यूनाइटेड स्पिरिट्स पर आर्मी कैंटीन ने लगाया 250 करोड़ का जुर्माना

नई दिल्ली/मुंबई- शराब बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स पर कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट (CSD) ने 250 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का जुर्माना लगाया है। प्राइस अग्रीमेंट के उल्लंघन पर यह जुर्माना लगाया गया है। यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) जॉनी वॉकर, रॉयल चैलेंज और मैकडॉवल्स जैसे ब्रैंड्स की बिक्री करती है। कंपनी पर आरोप है कि उसने CSD को ज्यादा कीमतों पर प्रॉडक्ट्स की सप्लाई की और समझौते का उल्लंघन किया।

USL ने जनवरी-मार्च 2017 तिमाही की अपनी अर्निंग में 264.5 करोड़ के एक खास आइटम को शामिल किया है। इसके बारे में कंपनी का कहना है कि यह किसी कस्टमर से कीमतों की वसूली में अनियमितता के दावों से जुड़ा है। इसमें यह भी कहा गया है कि USL ने अपनी मर्जी से कस्टमर को इसकी जानकारी दी है। भारत में ऐल्कॉहॉल इंडस्ट्री को लेकर नियम-कायदे बेहद सख्त हैं। भारत में बनी विदेशी शराब पर एक्साइज और बाकी टैक्स राज्य सरकारों की इनकम का अहम जरिया हैं। टैक्स में छूट की वजह से आर्मी कैंटीन में शराब की एक बोतल तकरीबन 80 फीसदी सस्ती पड़ती है।

मामले से वाकिफ अधिकारियों ने बताया, ‘कंपनियों का CSD के साथ इस बात को लेकर लिखित समझौता है कि उनकी कीमत सभी ट्रेड चैनलों के मुकाबले सबसे कम होगी। हालांकि, USL ने CSD के लिए तय कीमत को बढ़ाकर पेश किया और इसके बाद डिस्काउंट की आड़ में इसे कम किया, जो बाकी चैनलों को भी ऑफर किए जा रहे थे। लिहाजा, तकनीकी तौर पर CSD में प्रॉडक्ट्स की कीमतें टैक्स से पहले बाकी रीटेल आउटलेट्स के मुकाबले ज्यादा थीं।’

CSD या आर्मी कैंटीन ज्यादातर कंज्यूमर गुड्स कंपनियों के लिए सबसे बड़े कस्टमर हैं। USL की सेल्स वॉल्यूम में CSD की हिस्सेदारी 6-7 फीसदी है। CSD की सालाना सेल्स में शराब की 26 फीसदी हिस्सेदारी है। आर्मी कैंटीन चैनल और कंज्यूमर गुड्स या शराब कंपनियां पहले भी इस तरह के विवादों में शामिल रही हैं। हालांकि, किसी एक कंपनी पर इतना बड़ा जुर्माना लगाए जाने का यह पहला मामला है।

CSD ने इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया, जबकि USL को भेजी गई ईमेल का भी जवाब नहीं मिला। इडलवाइज सिक्यॉरिटीज के वाइस प्रेजिडेंट अबनीश रॉय ने बताया, यह राशि पहले ही बैलेंस शीट में मुहैया कराई जा चुकी है, लिहाजा एक बार इस बाबत पेमेंट किए जाने पर निश्चित तौर पर कैश फ्लो पर असर होगा।’

 

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