राष्ट्रपति चुनाव: 95 लोगों ने किया था नामांकन, किसी ने खुद को बताया था भगवान, किसी ने भगत सिंह को बनाया था प्रस्तावक

देश का राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार पेश करने वाले एक शख्स ने खुद को “ईश्वर” बताया और लिखा कि अगर उसका नामांकन रद्द हो गया तो देश को भीषण परिणाम भुगतने होंगे। जिन 93 लोगों ने राष्ट्रपति पद के लिए पर्चा भरा था उनमें से एक ने मार्टिन लूथर किंग, अब्राहम लिंकन और अल्बर्ट आइंस्टीन को अपना प्रस्तावक बताया था। इन सभी उम्मीदवारों का पर्चा रद्द हो गया और राष्ट्रपति पद की दौड़ में केवल दो उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार ही बचे रहे गए हैं। बाकी उम्मीदवारों का नाम संसद भवन के सूचनापट्ट पर नामांकन रद्द की सूची में देखा जा सकता है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए 28 जून तक नामांकन किया जा सकता था। नाम वापसी की तारीख एक जुलाई है। राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होगा और नतीजे 20 जुलाई को होंगे।

पानीपत के रहने वाले देवीदयाल अग्रवाल ने खुद को ईश्वर और “सर्वोच्च सत्ता” बताते हुए कहा कि उन्हें 50 विधायकों या सांसदों की प्रस्तावक के रूप में जरूरत नहीं है। अग्रवाल ने अपने नामांकन पत्र में लिखा था, “मैं ईश्वर और सर्वोच्च सत्ता हो चुका हूं। रामनाथ कोविंद या मीरा कुमार को राष्ट्रपति नहीं बनना चाहिए। क्या उनके पास जादुई शक्ति है?” अग्रवाल ने अपने नामांकन पत्र में चेतावनी भी दी थी कि अगर उनकी अपील नहीं सुनई गई तो नई दिल्ली में भयानक भूकंप आएगा। अग्रवाल ने अपना नामांकन में 24 बार लिखा था कि “मैं ईश्वर हूं।” अग्रवाल ने लिखा, “मुझे ही राष्ट्रपति बनना चाहिए। मैं दुनिया का सबसे बड़ा वैज्ञानिक हूं।”

 

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