मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और यूपी के कई इलाकों में ओलावृष्टि, अगले दो दिन हो सकती है बारिश

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में रविवार को भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सरसों, चना और मसूर जैसी फसलों को ओले से नुकसान हुआ है। ओलों और तेज हवाओं से गेहूं की तैयार खड़ी फसल गिर गई है।

जानकारी के अनुसार बारिश और ओलों से सबसे ज्यादा नुकसान मध्य प्रदेश में हुआ है। एमपी में भोपाल समेत हरदा, सीहोर, देवास, बैतुल, शिवपुरी, भिंड, सिवनी, रायसेन, छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में भारी बारिश होने के साथ ओलावृष्टि से किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं। खासकर चने, गेहूं और मसूर की फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा है।

मध्य प्रदेश से राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के प्रवक्ता भगवान सिंह मीना ने ‘गाँव कनेक्शन’ को फोन पर बताया, “ओलावृष्टि से गेहूं की बालियां पूरी तरह बिखर गई हैं। चने की खड़ी गिल्ठियां भी नीचे गिर गई हैं। पकने वाली फसल भी गिर गई है। कई जगह किसानों को खेत काटने की नौबत नहीं आएगी। मोटे अनुमान के मुताबिक करीब 75 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।”

मौसम की मार उत्तर प्रदेश के किसानों पर भी पड़ी है। उत्तर प्रदेश में भी कुछ इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इस वक्त सरसों पक रही है तो चना और मसूर में फलियां पड़ रही थी, जिन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। औरैया के बीहड पट्टी में यमुना किनारे बसा गाँव खानपुर के किसान अब्दुल रसीद (45 वर्ष) बताते हैं, “मैंने पांच बीघा खेत में चना बोया था, बारिश के साथ ओले गिरने से फसल आधी नष्ट हो गई है। अब तो फसल पर हुआ खर्चा भी निकलना मुश्किल दिखाई दे रहा है।” वहीं, इसी जिले के गाँव पैगंबरपुर के किसान सरोज कुमार (38 वर्ष) ने बताया, “सरसों में फली आ गई थी, जो तेज हवा चलने से गिर गई है।”

मौसम की बेरुखी का खामियाजा महाराष्ट्र के किसान भी भुगत रहे हैं। महाराष्ट्र के जलाना जिले में काफी नुकसान की खबर है। रविवार सुबह बारिश से जिन किसानों की फसलें बच गई हैं, वो भी डरे हुए हैं। मौसम विभाग ने आऩे वाले 2 दिनों में मौसम बारिश की आशंका जताई है।

आने वाले दिन में बारिश की आशंका

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ अधिक सक्रिय है, दूसरी ओर दक्षिणी राजस्थान और गुजरात में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है, ऐसे स्थिति में दोनों के प्रभाव से उत्तर पश्चिम भारत के ज्यादातर इलाकों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो 11 से 14 फरवरी के बीच जम्मू कश्मीर से लेकर मध्य भारत में मध्य प्रदेश और पूर्व में बिहार तक तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर हवाओं में एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र बन गया है। ऐसे में छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। ऐसे में देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश की अच्छी संभावना है।