राष्ट्रपति भवन एक दिसंबर 22 से सप्ताह में पांच दिन जनता के दर्शन के लिए खुला रहेगा.

नयी दिल्ली,21 नवम्बर 2022, राष्ट्रपति भवन 01 दिसंबर, 2022 से सप्ताह में पांच दिन जनता के दर्शन हेतु खुला रहेगा। राष्ट्रपति भवन का दौरा बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार (राजपत्रित अवकाश को छोड़कर) को प्रतिदिन पांच समय स्लॉट – अर्थात् 10:00-11:00 पूर्वाह्न, 11:00-12:00 पूर्वाह्न 12:00-13:00 अपराह्न, 14:00-15:00 अपराह्न और 15:00-16:00 अपराह्न में उपलब्ध होगा।

 

 

 

 

 

 

राष्ट्रपति भवन के दौरे के अतिरिक्त आगन्तुक सप्ताह में छह दिन मंगलवार से रविवार (राजपत्रित अवकाश को छोड़कर) राष्ट्रपति भवन संग्रहालय परिसर में जा सकते हैं।प्रत्येक शनिवार को आगन्तुक प्रातः 08:00 बजे से 09:00 बजे तक राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में चेंज ऑफ गार्ड समारोह भी देख सकते हैं। राजपत्रित अवकाश होने पर अथवा राष्ट्रपति भवन द्वारा अधिसूचित होने पर यह समारोह शनिवार को नहीं होगा।

वेबसाइट http://rashtrapatisachivalaya.gov.in/rbtour पर आगन्तुक अपने स्लॉट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।

आइये आपको बताते चले कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के राष्ट्रपति का आवास, राष्ट्रपति भवन, भारत की शक्ति, इसकी लोकतांत्रिक परंपराओं और पंथनिरपेक्ष स्वरूप का प्रतीक है। राष्ट्रपति भवन वास्तुकारिता की असाधारण कल्पनाशील और दक्ष वास्तुकार सर एडविन लुट्येन्स और हरबर्ट बेकर का सृजन था।सर लुट्येन्स ने ही इस अंग्रेजी के एच आकार वाले भवन की संकल्पना की थी जो 330 एकड़ संपदा पर पांच एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस भवन की कुल चार मंजिलों पर 340 कमरे हैं, जो 2.5 किलोमीटर गलियारों  और 190 एकड़ उद्यान क्षेत्र में फैले हैं।

हजारों श्रमिकों जिनमें राजगीर, बढ़ई, कलाकार, संगतराश और कटर्स शामिल हैं, के श्रमसाध्य प्रयासों से इस उत्कृष्ट कृति को वर्ष 1929 में पूरा किया गया। मूल रूप से, भारत के वायसराय के आवास के रूप में निर्मित, वायसराय हाऊस का रूपांतरण वर्तमान राष्ट्रपति भवन के तौर पर किया गया। साम्राज्यवादी शासन और शक्ति के प्रतीक से बदलकर, आज यह भारतीय लोकतंत्र और इसकी पंथनिरपेक्षता, बहुलवाद और समावेशी संस्कृति का प्रतीक है। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति, श्री आर. वेंकटरमण ने सही कहा है, ‘प्रकृति और मनुष्य, चट्टान और वास्तुकला को जितने शानदार ढंग से राष्ट्रपति भवन की उत्कृष्ट बनावट में सम्मिश्रित किया गया है उतना शायद किसी और कार्य में नहीं किया गया है।’

@ फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम

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