लखनऊ : STF और ATS के बाद अब जनता की सुरक्षा करेगी ‘SSF’

उत्तर प्रदेश की जनता को सुरक्षा का पूर्ण रूप से एहसास करने के लिए पुलिस प्रशासन किसी तरह की कसर नहीं छोड़ रहा है। अयोध्या, काशी व मथुरा सहित अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों, डैम, पॉवर प्लांट सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा के लिए अब प्रदेश में एसएसएफ (SSF) (स्टेट सिक्योरिटी फोर्स) का गठन होगा। सीआइएसएफ की तर्ज पर एसएसएफ को तैयार कर अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी। उत्तर प्रदेश में एसटीएफ व एटीएस के गठन के बाद सुरक्षा-व्यवस्था के लिहाज से एसएसएफ का गठन एक और बड़ा कदम होगा।

सुरक्षा के लिए पुलिस कर रही है विशेष बंदोबस्त

डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। एसएसएफ का प्रयोग प्रदेश के निजी उद्यमों को सुरक्षा मुहैया कराने में किया जायगा। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी के बीच प्रमुख स्थलों की सुरक्षा के लिए पुलिस अब विशेष बंदोबस्त करने की ओर कदम बढ़ा रही है। खासकर खुफिया तंत्र जिन स्थलों को लेकर आतंकी व अन्य खतरों के संकेत देता रहता है, उन स्थानों पर एसएसएफ को तैनात करने की तैयारी है।

नई भर्ती पर किया जा रहा है विचार

एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार ने बताया कि सुरक्षा मुख्यालय ने एसएसएफ के गठन का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। जल्द प्रस्ताव तैयार कर उसे शासन को भेजा जाएगा। प्रमुख धार्मिक स्थलों के अलावा, डैम, पॉवर प्लांट, मेट्रो स्टेशनों, एक्सप्रेस-वे सहित अन्य संवेदनशील स्थलों के अलावा निजी इंडस्ट्रीज में भी एसएसएफ की तैनाती का प्रस्ताव है। निजी क्षेत्र को सुरक्षा-व्यवस्था का भुगतान करना होगा।

 

एडीजी ने बताया कि पुलिस व पीएसी से जवानों को एसएसएफ में लिए जाने के प्रस्ताव के साथ ही नई भर्ती पर भी विचार किया जा रहा है। शुरुआती चरण में एसएसएफ के गठन को लेकर विचार किया गया। अगले चरण में एसएसएफ के जवानों की ट्रेनिंग, मुख्यालय व प्रशासनिक भवन सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार-विमर्श होगा।

डीजीपी की अध्यक्षता में हुई बैठक में एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार, एडीजी सुरक्षा बिजय कुमार, सुरक्षा मुख्यालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

 

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