लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश करने के बाद अब चीन ने की बातचीत की पेशकश

भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच एक बार फिर चीन ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय जवानों ने नाकामयाब कर दिया। वहीं, सीमा पर तनाव के बीच चीनी विदेश मंत्री वांग यी की प्रतिक्रिया सामने आई है। वांग यी ने कहा है कि भारत और चीन को अपने मतभेदों को काबू में करने की जरूरत है और उन्हें संघर्ष में बदलना ठीक नहीं है।

चीनी विदेश मंत्री ने कहा, बीजिंग हमेशा से विवादित चीन-भारत सीमा के साथ स्थिरता बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चीन भारत से बातचीत करना चाहता है, ताकि नई दिल्ली के साथ चल रहे मतभेदों को हल किया जा सके। वहीं, सीमा पार जारी तनाव के लिए वांग ने भारत को जिम्मेदार ठहराया।
वांग ने कहा, दोनों देशों को अपनी समस्याओं को उचित मंच पर रखना चाहिए। चीन के विदेश मंत्री सोमवार को पेरिस में प्रतिष्ठित फ्रेंच इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, तनाव के दौरान दोनों ही देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे के ऊपर तनाव को युद्ध में बदलने के आरोप लगाए।

चीनी विदेश मंत्री ने कहा, चीन अच्छे-पड़ोसी और दोस्ती की नीति अपनाता है। हम अपने सभी पड़ोसियों के साथ दीर्घकालिक स्थिरता और दोस्ती बनाए रखने की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने इस बात की पर जोर दिया कि प्राचीन काल से ही चीन के कई देशों के साथ अच्छे रिश्ते हैं।

गौरतलब है कि सोमवार को भारत ने कहा कि चीन द्वारा 29/30 अगस्त की रात को पेंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ की गई, जिसे भारतीय जवानों की मुस्तैदी के चलते नाकाम कर दिया गया। इस दौरान दोनों ही देशों के सैनिक एक-दूसरे के आमने सामने आ गए। चीन की यह कायराना हरकत तनाव कम करने के लिए पांच दौर की बैठक के बाद सामने आई