरा पोस्ट, वायर जैसी न्यूज़ वैबसाइट के खिलाफ ख़बर करने, आधार कार्ड के पक्ष में स्टोरी करने के साथ प्रशांत भूषण, दुष्यंत दवे, कामिनी जयसवाल और इन्दिरा जयसिंह जैसे सिविल सोसाइटी के लोगों का खबरों के जरिए character assassination करने को बोलते हैं। इस पर एचएनएन के अमित अपनी सहमति देते हुए कहते है, “आप बताते जाइएगा आचार्य जी”।  To see reactions of concerned person click here


पंजाब केसरी

सुनील शर्मा, हिमाचल; हरीश शर्मा, Senior Business Executive, चंडीगढ़; राजेन्द्र कुमार; असलम सिद्दकी, ब्यूरो चीफ, दिल्ली, पंजाब केसरी

साल 1965 में महज 3500 कॉपियां प्रकाशित कर पंजाब केसरी ने देश में एक नई पहचान बनाई और आज ये हिंदी दैनिक अखबार 7,43,000 कॉपियां प्रकाशित कर रहा है जालंधर, चंडीगढ़, लुधियाना, पालमपुर, पानीपत, हिसार, जम्मू, भटिंडा, रोहतक और शिमला में पंजाब केसरी एक विश्वसनीय अखबार बन चुका है। लेकिन जब पुष्प शर्मा ने इस अखबार के दो सीनियर अधिकारियों से बातचीत की तो उन्हें ये जानते ज्यादा देर नहीं लगी कि इस विख्यात अखबार में लोगों की विश्वसनीयता से ज्यादा तवज्जो कारोबार को दी जा रही है।

मुलाकात के दौरान पुष्प ने सुनील शर्मा को अपना एजेंडा समझाते हुए बताया कि हम आपके अखबार के जरिए पंजाब में वोटों का ध्रुवीकरण चाहते हैं। पुष्प ने पूछा कि आपके पास ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिस पर आप हमारे बड़े और कट्टर हिंदुवादी नेताओं का प्रचार-प्रसार कर सकें। इस पर सुनील ने एक क्षण की देरी किए बिना कहा, डिजिटल है सर और ये भी बताया कि ये प्रिंट के मुकाबले सस्ता भी है। पुष्प ने सुनील से पूछा कि आपके मैनेजमेंट का पंजाब में अकालियों के साथ कोई समझौता तो नहीं हुआ कहीं ऐसा ना हो कि वो हमारे एजेंडे को चलाने से ही इनकार कर दें तो सुनील ने कहा ऐसा कुछ नहीं है सर हां बीच में अगर वो भी कुछ छापना चाहते हैं तो हम उन्हें भी नहीं रोकेंगे

 

इसके बाद पुष्प ने सुनील को एक ऑडियो जिंगल सुनाया और बताया कि हमें इस तरह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को धूमिल करना है तो आप अपने प्रिंट में इसे किस तरह से प्रकाशित करोगे। सुनील के कहा, क्रिएटिव तो चल जाएगा सर पर उसमें कार्टून का ही रहेगा मेरे ख्याल से उसी हिसाब सेपुष्प के पूछने पर क्या आपका मतलब एक साप्ताहिक सीरीज से है तो सुनील ने इस पर हामी भरते हुए कहा कि हां वो चल जाएगी कोई इशु नहीं है पुष्प ने सुनील को ये भी बताया कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और जनता दल यहां हमारे सबसे बड़े प्रतिद्वंदी हैं इसपर सुनील कहने लगे कोई इशु नहीं है, कार्टून तो हमारे पेपर में वैसे भी छपते हैं, कोई दिक्कत नहीं है इसके बाद पुष्प ने सुनील से एक बड़ा सवाल पूछा कि क्या आप हमारे विपक्ष में छपने वाली खबरों को रोक सकते हैं या उन्हें मोड़ सकते हैं ? सुनील ने इस मुश्किल सवाल का जवाब भी बड़ी आसानी से देते हुए कहा, पर नॉर्मल सी जैसे आती है वो मैं करवा सकता हूं..वो करवा दूंगा वो कोई दिक्कत नहीं है एक अखबार में बड़े पद पर बैठे अधिकारी के मुंह से निकली ये बातें वाकई अचंभित करने वाली थीं। अब पुष्प ने शर्मा से  सवाल पूछा कि क्या मैं आधी रकम कैश और आधी चैक से दे सकता हूं इस पर भी सुनील का वही रटा-रटाया जवाब सामने आया वो ठीक है कोई दिक्कत नहीं है सुनील ने पुष्प को ये भी बताया कि मैं कल जालंधर जा रहा हूं और वहां जाकर सारी बातें कर लूंगा और जो भी फाइनल होगा वो फोन कर बता देगा। पुष्प ने सुनील से डेढ़ करोड़ में डील पक्की की इस पर सुनील ने कहा हां फिफ्टी-फिफ्टी हो जाएगा, डेढ़ करोड़ का हुआ तो 75 कैश उसके through ”

पुष्प ने सुनील के सहयोगी और अखबार में सीनियर बिजनेस executive हरिश शर्मा से भी मुलाकात की। इस पर हरीश ने उनके सामने पंजाब केसरी और जगबाणी के लिए एक combo डील का प्रस्ताव रखा। यहां हम आपको बता दे कि जगबाणी भी पंजाब केसरी ग्रुप का ही एक और दैनिक अखबार है जो जालंधर, चंडीगढ़, लुधियाना और बठिंडा से प्रकाशित होता है। इस पंजाबी अखबार की हर रोज़ करीब 3,29,000 कॉपिया प्रकाशित होती हैं। हरीश के ये पूछने पर कि आप अपने अभियान में हमारे अखबार की क्या मदद चाहते हैं पुष्प ने बताया कि पंजाब में अपनी जमीन तलाशने के लिए हमारा संगठन चाहता है कि आप अपने अखबार के जरिए हमारे हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ाएं ताकि मतदाताओं को सांप्रदायिक रेखाओं पर जुटाया जा सके। चौंकाने वाली बात ये रहा कि हरीश ने सीधा पैसों की बात करते हुए पूछा कि How much rate in 3 month?” जिसपर पुष्प ने उन्हें तीन महीने के कैंपेन के लिए तीन करोड़ का बजट बता दिया। इसके बाद पुष्प ने अपने कैंपेन के अगले चरण का जिक्र करते हुए हरीश से कहा कि हम आपके प्रिंट और डिजिटल के जरिए हमारे कट्टर हिंदूवादी नेताओं को बढ़ावा देना चाहते हैं। इस पर भी हरीश ने हां में जवाब दिया I got your point

अपने combo मीडिया कैंपेन का जिक्र करते हुए पुष्प ने हरीश से फिर कहा कि वो एक ऐसा कंटेट चाहते हैं जिससे उनका मकसद पूरा हो सके। इस पर हरीश ने कहा कि वो उस चीज़ में हो सकता है जैसे एडवटोरियल जाएगा नाऔर इन्होंने पुष्प को ये भी कहा कि ये किसी विज्ञापन जैसा नहीं बल्कि एक न्यूज़ आइटम जैसे ही लगेगा। इसके बाद हरीश ने कहा कि किसी भी तरह के पेड कंटेट का हमारे अखबार में स्वागत है।

सुनील और हरीश से मुलाकात कर पुष्प शर्मा वापस दिल्ली पहुंचे जहा पहले ही इनकी मीटिंग टी.जे.एल कुट्टी से हो चुकी थी। कुट्टी पंजाब केसरी के नेशनल मार्किटिंग हेड हैं। पुष्प का एजेंडा सुनने के बाद कुट्टी ने उन्हें ग्रुप के मालिक आदित्य चोपड़ा से मिलने की सलाह दी थी। क्या अखबार हमारे इस सांप्रदायिक कंटेंट को छापने के लिए राजी है इस सवाल का जवाब जानने के लिए पुष्प ने पंजाब केसरी के दिल्ली दफ्तर में ही असलम सिद्धकी से मुलाकात की। असलम ब्यूरो चीफ होने के साथ-साथ अखबार में मार्किटिंग भी देखते हैं। सिद्धकी को अपना एजेंडा समझाने के अलावा पुष्प ने इन्हें एक जिंगल भी सुनाया और बताया कि जब हमारे अभियान का हिंदुत्व वाला पहला चरण पूरा हो जाएगा तो हम कांग्रेस, बसपा और सपा जैसे अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को उनके नाम बिगाड़कर टारगेट करेंगे, पुष्प ने जैसे ही बुआ का नाम लिया इसी बीच सिद्दकी ने बुआ, बबुआ और पप्पू कहकर कई सारे नाम गिना दिए। कहीं न कहीं सिद्दकी सौदे को लेकर चिंतित नज़र आ रहे थे इसी बीच वो पुष्प से कहने लगे कि अब ये देखना पड़ेगा पॉलिटिकल में डिस्काउंट वाली प्रॉबलम आ सकती है पुष्प ने उन्हें बताया कि हम जानते हैं कि आप प्रिमियम लेंगे और इसके लिए संगठन तैयार भी है, ये सुनते ही सिद्दकी कहने लगे कोई दिक्कत नहीं है तो ये starting में तो आपका simple होगा ये religion में हमारा चला जाएगा, इसमें तो हम discount दे सकते हैं फिर आगे क्योंकि पॉलिटिकल touch  हो जाएगा तो problem हो सकती है

हैरानी वाली बात ये है कि सिद्दकी का पूरा फोकस कंटेंट से ज्यादा बिजनेस और कमाई पर था इसके बाद पुष्प ने सिद्दकी का ध्यान केन्द्रित करते हुए कहा कि जैसे ही चुनाव नज़दीक आ जाएंगे हमारा अभियान सांप्रदायिक मोड ले लेगा जिसके तहत हम वोटों का ध्रुवीकरण करेंगे। सिद्दकी ने इस पर भी रजामंदी देते हुए “no problem” कह दिया। यहां तक की सिद्दकी अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए उमा भारती, विनय कटियार और मोहन भागवत जैसे कट्टर हिंदुवादी नेताओं के प्रचार-प्रसार के लिए भी राजी हुए। पुष्प ने एक बार फिर दोहराते हुए सिद्दकी को बताया कि हम जिंगल्स की मदद से हमारे कांग्रेस, सपा और बसपा जैसे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को हराना चाहते हैं। साथ ही पुष्प ने सिद्दकी को अपने तीनों एजेंडा के बारे में भी बताया लेकिन एक बार फिर सिद्दकी डिस्काउंट और प्रीमियम में ही उलझे नज़र आए। सिद्दकी कहने लगे, देखिए पहला तो आपका discounted रहेगा.. second और third, second में पता करना पड़ेगा और third में तो possible नहीं है ये तो premium पर ही जाते हैं

जब पुष्प ने पूछा कि क्या हम पेमेंट का 60 फीसदी हिस्सा कैश में दे सकते हैं इसपर भी सिद्दकी को कोई परहेज नहीं था। उन्होंने कहा, कोई दिक्कत नहीं है, मैं बात करता हूं पहले क्या हो सकता है और इसी समझौते के साथ पुष्प की सिद्दकी के साथ मीटिंग खत्म हो गई। To see reactions of concerned person click here


स्वतंत्र भारत

संजय सिंह श्रीवास्तव, एडिटर एवं बिज़नस हैड 

देश की आज़ादी के दिन शुरू हुआ स्वतंत्र भारत अख़बार की लगभग आठ लाख की readership है। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर से प्रकाशित इस अख़बार के इलाहाबाद, फ़ैज़ाबाद, वाराणसी, गोरखपुर और शाहजहाँपुर के लिए विशेष एडिशन निकलते है। इलैक्शन के मद्देनज़र बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने और हिंदुत्व एजेंडा चलाने के लिए डेढ़ करोड़ के बजट की बात पर स्वतंत्र भारत के संजय सिंह श्रीवास्तव बोले, “हाँ हाँ ये तो भगवान श्रीकृष्ण भी कहते है”। विनय कटियार, उमा भारती और मोहन भागवत जैसे फ़ायर ब्रांड हिंदू नेताओं के भाषण के प्रमोशन और विरोधी नेताओं के खिलाफ jingles और animated कंटैंट चलाने की बात पर संजय ने कहा, “हाँ हाँ इसको हम प्लान कर देंगे और बढ़िया प्लान कर देंगे कोई दिक्कत नहीं हैं इसमें”

अख़बार और वैबसाइट पर ये काम करने के लिए संजय ने पेमेंट का बड़ा हिस्सा कैश में लेने पर भी हामी भरी और बोले, “नहीं नहीं कोई दिक्कत नहीं है कर लेंगे हम लोग फिर आप इसको प्लान कर लीजिएगा”। बातचीत के दौरान संजय आगे कहते है, “तो उसमें कोई दिक्कत नहीं होगी आपको ये मेरा आपसे commitment है जो चीज़ कहेंगे उसको पूरा करेंगे ऐसी चीज़ नहीं मिलेगी कि आपको शर्मिंदगी उठानी पड़े शर्मिंदगी आपको हुई तो हमें भी हुई ज़िम्मेदारी ले ली ना”


स्कूप व्हूप

विदुषी डोरा, Digital Strategist; आकाश; सात्विक CEO; ऋषि प्रतिम मुखर्जी


Indian Institute of Mass Communication से पढ़े पाँच लोगों द्वारा साल 2013 में शुरू की गई स्कूप व्हूप एक दिल्ली based डिजिटल मीडिया और न्यूज़ organization है। इस संस्थान में भारती सॉफ्ट बैंक ने भी 10 करोड़ का निवेश किया है। इस वैबसाइट को हर महीने लगभग 3 million shares मिलते है। पुष्प शर्मा स्कूप व्हूप की Digital Strategist विदुषी डोरा और आकाश से मिलते है। शर्मा इनसे पूछते है कि क्या ये पप्पू, बुआ और बबुआ पर satirical web series बना सकते है क्योंकि ये हमारे पॉलिटिकल rivals है और हम 2019 के इलैक्शन में इन्हे टार्गेट करेंगे। इस पर आकाश बोलते है, Got it so I want to go more direct in second phase.” शर्मा फिर सवाल करते हैं कि उनके एजेंडा के लिए ये और क्या कर सकते हैं? जिस पर आकाश जवाब देते है, “so we can actually directly work because brand plug in we use to brands itself very subtle. So that the audience you know understand…” आकाश के इस जवाब पर पुष्प सवाल करते है कि फिर आप शायद religious स्टैंड ने ले पाओ? इस बार जवाब विदुषी देते है और बोलती है, We don’t know. So we won’t be taking a religious ground” शर्मा के दोबारा सवाल करने पर विदुषी कहती है, But on political stand honestly like I don’t think we can take the decision right now. We have to check internally” इसके बाद पुष्प पॉलिटिकल rivals के character assassination और nationalism के कंटैंट डिज़ाइनिंग की बात करते है जिस पर विदुषी का जवाब होता है, “वहाँ तक तो पता नहीं कितना हेल्प कर पाएंगे in the end”

पुष्प शर्मा अपनी अगली मुलाक़ात में मिलते है स्कूप व्हूप के सीईओ सात्विक और ऋषि प्रतिम मुखर्जी से। कैम्पेन के जरिए हिन्दू वोट को पार्टी के पक्ष में करने के सवाल पर सात्विक जवाब देते है, “नहीं सर question तो नहीं है देखिए हमारा काफी बड़ा user base है…तो sir करने में it won’t be difficult for us इतना बड़ा user base engagement है तीन करोड़ लोग पढ़ते है 40 करोड़ लोग engage करते है हर महीने but एक clarity वो मिल जाएगी वो thought वो कौन readership है”

शर्मा अब सीधे अपने एजेंडा पर आते है और भगवद गीता और Lord Krishna के उपदेशो के जरिए हिंदुत्व के प्रचार की बात करते है जिस पर सात्विक बोलते है, “बिलकुल हो जाएगा”। अब शर्मा आगे Pappu jingles चलाने के बारे में पूछते है, If you are doing in smart way हर चीज़ मुमकिन हो सकता है” बातचीत में आगे सात्विक ने कहा, “एक बार voice समझ में आ जाता है न इसी तरह कर रहे है तो उसके बाद उसको amplified करने में कोई problem नहीं होती”।  पॉलिटिकल rival पर हमलावर होने और काउंटर करने के सवाल पर सात्विक ने कहा, Understood, understood … right from fun to long-format documentary type videos काफी कुछ हो सकता है and the good thing we completely understand what your requirements are and like I said that there is line between things we don’t cross. Do it in a smart way. I think it should very do able.” To see reactions of concerned person click here


Rediff.com

दो दशक पहले साल 1996 में अजीत बालाकृष्णन ने Rediff.com की शुरूआत की थी।

दो दशक पहले साल 1996 में अजीत बालाकृष्णन ने Rediff.com की शुरूआत की थी। अब Rediff.com एक न्यूज़, मनोरंजन और शॉपिंग वेब पोर्टल बन चुका है। देश-विदेश के कई बड़े शहरों में Rediff.com के दफ्तर हैं। लोगों तक पहुंच और उनकी पसंद की वजह से आज Rediff.com देश की टॉप 24 वेब पोर्टल में से एक है। पुष्प शर्मा ने Rediff.com के मुंबई दफ्तर में दस्तक दी और यहां सबसे पहले Viraj Khandhadia से मुलाकात की। विराज यहां एसोसिएट डायरेक्टर एड सेल्स के पद पर कार्यरत हैं। विराज उस वक्त कंपनी के Manager Ad Sales सुमित.एच. रावल के साथ बैठ थे। पुष्प ने विराज और उनके सहयोगी सुमित को  मिशन 2019 के एजेंडे के बारे में बताया। पुष्प ने इन्हें अपने फोन में मौजूद एक जिंगल का ऑडियो भी सुनाया और अपनी हिंदुत्व की कहानी को एक नया मोड़ दिया। अयोध्या मुद्दे के जिक्र करते हुए कहा कि अब लोगों का ध्यान इस मुद्दे से भटक चुका है लिहाज़ा ये वोट मांगने में सक्षम नहीं रहा लिहाजा हमने तय किया है कि हम श्रीमद् भगवद गीता से भगवान कृष्ण के उपदेश चलाकर लोगों के अंदर हिंदुत्व के भाव पैदा करेंगे और मतदाताओं का रूझान अपनी ओर आकर्षित करेंगे ताकि हमें इसका राजनीतिक लाभ मिल सके। इसके बाद पुष्प ने विराज से पूछा कि अब आप बताइए कि आप हमारे एजेंडे को एक उचित तरीके से कैसे पैकेज कर सकते हैं। हिंदुत्व के समर्थन में एक मजबूत मीडिया कैंपेन के लिए पिच तैयार करने के बाद पुष्प ने इन्हें अपनी तीन मांगों के बारे में बताया। इसी बीच विराज के सहयोगी रावल ने इन तीन मांगों को बोर्ड पर लिखना शुरू कर दिया। पुष्प ने अपने एजेंडे के पहले चरण का जिक्र करते हुए इन्हें बताया कि पहले तीन महीनों में गीता और भगवान कृष्ण के उपदेशों पर खेलकर लोगो को अध्यात्म से जोड़ने की कोशिश करेंगे। एजेंडे के दूसरे चरण में हम मोहन भागवत, उमा भारती और विनय कटियार जैसे कट्टर हिंदूवादी नेताओं के भाषणों का प्रमोशन करेंगे और इसे देश भर में पहुंचाएंगे।

इसी बीच विराज ने कहा कि मुझे इसके लिए अपनी एडिटोरियल टीम ने इजाज़त लेनी पड़ेगी कि क्या वो इस तरह की सामग्री को अपने पोर्टल पर अपडोट कर सकते हैं। हालांकि विराज पूछने लगे- “कब से स्टार्ट कर रहे हैं सर ये.. रिपब्लिक डे से ही स्टार्ट करें सक 26 जनवरी से” पुष्प ने इन्हें बताया कि वो इसे फरवरी के पहले हफ्ते से शुरू करेंगे।

इसके बाद पुष्प ने इन्हें अपने तीसरे एजेंडे के बारे में बताते हुए कहा कि जैसे ही चुनाव नज़दीक आएंगे हमारा अभियान हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के हरित्रहनन की तरफ केन्द्रित हो जाएगा। इसके लिए हम व्यंग्य का इस्तेमाल करेंगे ताकि जनता की नज़रों में उनकी छवि खराब हो सके। पुष्प ने दोहराते हुए कहा कि हम राहुल गांधी को पप्पू के तौर पर पेश करेंगे। हमारा कंटेंट पप्पू, बुआ और बबुआ के इर्द-गिर्द घूमकर राहुल गांधी, मायावती और अखिलेष यादव की छवि खराब करेगा।

कंपनी के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इस तरह का कंटेंट चलाने में विराज को कोई एतराज़ नहीं था। विराज ने हमें हदों से पार जाकर सपोर्ट करने का आश्वासन दिया, विराज ने कहा “ सर और एक बात बताइए अगर हम एक तरीके की बात करते हैं, हमारी साइड से आपके लिए स्टोरी लिखें, स्क्रिप्ट लिखे वो नेता जी को छोड़ के वो territory Karnataka रहेगा तो Karnataka  के लिए, यूपी, बिहार जहां के लिए भी..”।

पुष्प ने पूछा कि क्या आपका मतलब एडवटोरियल से है। इस पर विराज ने पुष्प को समझाते हुए कहा कि हम अपनी न्यूज़ स्टोरी की आड़ में आपके नेताओ का प्रचार करेंगे। विराज ने कहा कि “एडवटोरियल. एडवटोरियल एक है या हम उनके बारे में और कुछ अच्छी बात लिखें, स्क्रिप्ट लिखें सर कुछ अच्छा कि उन्होंने ये अच्छा कार्य किया.. वो मैट्रो लॉन्च करते हैं तो उनको मैट्रो के साथ जोड़ें कि उन्होंने ये किया। गवर्नमेंट पॉलिसीज़ प्रमोशन.. so we are not doing bad about our competitors हम हमारे बारे में अच्छा दिखा रहे हैं”।

पुष्प ने इन्हें कहा कि पहले हम एक तीन महीने की छोटी डील करते हैं और इसे एक ट्रायल के तौर पर देखते हैं अगर आप हमारे मांग के मुताबिक अच्छा करते हैं तो हम इस डील को लंबी लेकर जाएंगे। इस पर विराज ने सहमति जताते हुए कहा कि  “ठीक है  as you wish Sir  तो तीन महीने का जो कैंपेन है वो, first three months we will focus only point one or two I am right Sir …एक बार सर थोड़ा काम हम भी साथ में कर लेंगे तीन महीने तो हमें भी एक दूसरे का आइडिया आएगा कि आपका क्या requirement हैं हम क्या डिलिवर कर सकते हैं, कैसे कर सकते हैं.

पुष्प ने विराज को एक प्रपोजल तैयार करने के लिए कहा इस पर विराज ने पेमेंट एडवांस लेने की बात कही। विराज ने कहा “ठीक है पहले ही एडवांस हो जाए..नहीं मैं पहले किया था तो उसमें एडवांस होता था मुझे पता था बस कन्फर्म कर रहा था हमें आपके साथ जुड़ना है आगे बड़ा लंबा काम करना है अगर तीन महीने में आपको अच्छा रिजल्ट मिले तो हम आगे बड़ा काम कर पाएंगे”।

विराज ने पुष्प को डेढ़ करोड़ का प्लान तैयार कर भेजने की भी बात कही “हां जी तो अभी आपको डेढ़ करोड़ का प्लान बनाके भेजता हूँ”

जैसे-जैसे चर्चा आगे बढ़ी, पुष्प विराज को बताते हैं कि उनके संगठन ने एक निश्चित वजह के चलते अपने अभियान के लिए Rediff.com को चुना है। पुष्प ने विराज से कहा कि वो उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को राहुल गांधी, मायावती और अखिलेष यादव का पप्पू, बुआ और बबुआ कहकर इस कदर दुष्प्रचार करें ताकि जनता कभी इन्हें गंभारता से ना ले और इस चरित्रहनन के जरिए हम अपनी प्रतिद्वंदी पार्टियों कांग्रेस, सपा और बसपा को खत्म कर सकें। पुष्प की हर मांग को मानते हुए विराज कहते हैं- “उनको अलग रखना important है..हां जी..ठीक कह रहे हैं.

जब पुष्प इनसे बताते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए संघ कुछ तैयारी कर रहा है इसपर विराज उन्हें अपनी कंपनी की सेवाओं का ऑफर देते हुए कहते हैं कि “सर PR करेंगे हम … this is what I have something in my mind कि हम इलेक्शन कवर करते हैं तो हमारा न्यूज़ सेक्शन भी कवर होता है, तभी वहां पर हम आपकी एड चला देंगे कि बंदा इलेक्शन के बारे में कंटेंट पढ़ रहा है सामने ये दिख रहा है … exactly.

विराज इस डील को छोड़ना नहीं चाहते थे और उधर पुष्प विराज के दिमाग का फितूर समझ चुके थे लिहाजा उन्होंने विराज से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए उनके संगठन ने 7000 करोड़ का भारी-भरकम बजट रखा है। ये उन मीडिया कंपनियों में क्रांति लेकर आएगा जिन्होंने हमारे साथ काम किया है। अब ये उनपर निर्भर करता है कि वो हमारे इस एजेंडे को लेकर भावनात्मक रुप से कितने जुड़े हैं। विराज अपना सुझाव देते हुए कहते हैं कि “डिजिटल में क्या है audience हर तरीके का है कोई मैट्रो में रहता है कोई नॉन मैट्रो में रहता है कोई फाइनेंस सेक्शन में जाता है..हर एक को अलग कम्युनीकेशन होना चाहिए..वो आदमी देख के उसको टारगेट करना चाहिए सबको एक ही चीज़”।

इससे पहले कि ये मीटिंग खत्म होती विराज पुष्प से फिर कहते हैं कि “Correct … we will discuss internally on all this … एक अच्छा सा प्लान बनाएंगे हम आपके लिए और पहले ये तीन month का बनाएंगे.

पुष्प ने विराज से कहा कि तुम आगे बढ़ो और हमारे फायदे के लिए काम करो। अगर तुम हमारे पक्ष में खबरे चलाओगे तो ये आगे के लिए बहुत अच्छा रहेगा। यहां शर्मा विराज से पेड न्यूज़ के बारे में पूछ लेते हैं इस पर विराज कहते हैं कि “ जहां-जहां इलेक्शन का होगा..मैं एक बार internally सबसे consult consent ले के एक brain stroming हम को कर लेने दो फिर हम आपके साथ चलेंगे”। इसके बाद विराज पुष्प को अपने सीनियर अधिकारियों से मिलाने का भी आश्वासन देता है। To see reactions of concerned person click here


इंडिया वॉच

इश्वरी द्विवेदी, मालिक, इंडिया वॉच, लखनऊ

इंडिया वॉच एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, इस यू-ट्यूब चैनल पर लोगों की भरमार है, इंटरनेट की मदद से ऐसे न्यूज़ प्लेटफार्म जन-जन तक अपनी पकड़ बना चुके हैं।

लखनऊ से संचालित होने वाले इंडिया वॉच यू-ट्यूब चैनल के मालिक इश्वरी द्विवेदी हैं। जब पुष्प शर्मा ने इन्हें अपने हिंदुत्व एजेंडे के बारे में बताया और इनसे पूछा कि क्या आप इस एजेंडे के साथ काम करने में कम्फर्टएबल हैं तो इंटव्यू के दौरान द्विवेदी ने कहा, हिंदुत्व के एजेंडे में हम लोग पूरी तरह comfortable होंगे, हम खुद हिंदु हैं तो हिंदुत्व के एजेंडे में comfortable रहेंगे  पुष्प ने इनकी नब्ज टटोलने के लिए इनसे इनके चैनल की पहुंच के बारे में सवाल पूछ लिया, जिस पर द्विवेदी ने अपने अखबार का महिमामंडन कुछ इस तरह किया, 30.10.2015 ये भारत की हमारी पहली कंपनी है जिसे पंद्रह लाइसेंस हैं हमारे पास spiritual  का अलग हमारा अलग-अलग स्टेट का अलग है

इनसे बातचीत के दौरान पुष्प शर्मा ने इन्हें अपने कैंपेन से जुड़ी सभी जरूरतों के बारे में विस्तार से बता दिया जिसपर द्विवेदी ने कहा कि उन्हें इस हिंदुवादी कंटेंट को अपने यू-ट्यूब चैनल पर चलाने में कोई एतराज नहीं है। यहां तक कि ये अपने चैनल के माध्यम से पुष्प द्वारा बताए गए राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को दबाने के लिए भी राजी हो गए जैसे समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी। पुष्प के सवाल पर इन्होंने तपाक से कहा, ना ना एतराज क्या हम तो हम लोग तो वो हिंदुत्व वाले जो बताया उन्होंने..हम लोग उसी व्यवस्था पर हैं  इंटरव्यू के दौरान इस बात का भी पता लगा कि द्विवेदी की शैक्षिक संस्थानों की श्रंखला है।

पुष्प ने द्विवेदी को बताया कि इस मीडिया कैंपेन के दौरान शुरूआती तीन महीने हम सिर्फ हिंदुत्व का एजेंडा चलाएंगे, हिंदुत्व का ये एजेंडा सांप्रदायिकता के आधार पर मतदाताओं को लुभाने में मददगार साबित होगा और अगर जरूरत पड़ी तो इसका इस्तेमाल दंगे भड़काने के लिए भी किया जाएगा। पुष्प ने अपने इस षड़यंत्र के बारे में बताने के बाद द्विवेदी से फिर पूछा कि क्या आप इस पर सहमत हैं, जवाब में द्विवेदी ने कहा, सबसे बड़ी चीज़ ये है कि जो आपका एजेंडा है हमारी जो पर्सनल सोच है इसे पूरा मैच करता हुआ है फाइनेंशियल जो वो तो ठीक है बिजनेस कर रहे हैं तो फाइनेशियल need है वो तो… लेकिन आपका जो प्रोजेक्ट है वो क्योंकि मैं झेला हुआ हूं तो मुझे बड़ा comfort है उसमें बातचीत के बाद आखिरकार द्विवेदी ने 50 लाख रुपये में ये डील पक्की कर दी।

द्विवेदी के साथ अपना इंटरव्यू खत्म करने से पहले पुष्प ने इनसे पूछा कि वो अपनी कंपनी के किस आदमी को इस काम के लिए लगाएंगे जो कि पुष्प के साथ एक सुचारू बातचीत करता रहे ताकि अभियान को वक्त की जरूरत के मुताबिक चलाया जा सके। इसपर द्विवेदी ने खुद को आगे रखते हुए कहा कि हमारे interest का विषय है इसलिए direct हम ही इसपर जुड़े रहेंगे। हमारे interest हमारे निजी तौर का है तो इसके लिए direct हम involve रहेंगे

इसके बाद पुष्प शर्मा ने द्विवेदी से पैसे से लेन-देन पर चर्चा करते हुए कहा कि वो 60-40 के ratio में पैसा देंगे और कंपनी के साथ एक कॉट्रेक्ट भी साइन किया जाएगा जिसपर पैसा सिर्फ व्हाइट में देने की बात दर्ज होगी और कैश के जरिए दिए जाने वाले पैसे को गुप्त रखा जाएगा। इस पर द्विवेदी ने इसी तरह के कॉट्रेक्ट का खुलासा किया जो उन्होंने पहले बीजेपी के साथ किया था। बीजेपी के टेंडर में जो हुआ इस बार उसी तरह से। टेंडर से आप समझ ही गए होंगे कि ये कॉट्रेक्ट के बारे में कह रहे हैं।

इंडिया वॉच के मालिक द्विवेदी को पहले ही वो जिंगल दिखा दिया गया था जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मजाक उड़ाया गया था। अब पुष्प ने इन्हें बताया कि हमारे कैंपेन का तीसरा हिस्सा बीजेपी के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को खत्म करने का है जैसे कांग्रेस, सपा और बसपा। इसके लिए जो जिंगल अभी आपने सुना इसी तरह के कंटेट का इस्तेमाल करना पड़ेगा। ये सुनने के बाद द्विवेदी अपने उत्साह को रोक नहीं पाए और कहने लगे, बहुत बढ़िया ये तो हमारे interest का ट्रेफिक ले आएगा। बहुत इसको करने में आनंद आएगा। To see reactions of concerned person click here


आज (हिन्दी दैनिक)

हरिंदर सिंह साहनी, बिज़नस एवं ब्रांच हैड

हिंदी दैनिक आज की शुरुआत स्वतंत्रा सेनानी रहे शिव प्रसाद गुप्ता ने साल 1920 में की थी। करीब डेढ़ लाख के circulation वाला ये अखबार बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड के बारह शहरों से प्रकाशित होता हैं। पुष्प के हिंदुत्व एजेंडा के अलावा jingles चलाने की बात करने पर हिन्दी अख़बार आज के लखनऊ हैड हरिंदर साहनी बोले, “इसे देखकर मुझे अच्छा लगेगा”। बातचीत के दौरान एक करोड़ के बजट का 60-40 के अनुपात में कैश लेने से भी हरिंदर ने गुरेज नहीं किया और बोले, “कोई दिक्कत नहीं”

शर्मा ने साहनी से कहा कि 2019 के इलैक्शन नजदीक आने पर विपक्षी पार्टियों के नेताओं को टार्गेट करना होगा। इस बात पर साहनी ने कहा, “आपको कितना space चाहिए jacket का एक महीने में कितना चलाना चाहते हैं week में एक चलाओ according to rate चले तो लंबा चलेगा कितना budget है आप मुझे बता दो आप कितना पैसा देना चाहते हो”। हरिंदर सिंह साहनी यही नहीं रुके उन्होने आगे कहा, “मैंने बोला था कि मैं सीधा सा धंधा करना चाहता हूँ मुझे मिलता रहेगा और मैं करता रहूँगा”।   To see reactions of concerned person click here


साधना प्राइम न्यूज़

आलोक भट्ट, Director; अशोक पाण्डेय, ब्युरो हैड; खालिद, मार्केटिंग हैड लखनऊ      

पुष्प शर्मा उत्तर प्रदेश के रीजनल न्यूज चैनल साधना प्राइम न्यूज़ के दफ्तर पहुंचे जहां इनकी  मुलाक़ात साधना प्राइम न्यूज़ के Director आलोक कुमार भट्ट से हुई। बातचीत में आलोक ने बीजेपी और आरएसएस से अपने संबंधो के बारे में बताया और कहा, “हम लोग तो exclusive  भी करते है और हमारे अपने जो resources हैं उसमें कुछ लोग संघ के या सरकार के वो exclusively हमें देते है चीजों को”। हिंदुत्व के एजेंडा से उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं है इस सवाल पर आलोक ने कहा, “नहीं नहीं हम लोग तो out of way जाकर काम करते है”। बातचीत के दौरान आलोक ने ये भी कहा, “आप अपनी requirement बता दीजिए हम ना करें तो बताइये। हम तो मैंने बताया न मैं करता रेहता हूँ, मैं करता रहूँगा”।

अगली मीटिंग में भी आलोक भट्ट ने एजेंडा को लेकर शर्मा को आश्वस्त किया और कहा, “और जो है हम से जितना aggressively कराना है वो बताए क्योंकि हम तो उसी के लिए है ही मतलब हम खुले तौर पर चलने वाले आदमी हैं”। लोकसभा चुनाव से दो महीने पहले पोलेराइस की बात पर भट्ट  ने कहा, “नहीं हम तो शुरुआत में भी तेज़ इंजेक्शन लगाने को तैयार हैं हमें कोई दिक्कत नहीं भाई”। अब बात पेमेंट की आती है। पेमेंट का आधा हिस्सा यानि एक करोड़ रुपया कैश में शर्मा की बताई जगह से लेने को भी भट्ट तैयार हो गए और बोले,“हाँ वो कोई नहीं बक्शी का तालाब यहाँ से दस किलोमीटर है तो हमारे लिए दिक्कत नहीं है”। 

शर्मा ने ब्युरो हैड अशोक मिश्रा से भी उनके ऑफिस में मुलाक़ात कर पूछा कि क्या उनके चैनल के मालिक में ये एजेंडा चलाने की हिम्मत है? इस पर मिश्रा ने जवाब दिया, “हाँ है हिम्मत क्योंकि इसके मालिक लोग दूसरे है वो भी कट्टर हिन्दू हैं, तरीके से चला देंगे क्योंकि मैंने भी इनको join तभी किया”। मिश्रा ने शर्मा को एक और ऑफर दिया। अशोक मिश्रा ने कहा कि वो दूसरे संस्थानों के पत्रकारों को भी इस एजेंडा से जोड़ देगा। मिश्रा बोले, “सभी अखबार हैं Sabhi Dainik Jagran, Amar Ujala हाँ हाँ फिर  Rashtriya Swaroop है इस तरह से यहाँ करीब 20 अखबार हैं जिसको लोग पढ़ते  हैं main 5 हैं”अशोक आगे कहते हैं, “नहीं monthly basis पर रखना ठीक नहीं रहेगा, हाँ जैसा जिसका काम देखिए ये तो ख़बर पे काम करेंगे, ये जाएगा under table ही”।   

शर्मा साधना प्राइम न्यूज़ के मार्केटिंग हैड खालिद से भी मिले। एजेंडा पर सहमति के बाद पेमेंट का बड़ा हिस्सा कैश में लेने की बात पर खालिद ने जवाब दिया, “ठीक है वो मैं बात कर लूँगा और जो best होगा वो करा दूँगा बेफिक्र रहिए”। बातचीत में आगे खालिद ने आश्वासन दिया, “नहीं मैं समझ रहा हूँ सर और आपके साथ जुड़ना इसलिए भी चाहेंगे हम लोग हमारा चैनल तो हम लोग से ही जिसको कहते हैं कि एक nationalism एजेंडा पर ही काम किया है तो आप हमारा content देखेंगे तो आपको समझ में आ जाएगा”।

पैसों के लिए साधना प्राइम न्यूज़ के Director आलोक कुमार भट्ट किस हद तक जा सकते है ये जानने के लिए पुष्प ने आलोक से फोन पर भी बात की और उत्तरप्रदेश में हुए लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के हार के बाद बीजेपी के केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और मनोज सिन्हा के साथ साथ बीजेपी संसद वरुण गांधी के खिलाफ ख़बरें चलाने को बोला जिस पर आलोक ने कहा, “हमें फ़ायदा होएगा उससे मतलब संगठन को फ़ायदा होएगा” शर्मा ने भट्ट से बीजेपी के गठबंधन के साथी चन्द्र बाबू नायडू, ओम प्रकाश राजभर, अनुप्रिया पटेल और उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ भी ख़बरें करने को कहा जिस पर भट्ट ने जवाब दिया, “जी जी जी एक बार फिर से बताइए ओम प्रकाश राजभर, अनुप्रिया पटेल, उपेंद्र कुशवाहा ये तो बिहार के है न उपेंद्र कुशवाहा जी जी जी”। भट्ट यही नहीं रुके और आगे बोले, “जी जी बहुत अच्छा आपका जैसा आदेश होगा पालन होगा”पुष्प ने आलोक से मुंबई में हुए किसान आंदोलन को माओवादियों से जोड़ने को कहा जिस पर उन्होने जवाब दिया, “जी जी जी”इसके बाद पुष्प ने भट्ट से प्रशांत भूषण, कामिनी Jaiswal और इन्दिरा जयसिंह जैसे civil rights activist के character assassination की बात कही जिस पर आलोक भट्ट बोले, “बिल्कुल बिल्कुल आप हमें बस थोड़ा input दे दीजिए हम चीजें तैयार करवा लेंगे हमारी अपनी SIT होती है हम उसको और develop कर लेंगे आपने जो बताया है वो भी बाकी हम उसको और explore करते हैं” पुष्प आगे आलोक से केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ भी campaign launch करने को बोलते है जिस पर भट्ट का जवाब होता है, “बिल्कुल बिल्कुल जैसा आपका निर्देश होगा वैसा पालन होगा”। To see reactions of concerned person click here


Source- Cobrapost