शर्मनाक – सिर्फ वोट बैंक बनकर रह गए राम , भाजपाइयों के चरणों में नज़र आये श्री राम

पीएम मोदी नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। शुक्रवार को पीएम नेपाल पहुंचे। इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपने संबंधों को सामन्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से जनकपुर से अयोध्या के बीच मैत्री बस सेवा की शुरुआत की।

यह बस 34 यात्रियों को लेकर आज जनकपुर से अयोध्या पहुंच गई है। इस बस का नाम जनकपुर-अयोध्या है। यह बस नेपाल के जनकपुर से सीतामढ़ी, गोरखपुर होते हुए शनिवार सुबह करीब 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची। यहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने यात्रियों का स्वागत किया।

इस उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या-जनकपुरधाम बस सेवा दोनों राष्ट्रों के संबंधों को और मजबूत करेगी, साथ ही विकास की यात्रा भी आरंभ होगी।

Ayodhya: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath received the first bus of Indo-Nepal bus service from Janakpur to Ayodhya. The service was inaugurated by PM Modi in Nepal’s Janakpur, yesterday. pic.twitter.com/8e7RJQhsCs

— ANI UP (@ANINewsUP) May 12, 2018

योगी आदित्यनाथ ने सीता और राम के लिए बड़ी-बड़ी बातें तो कर दी लेकिन इसी बीच राम का अपमान भी कर दिया। अब ये अपमान जानबुझकर किया गया या अनजाने में हुआ इसका जवाब तो योगी आदित्नाथ ही दे पाएंगे।

दरअसल योगी आदित्यनाथ जिस मंच से भाषण दिया वहीं नीचे पैर के पास भगवान राम की तस्वीर पड़ी हुई थी।

तमाम नेता, कथित संत…आदि लोग मंच पर लगे सोफा पर बैठे हुए थें लेकिन भगवान राम की तस्वीर वहीं पैरों में पड़ी हुई थी। इस दृष्य की तस्वीर निकाली है न्यूज एजेंसी ANI ने।

सवाल उठता है कि राम की राजनीति करने वाले योगी को वो तस्वीर नहीं दिखी जो पैरों में पड़ी हुई थी? क्या उन कथित संतों को भी वो तस्वीर नहीं दिखी जो राम के नाम अपना लूट खसोट करते हैं? क्या उन मंदबुद्धि वोटरों को भी नहीं दिखा जो राम के नाम पर बीजेपी को वोट देते हैं?