मोदी के सबसे करीबी माने जाने वाले, राजनाथ-सुषमा समेत 4 ने दिखाएं विरोधी सुर

नई दिल्ली- पीएम मोदी के लिए प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला मौका होगा जब मोदी को अपने मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों के विरोधी सुरों का सामना करना पड़ा होगा। एक सितंबर को राजनाथ सिंह के घर में हुई बैठक में नितिन गडकरी, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज की कुछ अहम जानकारी सामने आई हैं।

दरअसल मोदी सुविधा के लिहाज से बड़े मंत्रियों से चाहते थे कि वे पार्टी के प्रति ज्यादा से ज्यादा समर्पण करें। लेकिन राजनाथ सिंह ने वृंदावन के केशवधाम में चल रही संघ और संगठनों की बैठक में यह बात कहीं कि वे चाहते हैं कि मंत्री पद की जगह संगठन में काम करें, ताकि उन्हें खुलकर काम करने की आजादी मिलें।

करीब तीन घंटे चली बात-   राजनाथ का संदेश वृंदावन उस वक्त पहुंचा जब पार्टी और संघ दोनों का शीर्ष नेतृत्व मौजूद था। इसके बाद शाम को गडकरी, सुषमा और जेटली राजनाथ के घर पहुंचे। करीब तीन घंटे बातचीत में यह साफ हुआ।   कि वे साढ़े तीन साल से अपने मंत्रालय जिम्मेदारी से चला रहे हैं। कार्यकाल के अंतिम दौर में वे अपने मंत्रालय छोड़कर दूसरे मंत्रालयों में जाते हैं तो चुनाव के समय उनके कामों का श्रेय दूसरों को दे दिया जाएगा।

नए मंत्रीमंडल में शामिल होने वाले ये हैं 9 नए मिनिस्टर्स के नाम

1) अश्विनी कुमार चौबे (बिहार) 2) शिव प्रताप शुक्ल (यूपी) 3) वीरेंद्र कुमार (मध्य प्रदेश) 4) अनंत कुमार हेगड़े (कर्नाटक) 5) राजकुमार सिंह (बिहार) 6) हरदीप सिंह पुरी (डिप्लोमैट) 7) गजेंद्र सिंह शेखावत (राजस्थान) 8) सत्यपाल सिंह (यूपी) 9) अल्फोन्स कन्ननथानम (केरल)

इनको मिला प्रमोशन

पीएम मोदी ने नए मंत्रीमंडल में बड़ा फेरबदल करने के साथ ही कुछ लोगों को प्रमोशन भी दिया है। प्रमोशन मिलने वालों में शामिल हैं पीयूष गोयल, नकवी, निर्मला सीतारमण, धर्मेद्र प्रधान। बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी के पुराने मुस्लिम नेताओं में से एक है। नकवी बाजपेयी सरकार में भी मंत्री थे।

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