यूपी: पूर्व कैबिनेट मंत्री की SUV से मिले 30 लाख के पुराने नोट

लखनऊ के गोमती नगर इलाके में पुलिस ने तलाशी के दौरान एक कार से तीस लाख रुपये मूल्य के पुराने नोट तथा एक लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद कर इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिस कार से पैसे बरामद किये गये हैं कि वो उत्तर प्रदेश की पूर्व समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा के नाम यह गाड़ी और रिवाल्वर पंजीकृत है। गोमतीनगर थानाध्यक्ष आनंद शुक्ला ने बताया कि सोमवार को पुलिस सहारा पुल पर गाड़ियों की जांच कर रही थी तभी एक एसयूवी कार को तलाशी के लिये रोका गया तो उसमें पुरानी मुद्रा के तीस लाख रुपये बरामद हुये। पूछताछ में गाड़ी में बैठे दो लोगों मोबीन हैदर और दीपक कुमार ने बताया कि वे ये पुराने नोट बदलवाने के लिये ले जा रहे थे। उनके पास से एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद हुआ है। शुक्ला ने बताया कि गाड़ी की जांच की गयी तो पता चला कि यह गाड़ी राज्य की पूर्व सपा सरकार में मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा की है। इसी तरह बरामद रिवाल्वर का लाइसेंस भी मेहरोत्रा के नाम पर है।

पुलिस गिरफ्तार दोनों लोगों से पूछताछ कर रही हैं। गिरफ्तार लोगों में एसयूवी का ड्राइवर मोबिन हैदर और दीपक कुमार शामिल हैं। इन्हें पुलिस ने आर्म्स एक्ट औऱ स्पेशिफाइड बैंक नोट्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। मंगलवार को पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया । अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी पूर्व कैबिनेट मंत्री मेहरोत्रा का बयान लिया जाना बाकी है, क्योंकि वो इस वक्त शहर से बाहर हैं।

बाद में रविदास मेहरोत्रा द्वारा एक बयान जारी कर बताया गया कि उनका बरामद नोट से कोई संबंध नहीं है। रविदास मेहरोत्रा ने कहा, ‘ड्राइवर मोबिन पिछले तीन साल से मेरे साथ काम कर रहा है और वो मेरा विश्वासपात्र है। लेकिन मैं दीपक को नहीं जानता हूं, मेरा उस रकम से कोई संबंध नहीं है और मुझे ये पता नहीं है कि मेरा ड्राइवर और एक दूसरा शख्स इस पैसे को कहां से लेकर आए थे और मेरी कार में रखकर कहां ले जा रहे थे।’ बता दें कि नोटबंदी के बाद 100 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों को रखना अपराध हो गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री की कार से बरामद नोट भी 1000 और 500 के पुराने नोट ही हैं।

 

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